हम सबको अपने नाखूनों से प्यार होता है पर क्या कभी आपने उन्हें हेल्दी रखने के बारे में सोचा? क्या आपने सोचा कि नाखूनों के अस्वस्थ होने का कारण बीमारी या इंफेक्शन तो नहीं? अगर नहीं तो आज हम बात करेंगे नाखूनों की देखरेख, उनसे जुड़ी बीमारी और इंफेक्शन व उसका इलाज। नाखून भले ही हमारे शरीर का छोटा सा हिस्सा हो पर आपको उस पर ध्यान देना चाहिये। सामान्य तौर पर स्वस्थ नाखून सफेद और साफ-सुथरे होते हैं अगर ऐसा नहीं है तो संभल जाइये। अगर आपके नाखून बहुत जल्दी टूट जाते हैं तो आपको उन पर ध्यान देने की जरूरत है। अस्वस्थ नाखून पोषक तत्वों की कमी या हार्मोन्स इंबैलेंस की ओर इशारा करते हैं।
अस्वस्थ नाखून या नाखून से जुड़ी बीमारी को हम नेल डिसऑर्डर के नाम से जानते हैं। हमें नाखूनों का निरीक्षण करके इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि कहीं उनकी रंगत या चमक कम तो नहीं हो रही है। अगर नाखूनों का रंग सफेद से भूरा हो रहा है तो फंगल इंफेक्शन की समस्या आपको हो सकती है। इसे और बेहतर तरीके से समझने के लिये हमने बात की ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ देवेश मिश्रा से और समझा कि नाखूनों को स्वस्थ कैसे रखें।
नेल डिसआर्डर क्या होता है? (What is nail disorder)
नेल डिसआर्डर का मतलब होता है नाखून से जुड़ी बीमारी या इंफेक्शन। ये कई तरह का हो सकता है। नाखून टूटना भी एक तरह का नेल डिसऑर्डर ही है। इसमें नाखून के अंदर के सेल्स डैमेज होते हैं। ऐसा होने पर आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिये। कई लोगों के नााखूनों पर सफेद निशान पड़ जाते हैं। लोग इस पर ध्यान नहीं देते पर ये भी एक तरह की बीमारी है। ऐसा होने पर आपको फंगल इंफेक्शन हो सकता है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके नाखूनों पर सफेद नहीं बल्कि काले धब्बे हो जाते हैं। ये एक गंभीर लक्षण है इसे नजरअंदाज न करें। इससे मेलानोमा का खतरा बढ़ सकता है जो कि स्किन कैंसर का एक खतरनाक रूप है।
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बीमार नाखूनों को कैसे पहचानें? (How to indentity unhealthy nails)
नाखूनों में होने वाले बदलाव पहले बहुत छोटे होते हैं धीरे-धीरे ये बीमारी या इंफेक्शन का रूप ले लेते हैं। वैसे तो नाखूनों में होने वाले बदलाव आपके शरीर में होने वाली दूसरी बीमारियों के भी संकेत देते हैं पर ये खुद नाखून की बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। अगर आपको भी नेल डिसऑर्डर हुआ है तो नाखून में बदलाव नजर आयेगा। उसका रंग बदल सकता है। कुछ मामालों में नाखून से एक तरह की गंध आ सकती है। कुछ लोगों को नाखूनों में दर्द भी होता है। ये फंगल या बैक्टेरिया के अटैक के कारण होता है। आर्टिफिशियल नाखून लगाने से भी कई बार ये इंफेक्शन हो सकता है। आपके नाखूनों के चारों तरफ अगर सूजन या लालिमा दिखे तो ये इंफेक्शन की निशानी हो सकती है। वैसे तो इसे एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक किया जा सकता है पर अगर आपको स्थिति गंभीर लग रही है तो डॉक्टर की सलाह लें। फंगल इंफेक्शन दूर करने के लिये डॉक्टर लेजर नेल थैरेपी से आपके नाखूनों का इलाज करते हैं। बीम की मदद से आपके नाखून का इंफेक्शन खत्म किया जाता है। आप इन सबसे बचने के लिये घर पर ही मेनीक्योर कर सकते हैं।
दूसरी बीमारियों की ओर तो नहीं इशारा कर रहे नाखून? (Unhealthy nails are symptoms of other diseases)
