Ayurveda Rules For Lunch Time In Hindi: कई स्वास्थ्य समस्याओं को जड़ से खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक इलाज असरदार माना जाता है। यह एक प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है, जिसमें जड़ी-बूटियों और प्राकृतिक चीजों के जरिए इलाज किया जाता है। आयुर्वेदिक इलाज न सिर्फ समस्याओं से राहत देने बल्कि सौंदर्य और स्वस्थ जीवन जीने के तरीको के बारे में भी बताता है। इसी तरह आयुर्वेद में स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ आहार को भी जरूरी माना गया है। इसमें स्वस्थ खाने के साथ सही समय और खाने के सही तरीके पर भी ध्यान दिया जाता है। आयुर्वेद में हर मील की अपनी अलग आवश्यकता बताई गई है। इसी तरह दोपहर के खाने के लिए भी आयुर्वेद में कई नियमों की बात की गई है। अगर आप नियमित रूप से इनका पालन करते हैं, तो इससे पाचन को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है। इस बारे में जानकारी देते हुए आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ वरालक्ष्मी ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। जिसकी जानकारी हम इस लेख के माध्यम से आपको देंगे।
पाचन स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं आयुर्वेद के ये 3 नियम- Lunch Rules According To Ayurveda For Better Digestion
भोजन का समय निर्धारित करें
स्वस्थ खाने के साथ ही जरूरी है कि आप सही समय पर ही अपना दोपहर का आहार लें। अगर आप सुबह 6 बजे अपना दिन शुरू कर रहे हैं, तो आपका पहला मील 10 बजे तक हो जाना चाहिए। दिन के दूसरे फेज 10 से 2 के बीच पित्त की अधिकता होती है और तीसरे फेज यानी 2 से 6 के बीच वत्त की अधिकता होती है।
एक्सपर्ट के मुताबिक दोपहर के भोजन में सभी पोषक तत्वों का होना जरूरी होता है। दोपहर में 12 से 2 बजे के बीच सूर्य की ताकत सबसे ज्यादा होती है। यह भोजन के लिए सबसे बेहतर समय है, क्योंकि इस दौरान पेट की अग्नि बेहतर तरीके से काम कर पाती है।
इसे भी पढ़े- आयुर्वेद के अनुसार सही खानपान से पा सकते हैं निरोगी शरीर, डॉक्टर से जानें आयुर्वेदिक डाइट के चार जरूरी नियम
टॉप स्टोरीज़
वसा युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें
आयुर्वेद के मुताबिक अगर आप डाइट में वसा युक्त खाद्य पदार्थ लेना चाहते हैं, तो दोपहर का भोजन सबसे बेहतर समय हो सकता है। साथ ही अगर आप नॉनवेज खाना चाहते हैं, तो जल्दी पचाने के लिए यह बेहतर समय हो सकता है। इस दौरान पेट की अग्नि तेज होती है और खाना पचाने में मदद करती है।
इसे भी पढ़े- आयुर्वेद के अनुसार खानपान के ये 3 नियम रखेंगे आपको स्वस्थ और निरोगी
मील की शुरुआत करें मीठे के साथ
आयुर्वेद में माना जाता है अगर आप मील की शुरुआत प्राकृतिक मीठे जैसे कि घी के साथ करते हैं, तो इससे पाचन को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है। वहीं अगर दोपहर के खाने का अंत कुछ खट्टी चीजों जैसे कि दही या छाछ से करते हैं, तो यह भी पाचन को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
एक्सपर्ट द्वारा बताए आयुर्वेद के ये नियम पाचन स्वस्थ रखने में आपकी मदद कर सकते हैं। अगर आपको पाचन से जुड़ी समस्याएं ज्यादा रहती हैं या आपकी कोई दवा चल रही हैं, तो इन्हें फॉलो करने से पहले डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।