Is It Safe To Wrap Food in A Cling Film: हाल ही में भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India – FSSAI) ने खाने-पीने की चीजों को अखबार में पैक करने या लपेटने को लेकर एक निर्देश जारी किया था। इस निर्देश में कहा गया था कि खाने-पीने की चीजों को अखबार में लपेटने या पैक करने से कई गंभीर नुकसान का खतरा रहता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अखबार ही नहीं कई ऐसी चीजें हैं, जिनमें खाने की चीजों को पैक करने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। होटल, रेस्टोरेंट से लेकर घरों तक खाने की चीजों को कई तरह के मटीरियल में पैक किया जाता है। इन्हीं में से एक है प्लास्टिक रैप या क्लिंग फिल्म। क्लिंग फिल्म का इस्तेमाल भोजन को गर्म रखने के लिए की जाने वाली पैकिंग से लेकर फलों और सब्जियों की पैकिंग में बड़े पैमाने पर किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका इस्तेमाल करने से फूड्स दूषित हो जाते हैं और शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक हो जाते हैं। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं इस बारे में।
प्लास्टिक रैप या क्लिंग फिल्म में खाना पैक करना सुरक्षित है?- Is It Safe To Wrap Food in A Cling Film in Hindi
प्लास्टिक रैप या क्लिंग फिल्म में खाना न सिर्फ होटलों या रेस्टोरेंट में ही पैक किया जाता है, बल्कि इसका इस्तेमाल घरों में टिफिन पैक करने से लेकर कई चीजों में किया जाता है। इसमें पके हुए फूड्स को पैक करने से भले ही वह गर्म और ताजा रहता हो, लेकिन कई तरह के केमिकल्स के संपर्क में आने से यह दूषित भी हो जाता है। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ. समीर कहते हैं कि, " प्लास्टिक रैप या क्लिंग फिल्म में फूड्स को पैक करने से इसमें मौजूद केमिकल्स खाने के संपर्क में आ जाते हैं। अक्सर लोग गर्म खाने को पैक करने के लिए इस तरह की चीजों का इस्तेमाल करते हैं। प्लास्टिक पैकेजिंग या क्लिंग फिल्म्स में खाने को पैक करने से इसमें गैस और लिक्विड भी मिल जाते हैं। इसकी वजह से खाने का ऑक्सीकारण हो जाता है और इसमें रोगाणु पनप सकते हैं।" इस तरह के खाने का सेवन करने से कई गंभीर समस्याओं का खतरा रहता है।
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क्लिंग फिल्म में खाने को पैक करने के नुकसान- Side Effects of Packaging Food in Cling Film in Hindi
क्लिंग फिल्मों में गर्म रोटी, चावल, सब्जी या सैंडविच आदि को पैक करने पर यह दूषित होकर पेट को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। क्लिंग फिल्मों या प्लास्टिक रैप एक तरह का एंडोक्राइन डिसरप्टर होता है, इसमें बिस्फेनॉल होता है, जो शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक माना जाता है। प्लास्टिक रैप या क्लिंग फिल्म को बनाने में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स खाने के माध्यम से शरीर में पहुंचते हैं, इनके शरीर में जाने से कई तरह का नुकसान होता है। प्लास्टिक रैप में पैक किये हुए फूड्स का लंबे समय तक सेवन करने से आपको कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा रहता है। क्लिंग फिल्म या प्लास्टिक रैप में खाना पैक करने से ये नुकसान हो सकते हैं-
- खाना दूषित होने पर फूड पॉइजनिंग का खतरा
- कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा
- आंखों की रोशनी जाने का खतरा
- पाचन तंत्र से जुड़ी परेशानियों का खतरा
- हार्मोनल इम्बैलेंस
- नपुंसकता या इनफर्टिलिटी का खतरा
खाने की चीजों को प्लास्टिक रैप और क्लिंग फिल्म में पैक करने से बचना चाहिए। बहुत ज्यादा गर्म और एसिडिक नेचर वाले फूड्स को प्लास्टिक रैप में पैक करने से बचना चाहिए। इसके अलावा तले-भुने या खुली चीजें जैसे पनीर, मीट आदि को भी क्लिंग फिल्म में पैक करने से कई तरह से नुकसान हो सकते हैं। ऐसी चीजों को क्लिंग फिल्म में पैक करने से इनमें बैक्टीरिया पनप सकते हैं।
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