कुछ लोग नेल पॉलिश का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। ऐसा करने से बचें। इससे आपके नाखून पीले हो जाते हैं। पीले नाखून कई अन्य बीमारियों का लक्षण भी हो सकते हैं जैसे पीलिया, थाइराइड या डायबिटीज़। एनीमिया पीड़ित के नाखून भी पीले हो जाते हैं। कई बार नाखून उठ जाते हैं या मुड़े हुए लगते हैं ये आपके खून में ऑक्सीजन की कमी को बताते हैं। नाखूनों का उठना या मुड़ना फेफड़ों से जुड़ी बीमारी का लक्षण भी हो सकता है। वहीं रूखे और कमजोर नाखूनों का सीधा संबंध थायराइड से होता है। हालांकि फंगल इंफेक्शन में भी ऐसा होता है पर भ्रम में न रहें डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आपके नाखून कड़े हो रहे हैं तो डॉक्टर इसे अर्थराइटिस या फेफड़ों में इंफेक्शन का कारण मानते हैं। सिगरेट पीने वालों में ये देखा जाता है। अगर आपको नाखूनों पर खरोंच या सफेद निशान दिखता है तो ये एग्जिमा के लक्षण भी हो सकते हैं। नाखूनों में बनने वाले सफेद रेखा प्रोटीन की कमी को बताती है। अगर आपके खून में प्रोटीन कम है तो ऐसी लाइन नाखून पर देखने को मिलती है। वहीं गहरे रंग की पट्टी नाखून पर दिखे तो फौरन डॉक्टर को दिखायें। ये स्किन कैंसर के लक्षण माने जाते हैं।
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नाखूनों के डैमेज सेल्स कैसे रिपेयर करें? (How to repair unhealthy nails)
अगर आपके नाखून पीले हो रहे हैं तो इसका कारण हो सकता है सेल्स का अंदर से डैमेज होना। इन्हें ठीक करने की के लिये नाखूनों पर नींबू रगड़ें। नींबू में विटामिन सी होता है। इससे सेल्स रिपेयर होंगे और नाखून स्वस्थ बनेंगे। आप रात को सोने से पहले नाखूनों पर हल्के हाथ से नींबू से मसाज करें। 5 से 10 मिनट मसाज करने के बाद गरम पानी से हाथ धो लें। 1 हफ्ते तक इसे करने के बाद आपको फर्क महसूस होगा। अगर नाखून के आसपास वाले हिस्से में जलन या घाव है तो नींबू न लगायें। इससे आपको दर्द हो सकता है।
अस्वस्थ नाखूनों को कैसे करें ठीक? (Treatment of unhealthy nails)
अगर आपके नाखून कमज़ोर हैं और बार-बार टूट जाते हैं तो आप जैतून का तेल इस्तेमाल करें। इसमें विटामिन ई की अच्छी मात्रा पाई जाती है। विटामिन ई आपके नाखूनों को मजबूत बनाता है और टूटने से रोकता है। जैतून के तेल में आप अलग से विटामिन ई की गोली भी मिला सकते हैं। इसके अलावा नारियल का तेल लगभग हर घर में पाया जाता है। नारियल के तेल में मौजूद पोषक तत्व आपके नाखूनों को स्वस्थ रखने में मददगार हैं। इसलिये नारियल के तेल को रोजाना नाखूनों पर लगायें। रात को सोने से पहले आप पैरों को साफ करके उस पर तेल लगायें और मोजे पहनकर पैरों को ढक लें। नाखूनों के लिये लहसुन अच्छा होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट और सेलेनियम मौजूद होता है। इससे नाखून हेल्दी बनते हैं। इसे आप नाखूनों पर कुछ देर लगाकर छोड़ दें और थोड़ी देर बाद हाथ धो लें। धूलमिट्टी से नाखूनों को दूर रखें। बाहर से घर आने के बाद आप हाथों को गुनगुने पानी में माइल्ड सोप डालकर डुबोकर रखें और अच्छी क्रीम लगायें। नाखूनों को चबाने की आदत है तो इसे बिल्कुल छोड़ दें। इससे पेट की बीमारी होती है, जर्मस आपके पेट में चले जाते हैं और नाखून की शेप भी खराब होती है। नाखूनों को काटने के लिये नेलकटर का इस्तेमाल करें। नाखूनों को गरम पानी में डुबोकर फिर नाखून काटें। इस प्रक्रिया से हमेशा आपके हाथ स्वस्थ रहेंगे।
किसी भी तरह के नेल डिसऑर्डर को नजरअंदाज न करें। नाखूनों से संबंधित बीमारियों में बैक्टेरियल इंफेक्शन रोकने के लिये क्रीम, जेल या मलहम लगायें। अगर परेशानी गंभीर लगे तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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