सिरदर्द और मांसपेशियों के दर्द से राहत दिलाए अरोमा थेरेपी, जानिए अरोमा थेरेपी लेने के 4 आसान से तरीके

घर पर आप अरोमा थेरेपी बहुत ही आसान तरीके से ले सकते हैं। आइए जानते हैं अरोमा थेरेपी लेने का आसान तरीका।

Kishori Mishra
Written by: Kishori MishraUpdated at: Mar 12, 2021 17:32 IST
सिरदर्द और मांसपेशियों के दर्द से राहत दिलाए अरोमा थेरेपी, जानिए अरोमा थेरेपी लेने के 4 आसान से तरीके

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अरोमा थेरेपी एक हीलिंग ट्रीटमेंट है, जिससे आप कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानी से राहत पा सकते हैं। इस थेरेपी में पौधे के अर्क का इस्तेमाल किया जाता है। कई लोग इस थेरेपी को एसेंशियल थेरेपी भी कहते हैं। मन और दिमाग को शांत करने के लिए अधिकतर लोग अरोमा थेरेपी (Aroma Therapy) का सहारा लेते हैं। इस थेरेपी द्वारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया जाता है। अगर आप काफी दिनों से स्ट्रेस फील करते हैं, तो अपने मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए इसका इस्तेमाल मेडिसीनल रूप में करें। इस थेरेपी का इस्तेमाल कई देशों में बढ़ चढ़ कर दिया जाता है। प्राचीन भारत में अरोमा थेरेपी को चिकित्सा पद्धति के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। अरोमा थेरेपी लेने से आपके शरीर को कई फायदे हो सकते हैं। आइए जानते हैं अरोमा थेरेपी का तरीका क्या है और इसे फायदे क्या-क्या हैं?

कैसे की जाती है अरोमा थेरेपी? (How to Do Aroma Therapy)

आप कई तरीकों से अरोमा थेरेपी कर सकते हैं। आइए जानते है इन तरीकों के बारे में - 

डायरेक्ट इनहेलेशन  (Direct inhalation)

अरोमा थेरेपी की डायरेक्ट इनहेलेशन में मरीजों को सीधे तौर पर एसेंशियल ऑयल सुूघाया जाता है। इसके लिए सबसे पहले गर्म पानी में एसेंशियल तेल की कुछ बूंदे डाली जाती हैं। इसके बाद भाप के सहारे मरीजों के शरीर में इसे पहुंचाया जाता है। इसे ही डायरेक्ट इनहेलेशन अरोमा थेरेपी कहते हैं।

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इनडायरेक्ट इनहेलेशन (Indirect inhalation) 

इस थेरेपी में मरीजों को अप्रत्यक्ष रूप से थेरेपी दी जाती है। इसमें मरीज को एसेंशियल ऑयल डाइरेक्ट सुंघाया नहीं जाता है। बल्कि एक कमरे में रूम डिफ्यूजर की मदद से एंसेंशियल ऑयल की खूशबू भर दी जाती है। इसके बाद मरीजों के शरीर में सांसों की मदद से एसेंशियल ऑयल पहुंचाया जाता है। इसके अलावा कुछ लोग रुई या फिर कॉटन में एसेंशियल ऑयल लगाकर छोड़ देते हैं। इसे ही इन डायरेक्ट इनहेलेशन कहते हैं।

मसाज (Massage)

एसेंशियल ऑयल से मसाज करना भी अरोमा थेरेपी का ही हिस्सा है। इस थेरेपी में एक से अधिक तेलों को बेस्ड ऑयल (नारियल, तिल या फिर सरसों का तेल) मिलाकर पूरे शरीर की मसाज की जाती है। इसमें आप रोजवुड, चंदन, जोजोबा ऑयल इत्यादि का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

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बाथ टब

नहाने के पानी में एसेंंशियल ऑयल का इस्तेमाल करके भी अरोमा थेरेपी दी जाती है। इसके लिए नहाने से पहले बाथ टब के पानी में एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदे डाल दी जाती है। इसके कुछ मिनटों बाद इस पानी से नहाएं।

अरोमा थेरेपी में इस्तेमाल होने वाले एसेंशियल ऑयल (Which essential Oil Use in Aroma Therapy)

  • तुलसी एसेंशियल ऑयल
  • काली मिर्च का तेल 
  • यूकेलिप्टस एसेंशियल ऑयल 
  • कैमोमाइल एसेंशियल ऑयल
  • लौंग का तेल
  • जैस्मिन एसेंशियल ऑयल
  • लैवेंडर एसेंशियल ऑयल
  • नींबू का तेल  
  • टी ट्री ऑयल
  • रोजमेरी एसेंशियल ऑयल 
  • जोजोबा ऑयल
  • रोजवुड ऑयल

अपनी समस्याओं के मुताबिक, इन एसेंशियल ऑयल का चुनाव करके अरोमा थेरेपी ले सकते हैं। एक्सपर्ट आपको आपकी समस्याओं के आधार पर इन एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।

अरोमा थेरेपी के फायदे (Benefits of Aroma Therapy)

  • शारीरिक दर्द महसूस होने पर आप अरोमा थेरेपी की मदद ले सकते हैं। 
  • मितली की परेशानी से राहल दिलाने में असरदार।
  • थकान और इंसोम्निया महसूस होने पर अरोमा थेरेपी है असरदार।
  • एंग्जायटी, डिप्रेशन और  स्ट्रेस की समस्या दूर करे अरोमा थेरेपी।
  • सिरदर्द और मांसपेशियों के दर्द से राहत दिलाए अरोमा थेरेपी।
  • पीरियड्स की समस्याओं में है लाभकारी।
  • मेनोपॉजल में होने वाली समस्याओं से राहत दिलाए अरोमा थेरेपी।
  • बाल झड़ने या एलोपेशिया एरिटा में है लाभकारी।
  • सोरियासिस की समस्या से मिल सकता है छुटकारा। 
  • पाचन तंत्र की समस्याओं में है असरकारी।
  • दांत दर्द की परेशानी दूर करे अरोमा थेरेपी। 
 
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