
नाखूनों का बदलता रंग कई समस्याओं का संकेत देता है। यदि आपके नाखून, पीले, काले, नीले, सफेद या धारीदार नज़र आ रहे हैं तो यह किसी बीमारी का लक्षण हो सकता है। हालांकि, कई बार साफ-सफाई की कमी के कारण भी नाखूनों का रंग बदल जाता है, जो चिंता का विषय नहीं है। लेकिन, चूंकि नाखूनों के रंग के साथ कोई बड़ी बीमारी जुड़ी हो सकती है इसलिए नाखूनों में आए किसी भी प्रकार के बदलाव को हल्के में लेना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है।
ऐसे में असल समस्या को समझने और सही इलाज के लिए नाखूनों के रंग का कारण जानना आवश्यक है। इसलिए आज हम आपको यह बता रहे हैं कि नाखूनों के विभिन्न रंग किस बीमारी का संकेत देते हैं। पढ़ते हैं आगे...
सफेद नाखून
सफेद नाखून एनीमिया यानी कि शरीर में खून की कमी को दर्शाते हैं। इसके अलावा नाखूनों का सफेद रंग शरीर में विभिन्न प्रकार के पौष्टिक तत्वों जैसे कि प्रोटीन, कैल्शियम आदि की कमी का भी संकेत देता है। एक कुपोषित व्यक्ति के नाखूनों का रंग सफेद होता है क्योंकि उसके शरीर में जरूरी पोषण की कमी होती है। सफेद नाखून पेलाग्रा के रोग का भी संकेत देता है। यह रोग शरीर में विटामिन बी-3 की कमी के कारण हो जाता है। इसलिए यदि आपके नाखून सफेद हैं तो डॉक्टर से परामर्श लेने में बिल्कुल देर न करें।
सफेद लंबी धारियां
कई बार पानी में आर्सेनिक नाम का तत्व पाया जाता है, जो विशेषकर औद्योगिक क्षेत्रों में पाए जाने वाले पानी में होता है। शरीर में इस तत्व की मौजूदगी नाखूनों पर सफेद धारियों के लिए जिम्मेदार होता है। नाखूनों पर सफेद धारिया त्वचा संक्रमण को भी दर्शाती हैं।
आधा सफेद और आधा लाल नाखून
इस प्रकार का रंग विभिन्न बीमारियों को दर्शाता है जैसे कि हृदय रोग, लिवर सिरोसिस, लिवर फेलियर, डायबिटीज़ आदि। इसलिए यदि आपके नाखूनों का रंग आधा सफेद और आधा लाल है तो डॉक्टर से परामर्श लेने में देर न करें।
नीले नाखून
जिन लोगों के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन की कमी होती है, ऐसे लोगों के नाखून नीले पड़ सकते हैं।
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पीले नाखून
पीले नाखून थायरॉइड, सिरोसिस जैसी त्वचा की समस्या को दर्शाते हैं। इसके अलावा नाखूनों का पीलापन पीलिया का लक्षण भी हो सकता है। पीले नाखून इस बात को भी दर्शाते हैं कि आपके शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक से नहीं हो पा रहा है। अधिक धूम्रपान के कारण भी नाखून पीले पड़ जाते हैं। किडनी में पथरी हो जाए या किडनी की कार्यप्रणाली में गड़बड़ी आजाए तो ऐसे में नाखून पीले पड़ने लगते हैं।
काला रंग
नाखूनों का काला रंग फंगल संक्रमण को दर्शाता है। यह सिरोसिस की समस्या का संकेत देता है। इसमें नाखून की मोटाई धीर-धीरे पतली होती जाती है और नाखून की त्वचा अंदर ही अंदर सड़ती जाती है। समय पर इलाज न कराने पर नाखून पूरी तरह खोखला पड़ सकता है।
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क्षैतिज धारियां
ये धारिया नाखून के एक ओर से होते हुए दूसरी ओर तक जाती हैं। इन्हें ट्रांसफर्स लाइन भी कहते हैं। ये धारियां खेलते-कूदते या काम करते वक्त चोट लगने के कारण आ जाती हैं। इसमें किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। ये धारियां धीरे-धीरे खुद-ब-खुद गायब हो जाती हैं।
(ये लेख मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट और डर्मेटोलॉजी मुकेश गिरिधर से बातचीत पर आधारित है।)
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