आयुर्वेद में गठिया (Arthritis Ayurveda Treatment) का मुख्य कारण वात दोष को मानते हैं। इस समस्या से बचने के लिए लोग न जानें कितनी दवाईयां या पेन किलर लेते हैं लेकिन इनके सेवन से गुर्दे की समस्या, पेट में गर्द, हृदय की समस्या आदि परेशानी पैदा हो जाती है। ऐसे में प्राकृतिक उपचार एक बेहतर विकल्प है। आयुर्वेद में कुछ ऐसी चीजें पाई जाती हैं, जिनके उपयोग से गठिया की समस्या को दूर किया जा सकता है। अब सवाल ये है कि कौन सी हैं वो औषधियां और कैसे करें इन औषधियों या आयुर्वेदिक तेलों का इस्तेमाल? आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि आयुर्वेदिक औषधियां कैसे इस समस्या को दूर कर सकती हैं। इसके लिए हमने महर्षि आयुर्वेद अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक और आयुर्वेदाचार्य सौरभ शर्मा से भी इनपुट्स मांगे हैं। पढ़ते हैं आगे...
गठिया को दूर करने के घरेलू उपाय (home remedies and ayurvedic aushadhi for arthritis)
आयुर्वेदिक औषधि के माध्यम से इस समस्या को दूर किया जा सकता है। यह उपाय निम्न प्रकार हैं...
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1 - महानारायण तेल है गठिया के लिए अच्छा (mahanarayan oil for arthritis)
जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को दूर करने में महानारायण तेल बेहद उपयोगी है। इसे विशेष औषधि के रूप में भी देखा जाता है। अगर नियमित रूप से इस तेल की मालिश की जाए तो हर प्रकार का गठिया दूर हो जाता है। यह न केवल मांसपेशियों की अकड़न को दूर करती है बल्कि जोड़ों में आई कठोरता से भी राहत पहुंचाती है। कुछ लोग इसका सेवन भी करते हैं ऐसे में यह दूध के साथ ली जाती है। लेकिन अगर आप मालिश के तौर पर इसका इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप इसे लंबे समय तक उपयोग में ला सकते हैं। लेकिन मौखिक तौर पर आपको एक बार डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि कुछ लोगों में मौखिक तौर पर इसके दुष्परिणाम देखने को मिले हैं। ऐसे में मौखिक रूप से इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।
2 - कोट्टम चुकड्डी तैलम है गठिया के लिए उपयोगी कोत्तमचुक्कड़ी (kottam chukkadi thailam for arthritis)
शरीर में जो दर्द वात विकारों के कारण उत्पन्न होते हैं उन्हें दूर करने में यह तेल बेहद उपयोगी है। यह न केवल जोड़ों का दर्द कम करता है बल्कि जोड़ों के काम में भी सुधार लाता है। इसके अंदर ऐसे एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद है जो न केवल गठिया के इलाज में प्रभावशाली है बल्कि इससे की जाने वाली मालिश जोड़ों के दर्द को दूर करने में बेहद मददगार है। बता दें कि आप इसका उपयोग बिना किसी डॉक्टर की सलाह के भी कर सकते हैं क्योंकि इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
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3 - रसनादी काशयम है गठिया दूर करने में उपयोगी (rasnadi kashayam for arthritis)
तरल रूप में पाए जाने वाली यह आयुर्वेदिक औषधि गठिया को दूर करने में बेहद मददगार है। जो लोग गठिया के कारण होने वाले दर्द और सूजन से परेशान रहते हैं वे इसका सेवन कर सकते हैं साथ ही है जोड़ों के काम को सुचारु रुप से करने में प्रेरित करती है। ऐसे में आप एक गिलास पानी में इसकी सामान मात्रा को घोल कर पी सकते हैं। हालांकि इसका कोई दुष्परिणाम सामने नहीं आया है लेकिन इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
