पेशाब में ब्लड आने से लोग डर जाते हैं। इसका प्रभाव खतरनाक भी हो सकता है और नॉर्मल भी होता है। पेशाब में ब्लड आने को हेमाट्यूरिया कहते हैं। इसलिए पेशाब में ब्लड आने के लक्षण को अच्छे से पहचान लेना चाहिए, जिससे डॉक्टर को दिखाने के समय उन्हें तकलीफ बताने में आसानी हो। आज के इस आर्टिकल में हम इस समस्या के बारे में जमशेदपुर के साकची में प्रैक्टिस कर रहे सीनियर यूरोलॉजिस्ट व वर्तमान में टीएमएच से रिटायर डॉक्टर एच सिंह से जानेंगे कि ये बीमारी क्यों होती है। इसके कारण, लक्षण और बचाव। जानने के लि पढ़ें ये आर्टिकल।
हेमाट्यूरिया चार प्रकार के होते हैं
डॉक्टर बताते हैं कि चार तरह हेमाट्यूरिया होते हैं, जिन्हें हम पेनफुल हेमाट्यूरिया, पेनलेस हेमाट्यूरिया, ग्रॉस हेमाट्यूरिया और माइक्रोस्कोपिक हेमाट्यूरिया कहते हैं। पेनफुल हेमाट्यूरिया में पेशाब से खून निकलने के साथ दर्द या जलन होता है। वहीं पेनलेस हेमाट्यूरिया में सिर्फ पेशाब के साथ खून निकलता है, इससे जलन की समस्या नहीं होती है। पेनलेस हेमाट्यूरिया ज्यादा खतरनाक होता है। यह कैंसर का लक्षण हो सकता है। अगर यूरिन में ब्लड के थक्के रुक-रुक कर आ रहे हैं तो ज्यादा परेशानी की बात नहीं होती है। लेकिन अगर यूरिन में लगातार खून या खून के थक्के आ रहे हैं तो यह ज्यादा खतरनाक हो सकता है। यदि आपको भी इस प्रकार का लक्षण दिखे तो डॉक्टरी सलाह लेना चाहिए।
इन बातों का ध्यान रखें, डॉक्टर को बताएं सही जानकारी
डॉक्टर बताते हैं कि हम मरीज से उसके लक्षणों की सही-सही जानकारी लेते हैं। तभी इसका इलाज शुरू करते हैं। हम मरीज से पूछते हैं कि पेशाब में अगर ब्लड आता है, तो वो कैसे आ रहा है इसका ध्यान रखना जरूरी है। इससे हेमाट्यूरिया की जटिलता का हम पता कर सकते हैं। मरीज से पूछते हैं कि पेशाब के शुरू में थोड़ा ब्लड आया था, या पूरे यूरिन में ब्लड आया था। पेशाब के बाद में ब्लड आया था या पेशाब करने में सिर्फ एक बार ब्लड आया या जब भी पेशाब करने जा रहे हैं तब पेशाब में खून आ रहा है। इन सारी चीजों की जानकारी लेने के बाद हेमाट्यूरिया का इलाज करते हैं।
पेनलेस पेशाब से ब्लड निकलना कैंसर का हो सकता है कारण
खून में ब्लड आने के ज्यादातर केस में कैंसर इसका कारण नहीं होता है। अगर आपकी उम्र ज्यादा है और बिना दर्द के पेशाब से लगातार ब्लड निकल रहा है तो यह कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। ज्यादातर यूरीन के रास्ते या यूरीन में इंफेक्शन होने से ब्लड आते हैं। इसमें पेशाब के साथ दर्द भी होता है और रुक-रुक कर ब्लड आता है। हार्ट की दवा खाने से भी पेशाब में ब्लड आता है। लेकिन इसमें जलन भी होता है। इसके अलावा पथरी होने से भी पेशाब से ब्लड आता है। इसके साथ दर्द भी होता है। कभी-कभी इसमें पेशाब रुक भी जाता है। तब बॉडी को शेक करने से पेशाब निकलता है। यूरेटर में अगर पथरी हो गई है तो भी पेनफुल हेमाट्यूरिया हो सकता है। अगर आपके किडनी या ब्लैडर में टीबी होता है तब भी पेशाब से खून आता है। सभी लक्षणों में मरीज को डॉक्टरी सलाह जरूर लेनी चाहिए।
हेमाट्यूरिया के कारणों को जानें
