
आज कल छोटी सी दर्द होने पर भी हम दर्द निवारक दवाओं यानी कि पेनकिलर (Painkiller) का इस्तेमाल कर लेते हैं। पेनकिलर लगभग हम सभी के घरों में होता है, पर ध्यान देने वाली बात ये है कि ज्यादातर लोगों को इनसे जुड़ी सही जानकारी नहीं होती। यानी कि हम बस ये देखते हैं कि हमें दर्द हो रहा है और हम दर्द निवारक दवाओं को ले सकते हैं। जबकि हर प्रकार के दर्द के लिए, अलग-अलग प्रकारों की दवाइयां बनाई गई हैं। इसलिए हमें इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि किस दर्द में कौन सा पेनकिलर लेना चाहिए और कौन सा नहीं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ दर्द निवारक दवाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आपको सही दर्द निवारक दवा चुनने में मदद मिलेगी।
खास बात ये है कि इन दर्द निवारक दवाओं की सूची आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने तैयार की है। विशेषज्ञ एंड्रयू मोरे के मुताबिक 20 हजार लोगों पर दर्द निवारक गोलियों का प्रभाव देखने के बाद इसे तैयार किया गया है। विशेषज्ञ एंड्रयू मोरे के मुताबिक 20 हजार लोगों पर दर्द निवारक गोलियों का प्रभाव देखने के बाद इसे तैयार किया गया है।
1. इटोरिकाक्सिब (etoricoxib)
आपरेशन के बाद का दर्द, जोड़ो के दर्द और गठिया, दांत का दर्द, कमर दर्द, सिरदर्द में आप इटोरिकाक्सिब (120-240 मिलीग्राम) ले सकते हैं।
2. डाइक्लोफेन (diclofenac)
गठिया, माइग्रेन, सिरदर्द, गालब्लैडर में पथरी (गालस्टोन) के दर्द में डाइक्लोफेन (100 मिलीग्राम) भी असरदार होती है। महिलाएं इसे पीरियड के दर्द में भी ले सकती हैं। इसी तरह सेलेकोक्सिब (400 मिलीग्राम) को भी पीरियड के दौरान होने वाले दर्द या जोड़ों के दर्द में लिया जा सकता है।
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3. पैरासिटामोल और कोडीन (paracetamol and codeine)
आपरेशन के बाद का दर्द, पीठ दर्द, गठिया के दर्द में पैरासिटामोल (1000 मिलीग्राम) और कोडीन (60 मिलीग्राम) दोनों दवाओं को एक साथ लिया जा सकता है।
4. एस्पिरिन (aspirin)
इस दवा से हृदयघात का खतरा नहीं होता। इस कारण यह किसी भी दर्द में ली जा सकती है। इसमें कैंसर निरोधी तत्व भी होते हैं।
5. आईब्रूफेन (ibuprofen)
मांसपेशियों और दांत के दर्द, मोच आने या लचक जाने से होने वाले दर्द में आईब्रूफेन (400मिलीग्राम) लेना फायदेमंद साबित होगा।
6. आक्सीकोडोन और पेरासिटामोल (Oxycodone and Paracetamol)
आपरेशन के बाद का दर्द या पीठ में तेज दर्द होने पर आक्सीकोडोन 10 मिलीग्राम और पेरासिटामोल 650 मिलीग्राम दोनों दवाओं को एक साथ लेना लाभकारी होता है।
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7. केटोरोलेक (ketorolac)
तेज दर्द में केटोरोलेक 10 मिलीग्राम खाने से थोड़ी राहत मिलती है। ये पथरी से होने वाले दर्द या पीठ दर्द में बेहद असरदार साबित होती है।
8. पायरोक्सिकेम (piroxicam)
गोल्फर्स एल्बो, खेलकूद के दौरान लगी चोट, गठिया, मोच, जोड़ो के दर्द, टेनिस एल्बो में बेहद प्रभावी। वहीं ल्यूमेरोकोक्सिब 400 मिलीग्राम जोड़ो के दर्द से राहत पहुंचाती है। पेथाडीन 100 मिलीग्राम का इंजेक्शन सर्जरी के बाद होने वाले दर्द में राहत पहुंचाता है।
इन दवाओं को बहुत ज्यादा जरूरत लेने पर ही लेना चाहिए। क्योंकि पेन किलर्स के अपने साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। इसके अलावा अगर मुमकिन हो तो आप अपने डॉक्टर से सलाह भी ले सकते हैं।
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