
दिल्ली की रहने वाली 32 वर्षीय कुलजीत कौर को देखकर शायद ही आपको लगे कि यह एक समय में 115 किलो की होंगी। आज इनका वजन 69 किलो है। अपने वजन को लेकर कुलजीत कौर कभी सीरियस नहीं हुईं। उन्हें मोटापे का एहसास तब हुआ, जब उन्हें कई तरह की परेशानियां होने लगीं। कुलजीत कौर बताती हैं कि एक समय ऐसा था, जब उन्हें फ्लाइट्स की सीट बेल्ट भी फिट नहीं आती थीं। वे कहती हैं कि उन्हें कभी नहीं लगता था कि वह मोटी हैं। अगर उन्हें कोई मोटा कहता भी था, तो वह खुद को यह कहकर समझा देती थीं कि "क्या हुआ, मेरा 7 साल का बेटा है, इतना फैटी होना तो चलता है।" इस लेख में हम जानेंगे कुलजीत कौर की कहानी उन्हीं की जुबानी। इस लेख में कुलजीत हमारे साथ शेयर करेंगी अपनी ट्रॉन्सफॉर्मेशन जर्नी।
प्रेग्नेंसी के बाद पीसीओएस से हो गई ग्रसित
कुलजीत कौर बताती हैं कि एक समय ऐसा आ गया था कि जब उन्हें अपने साइज के कपड़े मार्केट में नहीं मिलते थे। उस समय उन्हें ऐसा लगता था कि वे ठीक हैं, उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं है। लेकिन धीरे-धीरे यह मोटापा उनके शरीर को प्रभावित कर रहा था। डिलीवरी के बाद उन्हें पता चला कि वे पीसीओएस से ग्रसित हो चुकी हैं। पीसीओएस एक ऐसी बीमारी है, जिसमें महिलाओं के शरीर का हार्मोनल स्तर असंतुलित होने लगता है। इसमें महिलाओं के शरीर में फीमेल हार्मोन की बजाय मेल हार्मोन का स्तर ज्यादा बढ़ जाता है। पीसीओएस की परेशानी को कम करने के लिए कुलजीत ने कई तरह के ट्रीटमेंट लिए। लेकिन उन्हें अपने शरीर में किसी तरह का बदलाव नजर नहीं आया।
इसे भी पढ़ें - निकिता ने सही डाइट और एक्सरसाइज के साथ घटाया 41 किलो वजन, वीडियो में देखें उनकी पूरी कहानी
ऑटोइम्यून से हुई प्रभावित
पीसीओएस का लंबे समय तक इलाज के बाद कुलजीत कौर ऑटोइम्यून डिजीज से प्रभावित हो गईं। ऑटो इम्यून एक ऐसी समस्या है, जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम अपनी ही स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करने लगता है। इसकी वजह से हमारा शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम नहीं हो पाता है।
कैसे हुआ मोटापे का एहसास?
