कई समस्याओं को दूर करने में अरोमाथेरेपी मददगार होता है। अधिकतर लोग अरोमाथेरेपी के लिए एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करते हैं। इन ऑयल के इस्तेमाल से शरीर स्वस्थ रहता है। ये हमारे मूड को अलर्ट करता है। साथ ही माइंड को हील भी करता है। लेकिन आपको बता दें कि अरोमा थेरेपी में आप न सिर्फ एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं, बल्कि घर में मौजूद मसालों का भी इस्तेमाल अरोमा थेरेपी के लिए किया जा सकता है। कई आयुर्वेदिक एक्सपर्ट अरोमा थेरेपी में मसालों का इस्तेमाल करते हैं। इससे आपका तनाव दूर रहता है। साथ ही आपका मूड भी बेहतर होता है। साथ ही आपके शरीर की अन्य समस्याओं को दूर करने में भी असरदार है। गाजियाबाद स्वर्ण जयंती के आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर राहुल चतुर्वेदी बताते हैं कि अरोमा थेरेपी में कुछ खास मसालों का इस्तेमाल किया जा सकता है। चलिए जानते हैं उन खास मसालों के बारे में -
1. पुदीना का करें इस्तेमाल
पुदीना में रोसमारिनिक एसिड होता है। यह आपके ऑक्सीडेंट एलर्जी को दूर करने में असरदार है। पुदीने की पत्तियों को अरोमा थेरेपी में इस्तेमाल करने से तनाव मुक्त होता है। साथ ही इससे आपके आसपास मौजूद बैक्टीरिया दूर हो सकते हैं। अरोमा थेरेपी में पुदीने की पत्तियों का इस्तेमाल करने से ब्लड प्यूरीफाइड होता है। साथ ही महिलाओं को मासिक धर्म में होने वाली समस्याएं भी दूर होती हैं। अरोमा थेरेपी में तनाव और मस्तिष्क स्फूर्ति मिलता है।
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2. हल्दी का इस्तेमाल
अरोमा थेरेपी में आप हल्दी का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन आपको हल्दी पाउडर नहीं, इसके लिए हल्दी तेल की जरूरत है। हल्दी तेल में शक्तिशाली और दुर्लभ यौगिक होता है। इसके इस्तेमाल से पिग्मेंटेशन की समस्या दूर हो सकता है। हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण स्किन की कई परेशानियों को दूर करता है। साथ ही इससे आपके रंगत में भी सुधार होता है। इतना ही नहीं, इससे इम्यूनिटी भी बूस्ट हो सकती है।
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3. काली मिर्च का करें अरोमा थेरेपी में यूज
काली मिर्च लगभग हर किसी के किचन में मौजूद होता है। यह खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ शरीर की कई समस्याओं को दूर करने में मददगार है। कई आयुर्वेदिक औषधि में काली मिर्च का इस्तेमाल किया जाता है। अरोमा थेरेपी के लिए आप काली मिर्च का इस्तेमाल कर सकते हैं। काली मिर्च तेल को आप अरोमा ऑयल के रूप में यूज कर सकते हैं। इसके इस्तेमाल से सर्दी, जुकाम की परेशानी दूर होती है। साथ ही इससे चर्म रोग की परेशानी दूर होती है। काली मिर्च तेल का अरोमा थेरेपी में इस्तेमाल करने से टेंशन और डिप्रेशन की समस्या भी दूर होती है। इसमें मौजूद एंटी-डिप्रेसेंट गुण टेंशन और डिप्रेशन को दूर करने में असरदार है।
4. धनिया का करें इस्तेमाल
अरोमा थेरेपी में आप धनिया का भी यूज कर सकते हैं। आयुर्वेद एक्सपर्ट के अनुसार, धनिया तेल में मौजूद गुण शरीर के ऐंठन को दूर करने में असरकारी है। अरोमा थेरेपी में इसके इस्तेमाल से स्किन से जुड़ी परेशानियां दूर हो सकती हैं। साथ ही इससे पाचन से जुड़ी परेशानी दूर हो सकती है। इसके अलावा इससे फंगस इंफेक्शन की परेशानी दूर हो सकती है।
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5. अजवाइन अरोमा थेरेपी से पाचन हो सकता है दुरुस्त
अजवाइन में थायमोल रसायन होता है, जो पाचनक की क्षमता को बढ़ाए रखता है। अरोमा थेरेपी में अजवाइन तेल का इस्तेमाल करने से खांसी, कफ और पेट से जुड़ी परेशानी दूर हो सकती है। इतना ही नहीं, इसकी खूशबू से खांसी की समस्या से राहत मिल सकता है। इतना ही नहीं, अगर आप सप्ताह में 2 से 3 बार अजवाइन से अरोमा थेरेपी लेते हैं, तो इससे आपके दांत भी मजबूत हो सकते हैं। साथ ही अस्थमा से जुड़ी परेशानियां भी कम हो सकती हैं।
6. दालचीनी है असरकारी
डायबिटीज रोगियों के लिए दालचीनी बहुत ही गुणकारी होता है। अरोमा थेरेपी में दालचीनी के यूज से डाइप-2 डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सकता है। इससे पेट में गैस, मुंह का दुर्गंध कम किया जा सकता है। इतना ही नहीं इससे कील-मुंहासों की परेशानी दूर हो सकती है। इतना ही नहीं, गिरते बालों की परेशानी को दूर करने में दालचीनी गुणकारी होता है।
अरोमा थेरेपी में आप इन मसालों के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि किसी आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की सलाह पर ही अरोमा थेरेपी में इन चीजों का इस्तेमाल करें।
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