- किडनी या पेशाब के रास्ते में कैंसर होना
- पेशाब के रास्ते में इंफेक्शन होना
- पेट में या यूरेटर में पथरी होना
- किडनी में टीबी होना
- >हार्ट की दवा के अलावा कुछ अन्य दवा का सेवन करने से
- गर्भाशय में संक्रमण, आघात, जकड़न, पथरी
- मूत्राशय में ट्यूमर, अकड़न, संक्रमण, आघात
- सिकल सेल एनीमिया के कारण
हेमाट्यूरिया को पहचाने के लिए इन लक्षणों को ध्यान से देखें
- पेशाब में खून रुक-रुक कर आना
- पेशाब के शुरू में थोड़ा सा खून या पेशाब के बाद थोड़ा खून आना
- पेशाब से खून के थक्के का निकलना
- पेशाब से लगातार खून का निकलना
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हेमाट्यूरिया से बचाव कैसे करें
- रोजाना खूब पानी पीएं
- खाने में ज्यादा नमक नहीं खाएं
- सेक्स के बाद तुरंत पेशाब कर लें। इससे आपके मूत्र की नली स्वच्छ रहेगी व स्वच्छता बनी रहेगी।
- धूम्रपान, शराब आदि का सेवन न करें। इससे किडनी या मूत्राशय में कैंसर हो सकता है जिससे पेशाब में खून आते हैं।
हेमाट्यूरिया का ऐसे किया जाता है उपचार
डॉक्टर बताते हैं कि हेमाट्यूरिया का उपचार उसके लक्षण को देखकर किया जाता है। आपके पेशाब से खून निलने के कई कारण हो सकते हैं। पेशाब से खून किस प्रकार से निकल रहा है, ये आपको यह पता है तो डॉक्टर आसानी इलाज कर सकते हैं। हल्के हेमाट्यूरिया में जो पेशाब रास्ते में संक्रमण के कारण होती है उसे दवा देकर डॉक्टर ठीक कर देते हैं। वहीं अगर मूत्र मार्ग या गुर्दे में कैंसर का पता चलता है तो इसका इलाज लंबा चलता है। वहीं मूत्राशय में पथरी की समस्या पर शॉक थेरेपी दी जाती है। इन तमाम तरीकों से मरीज का इलाज किया जाता है।
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हेमाट्यूरिया के प्रकार और उसके लक्षणों को जानें
- पेनफुल हेमट्यूरिया - जब आपके पेशाब से खून के साथ मूत्र मार्ग में दर्द दें तो इसे पेनफुल हेमाट्यूरिया कहते हैं।
- पेनलेस हेमाट्यूरिया - पेशाब में सिर्फ खून आए और किसी प्रकार का दर्द ना हो तो इसे पेनलेस हेमाट्यूरिया कहते हैं। यह ज्यादा खतरनाक होता है।
- ग्रॉस हेमाट्यूरिया - अगर पेशाब में इतना खून आ रहा है ,जिससे पेशाब का कलर लाल या गुलाबी दिखाई दे रहा है या इसमें खून के धब्बे दिखाई दे रहे हैं तो इसे ग्रॉस हेमाट्यूरिया कहा जाता है।
- >माइक्रोस्कोपिक हेमाट्यूरिया - जब पेशाब में रक्त काफी कम रहता है और दिखाई नहीं देता है तो इसे माइक्रोस्कोपिक हेमाट्यूरिया कहते हैं। इसे देखने के लिए लैब में माइक्रोस्कोप का इस्तेमाल किया जाता है। मूत्र के नमूने की जांच की जाती है, जिससे माइक्रोस्कोपिक हेमाट्यूरिया की पुष्टि होती है।
आपको इस बीमारी के लक्षण दिखे तो लें डॉक्टरी सलाह
डॉक्टर बताते हैं कि ये एक सामान्य बीमारी है। जो पुरुषों में अधिक देखने को मिलती है। यदि आपको भी इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे तो डॉक्टरी सलाह लेना चाहिए और इसका इलाज तुरंत कराना चाहिए। ताकि समय रहते बीमारी से बचाव किया जा सके।
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