
वर्कआउट करते वक्त महिलाओं को ऐसी चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए, जो शारीरिक प्रदर्शन के साथ वजाइनल एरिया की सॉफ्टनेस भी बरकरार रखे।
महिलाएं अगर अपने रोज के व्यस्त रूटीन के बाद भी फिट एंज फाइन रहने के लिए वर्कआउट कर रही हैं, तो ये एक बड़ी बात है। हेल्थ के प्रति जागरूता दिखाना और नियमित रूप से व्यायाम करने के कई फायदे हैं। पर जैसा कि हम सभी जानते हैं कि महिलाओं को शरीर भारी-भरकम वर्कआउट को आसानी से नहीं कर पाता, तो इसके पीछे कई कारण हैं। पीरिएड्य और वजाइनल हेल्थ सी जुड़ी तमाम चीजें उन्हें परेशान कर सकती हैं। पर क्या कभी आपने सोचा है हैवी वर्कआउट का आपकी वजाइनल हेल्थ पर क्या असर पड़ता होगा। वहीं वर्कऑउट करते वक्त महिलाओं को किन चीजों का ख्याल रखना चाहिए ताकि, जिससे आपके वजाइनल हेल्थ को कोई नुकसान न पहुंचे। अगर नहीं, तो आइए जानते हैं इसके बारे में।
वर्कआउट करते वक्त वजाइनल हेल्थ से जुड़े इन 4 बातों का रखें ख्याल-
वर्कआउट के लिए कपड़े चुनते वक्त रहें सावधान-
नायलॉन, स्पैन्डेक्स और पॉलिएस्टर जैसे कपड़े चुनें, जो वर्कआउट के वक्त आरामदायक और लचीले हों। दरअसल महिलाओं को अक्सर वजाइनल इंफेक्शन होने का खतरा होता है। ये इंफेक्श पसीने और गंदगी के कारण भी फैल सकता है। इसलिए जरूरी है कि ऐसे कपड़ो को पहना जाए जो आपके शारीरिक प्रदर्शन को बढ़ाने के साथ आपके वजाइनल एरिया की सॉफ्टनेस बरकरार रखे। इसके साथ वर्कआउट करते वक्त ढीले कपड़ों को चुनें, जो वजाइना से ज्यादा चिपके नहीं। इसी तरह ढीला अंडरवियर पहनें, जो योनि के मूत्राशय से जाकर चिपके नहीं। ऐसा इसलिए क्योंकि पसीने के हानिकारक बैक्टीरिया से वजाइना और मूत्राशय में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए फिटिंग सूती अंडरवियर को चुनें, जो महिला शरीर रचना को अच्छी तरह से कवर करता है और वजाइनल एरिया को आराम दे।
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हीट रैश से बचने के तरीके जानें-
अगर आप बहुत पसीना बहाते हैं (विशेष रूप से गर्म या नम वातावरण में) तो गर्मी से वजाइनल एरिया में रेशेज हो सकते हैं। इसलिए जैसे ही आप जिम से आएं तुरंत कपड़ों को बदल दें। दरअसल पसीने त्वचा पर बैक्टीरिया को फंसाता है, पसीने की ग्रंथियों को अवरुद्ध करता है जिससे छोटे खुजलीदार लाल दाने के साथ एक दाद या जलन होती है। आदर्श रूप से, एक लंबी कसरत के बाद, अपने पसीने वाले कपड़ों को निकालकर एक बेहतरीन शॉवर लेना चाहिए। इस दौराम वजाइनल स्पेशल वॉश से पूरे एरिया को धोएं और साफ करें। कोशिश करें कि गुणगुणे पानी को इस्तेमाल करें और फिर इसे किसी साफ कपड़े से पोंछ कर सूखा लें।
वर्कआउट करने से पहले टॉयलेट कर लें-
काम करने से मूत्राशय पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है, जिससे उनका नेचुरल फ्लो रूक जाता है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ फिजिशियन ने पाया है कि 40 से 60 वर्ष की उम्र की 50% महिलाएं मूत्र असंयम से पीड़ित होती हैं। पेट के दबाव को बढ़ाने वाली कोई भी गतिविधि तनाव इस पर बुरा असर डाल सकती है। खासकर अगर आपको अगर जोर की टॉलेट लगी है तो। इसलिए वर्कआउट करने से पहले अपने मूत्राशय को खाली कर लें ताकि आप मूत्राशय पर तनाव कम कर सकें। इसके लिए जब भी वर्कआउट करें, इससे पहले टॉयलेट कर लें।
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खूब पानी पीएं-
एक गहन कसरत के बाद शरीर से पसीने के रूप में पानी बाहर आ जाता है। ऐसे में पानी की कमी से आपको वजाइना में खुजली आजि की परेशानी हो सकती है। इसलिए जब भी वर्कआउट कर के आएं, खूब पानी पीएं। इसके साथ ही वर्कऑउट से पहले वजाइना में कोई वजाइनल लोशन लगा कर जाएं। पीरिएड्स के दिनों में भारी भरकम एक्सरसाइज करने से बचें। वजाइनल एरिया को सांस लेने की अनुमति देने के लिए स्वच्छ स्पोर्ट्सवियर पहनने से पसीने को कम करने का एक आसान उपाय हो सकता है। साथ ही फेमिनिन हाइजीन वाइप्स संक्रमण और दुर्गंध को रोकने के लिए और वजाइना की देखभाल के लिए अच्छी तरह से काम करते हैं।
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