कुलजीत कौर बताती हैं कि जब वह एक बार डॉक्टर के पास गई, तो उन्होंने डॉक्टर को बताया कि उनके हाथ-पैर कांपने लगते हैं। डॉक्टर ने उन्हें कहा कि वे एंजायटी से ग्रसित हो गई हैं। धीर-धीरे वह डिप्रेशन की ओर जा रही हैं। कुलजीत बताती हैं कि उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि उन्हें किस चीज कि एंजायटी और डिप्रेशन की समस्या हो रही है। लेकिन उनका कहना है कि कभी-कभी हमें ऊपर से नहीं दिखता है कि हम मानसिक रूप से प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन हमारा शरीर अच्छे से जानता है कि हमें कुछ चीज प्रभावित कर रही है। शायद मेरा मोटापा मुझे अंदर से प्रभावित कर रहा है। जब उन्होंने अपना टेस्ट कराया, तो उन्हें पता चला कि उन्हें लिवर से जुड़ी परेशानी हो गई है। तब उन्हें एहसास हुआ कि अब उन्हें अपने मोटापे को कंट्रोल करने के लिए कुछ करने की जरूरत है।
पापा से ली मदद
कुलजीत कौर ने बताया कि उन्हें जब मोटापे का एहसास हुआ, तो उन्होंने सबसे पहले अपने पापा को कॉल किया। उनके पापा एक फिटनेस एक्सपर्ट हैं। जो कई लोगों को फिट कर चुके हैं। कुलजीत बताती हैं कि जब उन्होंने अपने पापा को कॉल किया, तो "उनका सबसे पहला रिप्लाई था कि तुझे हर साल शुरू करना होता है और हर महीने खत्म हो जाता है, लेकिन इस बार मैं बिल्कुल सीरियस थी। मैने कहा आप शुरू करो।" इसके बाद कुलजीत का कहना है कि उन्होंने वेट लॉस के लिए पूरी तरह से खाना पीना नहीं छोड़ा और न ही एकदम से डाइट प्लान फॉलो करना शुरू किया। उन्होंने धीरे-धीरे अपना वजन कम करने की कोशिश की। शुरू में मैंने अपनी बॉडी को थोड़ा-थोड़ा हिलाना शुरू किया, जो पहले बिल्कुल भी नहीं हिलती थी।
कैसे शुरू की वेट लॉस जर्नी
वॉक से की शुरुआत
वजन कम करने के लिए कुलजीत कौर ने सबसे पहले वॉक से अपनी जर्नी की शुरुआत की। उसके बाद उन्होंने थोड़ी-थोड़ी रनिंग शुरू की। फिर उन्होंने ट्रेनिंग और कार्डियो शुरू किया। साथ-साथ डाइट भी फॉलो किया। उनका कहना है कि उन्होंने कभी भी पूरी तरह से खाना नहीं छोड़ा। वे अभी तक वे सभी चीजें खाती हैं, जो वे घर में बनाती हैं।
इसे भी पढ़ें - आपको समय से पहले बूढ़ा बना सकती हैं Fad diets, Rujuta Diwekar से जानें क्या है ये और क्यों है नुकसानदायक
कैसे करती हैं दिन की शुरुआत?
- कुलजीत करीब 6 से 6.30 के बीच सोकर उठती है। इस दौरान वे सबसे पहले गर्म पानी पीती हैं।
- इसके बाद वह किसी भी फ्लेवर का मिल्क शेक लेती हैं।
- मिल्क शेक पीने के बाद वे एक्सरसाइज करती हैं। वे करीब 40 से 45 मिनट एक्सरसाइज करती हैं।
- लंच और डिनर में वह हेल्दी फूड्स लेना पसंद करती हैं। अपने खाने में वह ज्यादा बदलाव नहीं करती हैं।
कुलजीत का पर्सनल अनुभव
कुलजीत का कहना है कि कभी भी वेट लॉस करने के लिए अपना टारगेट सेट मत करो। जब आप एक टारगेट सेट करते हैं, तो आगे का टारगेट खुद की सेट हो जाता है। इसलिए सिर्फ वजन कम करने की कोशिश करें। पहले से तय बिल्कुल भी नहीं करें कि आपको कितना वजन घटाना है।
कुलजीत कहती हैं उन्हें अब खुद को देखकर काफी अच्छा लगता है। घरवालों से ज्यादा बाहर वालों के कमेंट्स सुनकर उन्हें काफी अच्छा महसूस होता है। उनका कहना है कि जब तक आप "खुद को नहीं हिलाओगे, तब तक कुछ नहीं होने वाला"
अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो सबसे पहले खुद को तैयार करें। कभी खुद को दूसरों से कमजोर न समझें। वजन घटाने के लिए आप दूसरों से प्रेरणा ले सकते हैं, लेकिन खुद को उस व्यक्ति से कम नहीं समझें। वजन को कम करने का हमेशा प्रयास करें। एकदम से डाइट प्लान फॉलो न करें और न ही हैवी एक्सरसाइज करें। इससे शरीर पर विपरीत प्रभाव पड़ सकते हैं।