
Lifestyle Tips To Prevent Cancer Doctor Explains In Hindi: कैंसर, शब्द सुनते ही हमारे दिमाग में एक ऐसी गंभीर बीमारी का ख्याल आता है, जिससे रिकवरी के चांसेस काफी कम होते हैं। इसके अलावा, इस बीमारी के ट्रीटमेंट में लोगों के लाखों रुपए खर्च हो जाते हैं और इसके बाद भी, इसके ठीक होने की संभावना बहुत कम होती है। यही कारण है कि जिन लोगों के परिवार में कैंसर जैसी घातक बीमारी है, उन्हें अक्सर यह डर सताता रहता है कि कहीं, कभी उन्हें इस बीमारी की चपेट में न आना पड़े। यहां सवाल उठना लाजिमी है कि क्या सही में कैंसर आनुवांशिक होता है? और अगर हां, तो इस समस्या से बचने के लिए आप क्या खास कर सकते हैं? इस संबंध में हम अपने बीएलके मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पीटल के डायरेक्टर-मेडिकल ओंकोलॉजी डॉ. सज्जन राजपुरोहित से बात की। पेश है, बातचीत के महत्वपूर्ण अंश।
क्या कैंसर आनुवांशिक होता है
जी, हां! कैंसर को हम आनुवांशकि बीमारी कह सकते हैं। दरअसल, यह देखने में आया है कि 100 में से करीब 10 से 15 फीसदी केसेज में यह बीमारी फेमिलियल या हेरेडिटरी के जरिए आगे वाली पीढ़ी तक पहुंचती है। कहने का मतलब यह है कि यह बीमारी आनुवांशिक है या एक ही परिवार में एक से दो लोगों में यह बीमारी होने की संभावना होती है। इसके अलावा, आमतौर पर परिवारों में ओवरियन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और पैंक्रियाटिक कैंसर बहुत ही कॉमन तरीके के कैंसर होते हैं, जो ज्यादातर परिवारों में देखने को मिलता है।
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क्या लाइफस्टाइल में बदलाव के जरिए ठीक हो सकता है कैंसर?
आमतौर पर लाइफस्टाइल में बदलाव करके हेरेडिटरी कैंसर से बचाव संभव नहीं हो सकता है। दरअसल, कई बार ज्यादातर लोगों को इस बारे में पता नहीं होता है कि उनके परिवार में यह बीमारी है या नहीं। लेकिन अगर आपको इस संबंध में कोई जानकारी है और आप डॉक्टर के पास जाते हैं, तो वे शुरुआत में कुछ मूल काम करते हैं। जैसे, अगर कोई हेरेडिटरी केस डॉक्टर्स के पास पहुंचता है, तो डॉक्टर्स इसके आधार पर इंडेक्स केस के अंदर जीन टेस्टिंग करके देख सकते हैं। इसके आधार पर पूरी फैमिली का जेनेटिक टेस्टिंग किया जाता है। टेस्ट के बाद पता चलता है कि किसको कैंसर होने का हाई रिस्क है। जिस व्यक्ति को कैंसर होने का हाई रिस्क होता है, उसके लिए डॉक्टर्स विशेष प्रीवेंशन यानी बचाव के मेडिकल उपाय आजमाते हैं, जैसे प्रीवेंशन सर्जरी की जा सकती है या अन्य उपाय आजमाए जा सकते हैं।
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कैंसर से बचाव के लिए उपयोगी कदम
मॉडर्न जमाने में यह देखने में आया है कि कई ऐसे कारक बढ़ गए हैं, जिससे कैंसर जैसी घातक बीमारियां होने की आशंका बढ़ चुकी है। इसके लिए आप अपनी जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलाव करके खुद को इस तरह की घातक बीमारी से बच सकते हैं-
- मौजूदा समय में ज्यादातर लोगों का खानपान और लाइफस्टाइल बहुत बुरा हो चुका है। आजकल लोगों में शराब पीने की, स्मोक करने की टेंडेंसी काफी ज्यादा बढ़ गई है। इस तरह की आदतों को बदलना बहुत जरूरी है, ताकि कैंसर जैसी घातक बीमारियां न हों।
- अपनी डाइट में भी बदलाव करना जरूरी है। जैसे, डाइट में रेड मीट, प्रीजर्वेटिव फूड, हाई कार्बोहाइड्रेट, प्रोसेस्ड फूड से दूरी बना लेनी चाहिए। यहां बताए गए ये सभी ऐसी चीजें हैं, जिनकी वजह से कैंसर के मरीजों में इजाफा हुआ है। आप चिकन, फिश, अंडा जैसी चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
- सप्ताह में तीन दिन एक-एक घंटे के लिए एक्सरसाइज जरूर की जानी चाहिए। दरअसल, खुद को फिट रखने के लिए बहुत जरूरी है कि आप शारीरिक रूप से सक्रिय रहें और एनर्जेटिक महसूस करें। अगर एक्सरसाइज को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बना लिया जाए, तो कैंसर जैसी बीमारी से बचाव संभव है।
- हेपाटाइटिस-बी, हेपाटाइटिस-सी और एचआईवी वायरस से भी कैंसर होने का रिस्क बढ़ जाता है। ऐसे में, अगर आप इन वायरस से बचन के लिए वैक्सीनेशन लगवा लें, तो कैंसर होने की आशंका में कमी आ सकती है।
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