4 - आमवातारि रस है गठिया को दूर करने में उपयोगी (amavatari ras for arthritis)
आयुर्वेद में रूमेटिक गठिया को दूर करने में इसका उपयोग किया जाता है। इसके अंदर कई शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटी जैसे- त्रिफला, दशमूला, अमृतु आदि शामिल हैं जो रूमेटिक गठियाको दूर करने में बेहद मददगार हैं। यह रस जोड़ों की काम को ठीक करने के साथ-साथ गठिया जैसी गंभीर बीमारी को भी दूर करता है। चूंकि इसके अंदर एक भारी धातु पाई जाती है ऐसे में इसका अत्यधिक सेवन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
5 - पंचकर्म है गठिया को दूर करने का सबसे बेहतरीन उपाय (panch kram for arthritis)
पंचकर्म, जैसा कि नाम से पता चल रहा है इसके अंदर पांच प्रकार की इलाज शामिल हैं। आयुर्वेद में ये प्रक्रिया काफी प्रसिद्ध है। ऐसे में इसके उपयोग से गठिया की समस्या को दूर किया जा सकता है। पंचकर्म के माध्यम से उस दोष को ठीक किया जाता है जिसके कारण वह समस्या पैदा हुई है। कई प्रकार की मालिश के साथ-साथ कई प्रकार की थेरेपी भी दी जाती हैं। चूंकि गठिया रोग वात दोष के कारण होता है ऐसे में इस प्रक्रिया से गठिया की समस्या को दूर किया जा सकता है। Ela Kizhi थेरेपी जिसे पत्र पिंड स्वेद के नाम से भी जाना जाता है, इसमें हर्बल पत्ते को लेकर उसमें औषधि लगाई जाती है फिर उसे गर्म करके प्रभावित जगह पर लगाया जाता है। ऐसा करने से गठिया का रोग ठीक हो जाता है।
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6 - धन्वंतरम तेल से गठिया का रोग होगा दूर (dhanwantharam oil for arthritis)
यह तेल कई आयुर्वेदिक तरीके से तैयार किया जाता है। आयुर्वेद में इसे गठिया रोगियों के लिए बेहद उपयोगी मानते हैं। गठिया के द्वारा उसने वाले दर्द को ठीक करने के साथ-साथ इसे रूमेटिंग गठिया को ठीक करने के लिए भी बेहतर विकल्प मानते हैं। रूमेटाइड अर्थराइटिस और ओस्टियोआर्थराइटिस को दूर करने में इसकी मालिश बेहद उपयोगी है। अगर इसका इस्तेमाल प्रतिदिन किया जाए तो यह जोड़ों की ताकत को बनाए रखता है और हर प्रकार की गठिया को दूर रखता है। चूंकि इस तेल का कोई दुष्परिणाम नहीं है ऐसे में आप लंबे समय तक इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
नोट - गठिया को दूर करने में ऊपर बताए गए तेल और औषधि बेहद उपयोगी हैं। लेकिन किसी भी औषधि का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें। हर शरीर की तासीर अलग होती है ऐसे में जरूरी नहीं जो यहां औषधि बताई गई है आपके शरीर को सूट करें। लेकिन ऊपर बताए गए तेल का उपयोग आप बिना किसी डॉक्टर की सलाह पर भी कर सकते हैं इसका कोई दुष्परिणाम सामने नहीं आएगा। अगर आपको कोई स्किन एलर्जी है तब इन तेलों का उपयोग ना करें। गर्भावस्था के दौरान किसी भी चीज का सेवन करने से पहले एक बार एक्सपर्ट से संपर्क करें। इसके अलावा यदि आप किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं तो आप किसी भी जड़ी-बूटी के सेवन से बचें। वरना ऐसा करने से हो सकता है कि जो दवा का सेवन आप उस बीमारी को रोकने के लिए कर रहे हैं उस दवा का असर कम हो जाए और बीमारी और गंभीर हो जाए। किसी के कहने पर अपनी डाइट में बदलाव करने से बचें।
(ये लेख महर्षि आयुर्वेद अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक और आयुर्वेदाचार्य सौरभ शर्मा द्वारा दिए गए इनपुट्स पर बनाया गया है।)
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