इंटरनेट पर बच्‍चों को बुरी चीजों से दूर रखेगा ये 5 टूल्‍स

माता-पिता को कई बार मालूम नहीं होता कि बच्चे ऑनलाइन दुनिया में क्या कर रहे हैं। कुछ कंटेंट और गेम्स बच्चों के लिए नहीं होते। ऐसे में पेरेंटल कंट्रोल टूल्स मददगार हो सकते हैं।
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इंटरनेट पर बच्‍चों को बुरी चीजों से दूर रखेगा ये 5 टूल्‍स

वर्चुअल दुनिया में कई ऐसी चीजे हैं, जो बच्चों के लिए ठीक नहीं हैं। वे क्या देखें और क्या नहीं, पेरेंट्स इस पर पूरा कंट्रोल नहीं कर सकते लेकिन पेरेंटल कंट्रोल टूल्स इसमें कारगर साबित हो सकते हैं। मुंबई सहित कई राज्यों में ब्लू व्हेल गेम से होने वाली घटनाएं इन दिनों सुर्खियों में हैं। माता-पिता को कई बार मालूम नहीं होता कि बच्चे ऑनलाइन दुनिया में क्या कर रहे हैं। कुछ कंटेंट और गेम्स बच्चों के लिए नहीं होते। ऐसे में पेरेंटल कंट्रोल टूल्स मददगार हो सकते हैं।

क्यूसटोडियो

अधिकतर पेरेंटल कंट्रोल सॉफ्टवेयर विंडो को सपोर्ट करते हैं लेकिन यह मैक, एंड्रॉयड, आइओएस, किंडल और नूक को भी सपोर्ट करने में सक्षम है। फ्री वर्जन में बेसिक फीचर्स मिलेंगे, जिसमें आप नियम व टाइम टेबल सेट कर सकते हैं। इसमें पॉर्नोग्राफी को ब्लॉक करने के साथ ही ऐसे कंटेंट का एक्सेस बंद कर सकते हैं, जो बच्चों के अनुकूल न हो। इसका पावरफुल फिल्टरिंग फीचर हार्मफुल कंटेंट को ब्लॉक करता है। इसके पेड वर्जन का इस्तेमाल करने पर एसएमएस मॉनीटरिंग, सोशल मीडिया फीचर, ऐप कंट्रोल जैसे फीचर्स भी मिलेंगे।

इसके अलावा इसमें सोशल ऐक्टिविटीज मॉनीटरिंग, इंटरनेट टाइमटेबल सेट, गेम व ऐप्स कंट्रोल, मेसेज व कॉल्स ट्रैकिंग जैसी सुविधाएं भी हैं। लोकेशन ट्रैकिंग और पैनिक बटन फीचर भी हैं। यह पेरेंट्स के लिए काफी उपयोगी है। इस्तेमाल के लिए आपको अपना फ्री अकाउंट बनाना होगा। फिर क्यूसटोडियो को बच्चों की डिवाइस पर इंस्टॉल करना होगा। उसके बाद आप बच्चों की ऐक्टिविटीज को मॉनीटर कर पाएंगे।

फैमिली शील्ड

यह फ्री टूल है। अगर कोई कंटेंट बच्चों के अनुकूल नहीं है तो यह उसे ऑटोमैटिकली ब्लॉक कर देता है। इसे पीसी के साथ मोबाइल पर भी रन किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल नेटवर्क राउटर के साथ कर सकते हैं, जिससे इसके जरिये आने वाले सभी ट्रैफिक को फिल्टर किया जा सकता है। बच्चे किस साइट को एक्सेस कर रहे हैं, पेरेंट्स इस पर भी नजर रख सकते हैं।

स्पाइरिक्स फ्री कीलॉगर

इसमें हर कीस्ट्रोक्स का रिकॉर्ड रखा जा सकता है। इससे पता चल सकता है कि बच्चे ऑनलाइन क्या सर्च कर रहे हैं। स्क्रीनशॉट क्रिएट करने के साथ क्लिपबोर्ड कंटेंट को कंट्रोल किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल अमूमन इंफॉर्मेशन मॉनीटरिंग के लिए किया जाता है। वेब अकाउंट के जरिये डिवाइस (पीसी, टैबलेट, स्मार्टफोन) को रिमोटली मॉनीटर कर सकते हैं। इससे ऐप्स ऐक्टिविटीज, यूजर ऐक्टिविटीज, यूएसबी-एचडीडी, एसडी मॉनीटरिंग, प्रिंटर मॉनीटरिंग की जा सकती है।

किडलॉगर

यह फ्री सॉफ्टवेयर न सिर्फ बच्चों द्वारा टाइप किए गए की-वर्ड को ट्रैक करता है बल्कि वे कौन-सी वेबसाइट विजिट कर रहे हैं या किस प्रोग्राम का इस्तेमाल कर रहे हैं, उसका भी रिकॉर्ड रखता है। कोई ऑनलाइन बच्चे से बात करे तो वॉयस ऐक्टिविटीज साउंड रिकॉर्डर भी है। बच्चे किस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं, फोन, एसएमएस, स्काइप या फेसबुक पर किससे कम्युनिकेट कर रहे हैं, ऐसी हर ऐक्टिविटी पर नजर रख सकते हैं। इसमें वेब हिस्ट्री मॉनीटरिंग, टाइम ट्रैकिंग, यूएसबी ड्राइव्स, सीडी/डीवीडी यूजेज, किस्ट्रोक्स रिकॉर्ड, स्क्रीनशॉट, फाइल फोल्डर यूजेज, मेसेज मॉनीटरिंग जैसी सुविधाएं हैं।

जूडलेस

इंटरनेट पर ऐसे कई कंटेंट हैं, जो छोटे बच्चों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। यह ऐप बच्चों के लिए ऑनलाइन दुनिया में सेफ प्लेस तैयार करता है, जहां वे बिना किसी डर के ऑनलाइन सर्फिंग कर सकते हैं। इसमें किड्स मोड की सुविधा है। यह विंडोज के साथ मैक, एंड्रॉयड और आइओएस के लिए भी उपलब्ध है।

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