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क्या पोषक तत्वों की कमी पूरी करने के लिए हेल्दी फूड्स की जगह सप्लीमेंट्स खाना सही है? जानें डॉक्टर से

आजकल लोग हेल्दी फूड्स का सेवन करने की जगह सप्लीमेंट्स पर ज्यादा भरोसा करते हैं। यहां जानिए, क्या हेल्दी फूड्स की जगह सप्लीमेंट्स खाना सही है?
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क्या पोषक तत्वों की कमी पूरी करने के लिए हेल्दी फूड्स की जगह सप्लीमेंट्स खाना सही है? जानें डॉक्टर से


आज की मॉडर्न लाइफस्टाइल में तेजी से बदलती दिनचर्या और बढ़ती व्यस्तता ने खान-पान पर गहरा प्रभाव डाला है। जहां एक तरफ लोगों का ध्यान स्वस्थ रहने पर है, वहीं दूसरी तरफ समय की कमी और खराब डाइट ने हेल्दी फूड्स के महत्व को कम कर दिया है। ऐसे में, बहुत से लोग पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट्स का सहारा ले रहे हैं। सप्लीमेंट्स लेना एक आसान और सुविधाजनक विकल्प लगता है, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह हेल्दी फूड्स का सही विकल्प है? हेल्दी फूड्स, जैसे कि ताजे फल, सब्जियां, नट्स और साबुत अनाज, न केवल पोषण से भरपूर होते हैं, बल्कि इनमें मौजूद फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व शरीर को संपूर्ण पोषण प्रदान करते हैं। इस बारे में हाल ही में डॉ. प्रियंका सहरावत (एमडी, डीएम न्यूरोलॉजी (एम्स दिल्ली) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बादाम और अखरोट जैसे हेल्दी नट्स की जगह सप्लीमेंट्स लेने के बारे में विस्तार से बताया है।

क्या हेल्दी फूड्स की जगह सप्लीमेंट्स खाना सही है?

डॉक्टर प्रियंका बताती हैं कि अगर कोई पूछता है कि क्या बादाम और अखरोट खाने की जगह ओमेगा-3 और अन्य पोषक तत्वों के सप्लीमेंट्स लिए जा सकते हैं तो इसका टेक्निकल जवाब है हां आप ले सकते हैं। लेकिन एक डॉक्टर होने के नाते में ये सलाह दूंगी कि ये सही नहीं है। ऐसा इसलिए, क्योंकि जब आप बादाम और अखरोट जैसी फूड आइटम्स का सेवन करते हैं तो आप न सिर्फ हेल्दी फैट ले रहे हैं यानी मोनो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड बल्कि इसके साथ ओमेगा-3 भी मिलता है जो कि एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। ये एंटीऑक्सीडेंट्स हमारे सेल्स को खत्म होने से बचाते हैं और मैमोरी को भी बढ़ाते हैं। बादाम और अखरोट के सेवन से आपको मिनरल्स के साथ डाइटरी फाइबर भी मिलता है, जिसके अनेक लाभ हैं।

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डॉक्टर ने बताया कि एक हेल्दी व्यक्ति को रोजाना 20-30 प्रतिशत हेल्दी फैट की जरूरत होती है, जिससे शरीर की कोशिकाओं को ताकत और एनर्जी मिले। बैलेंस डाइट तब ही मानी जाती है जब आप रोज डाइट में 20-30 प्रतिशत हेल्दी फैट्स का सेवन करते हैं। ऐसे में कोई भी सप्लीमेंट ऐसा नहीं होता है जो कि एक में ही आपको ये सभी पोषक तत्व दे सके। 

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सप्लीमेंट्स क्या हैं ये और कैसे काम करते हैं?

सप्लीमेंट्स, विशेष रूप से हमारे शरीर में पोषण की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं। ये टैबलेट, पाउडर या कैप्सूल के रूप में उपलब्ध होते हैं, सप्लीमेंट्स का उपयोग उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जिन्हें किसी विशेष पोषक तत्व की कमी है, जैसे कि विटामिन डी, आयरन या कैल्शियम की कमी। सप्लीमेंट्स के ज्यादा उपयोग के नुकसान भी हो सकते हैं। जैसे कि अधिक मात्रा में विटामिन ए या विटामिन डी का सेवन लिवर और किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है। ध्यान रखें कि सप्लीमेंट्स का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।

निष्कर्ष

सप्लीमेंट्स और हेल्दी फूड्स दोनों का अपना-अपना महत्व है। सप्लीमेंट्स का उपयोग केवल तब करें जब इसकी आवश्यकता हो और वह भी डॉक्टर की सलाह के अनुसार। हेल्दी फूड्स जैसे बादाम और अखरोट का सेवन हमेशा बेहतर विकल्प है। ऐसा इसलिए, क्योंकि वे न केवल पोषण प्रदान करते हैं, बल्कि आपके शरीर को हेल्दी रखते हैं। 

All Images Credit- Freepik

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