असहनीय होता है क्रोनिक पेन, डॉ कपिल सिंघल से जानें क्रोनिक पेन के कुछ बड़े कारण

क्या आप भी कमर के भयंकर दर्द से पीड़ित हैं? तो आइए, जानिए डॉ कपिल सिंघल से बचाव के तरीके।
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असहनीय होता है क्रोनिक पेन, डॉ कपिल सिंघल से जानें क्रोनिक पेन के कुछ बड़े कारण


जब आप को कोई चोट लग जाती है तो आप की नसे उस मैसेज को आप की स्पाइन के माध्यम से आप के दिमाग तक पहुंचाती है। ऐसे में जब आप की चोट ठीक होने लगती है तो धीरे धीरे आप का दर्द भी कम होने लगता है। परंतु क्रोनिक पेन में ऐसा नहीं होता है। इसमें आप की नर्व चोट के ठीक होने के बाद भी दिमाग तक बार बार मैसेज पहुंचाती रहती हैं। क्या कारण है इस दर्द के?  इसकी वजह क्या है और इसके उपचार क्या है?  जानिए डॉक्टर कपिल सिंघल से। जो कंसलटेंट क्रिटिकल केयर ,मेट्रो हॉस्पिटल के विशेषज्ञ हैं। डॉ कपिल सिंघल ने ओनली माय हेल्थ को बातचीत के दौरान इस दर्द से जुड़ी जरूरी जानकारी दी। जोकि इस प्रकार है-

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इस दर्द को ठीक होने में हफ्तों से लेकर सालों तक का समय लग जाता है। यह लगभग 12 हफ्तों तक रहता है। इसका दर्द कभी बहुत ज्यादा तो कभी बहुत कम होने लगता है। क्रोनिक पेन के मुख्य प्रकार सिर दर्द,ट्रामा के बाद का दर्द, कमर दर्द, कैंसर में होने वाला दर्द, गठिया और न्यूरोगेनिक दर्द व किसी प्रकार की चोट लगने के कारण होने वाला दर्द है।

क्रोनिक पेन के कारण 

यह मुख्य रूप से किसी चोट के द्वारा शुरू होता है जैसे कमर का दर्द। यह माना जाता है कि जब किसी चोट के द्वारा कोई मांसपेशी नष्ट हो जाती है तो उसके बाद क्रोनिक पेन शुरू होता है। यदि नसें खराब हो जाती है तो यह दर्द और लंबे समय तक रहता है। ऐसे में दर्द को ठीक करना क्रोनिक पेन को ठीक नहीं कर सकता है। जो क्रोनिक पेन बिना किसी चोट के होता है उसके पीछे के कारण अज्ञात है। परंतु इनके पीछे के कारणों का कुछ अनुमान लगाया गया है जो इस प्रकार है। 

क्रोनिक फैटिग सिंड्रोम 

यह तब होता है जब आप बहुत ज्यादा काम के कारण थक जाते हैं। इस कारण भी क्रोनिक पेन हो सकता है। 

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एंडोमिट्रियासिस 

यह एक दर्दनाक स्थिति होती है और यह जब होती है जब यूटराइन यूटरस से बाहर आने लगता है। 

फाइब्रोमायलिया 

हड्डियों व मसल्स में होने वाला दर्द।

इन्फ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज 

पाचन तंत्र में होने वाली क्रोनिक इन्फ्लेमेशन बीमारी।

किसको होने की संभावना अधिक है

यह वैसे तो किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। परन्तु इसका अधिक खतरा बूढ़े लोगों को होता है। बूढ़े लोगों के अलावा ,जिसे कोई चोट लगी हो,जिस की सर्जरी हुई हो, अधिकतर महिलाओं में, अधिक मोटे लोगों को आदि इस भयंकर दर्द होने की ज्यादा संभावना रहती हैं। 

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उपचार क्या हैं

मुख्य उद्देश्य दर्द को कम करना व स्थिरता बनाना है। ताकि रोगी अपने रोजाना के कामों को बिना किसी दिक्कत के आसानी से कर पाये। इस के दर्द की मात्रा अलग अलग लोगों में अलग अलग होती है। इसलिए हरेक  लिए अलग उपचार हो सकते हैं। यदि आप इसे ठीक करना चाहते हैं तो दवाइयों द्वारा, लाइफस्टाइल में बदलावों द्वारा  इसे कम कर सकते हैं। 

क्रोनिक पेन की दवाइयां  

क्रोनिक पेन को ठीक करने के लिए एंटी इन्फ्लेमेटरी ड्रग्स जैसे एस्पिरिन व इबूप्रोफेन ले सकते हैं। दर्द को कम करने के लिए कॉडिन, मरोफिन आदि दवाइयां भी ली जा सकतीं हैं। इनके अलावा अपने लाइफस्टाइल में फिजिकल थेरेपी, योग, कला व संगीत थेरेपी जोड़ सकते हैं। मसाज लेने से व रोज सुबह मेडिटेशन करने से भी  क्रोनिक पेन में बहुत राहत मिलेगी।

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