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पुरुषों को 18 से 39 की उम्र में जरूर करवाने चाह‍िए ये 5 टेस्ट, कई रोगों से हो सकता है बचाव

18 से 39 की उम्र में पुरुषों को कुछ जरूरी मेड‍िकल जांच करवानी चाह‍िए। जानते हैं इनके बारे में।
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पुरुषों को 18 से 39 की उम्र में जरूर करवाने चाह‍िए ये 5 टेस्ट, कई रोगों से हो सकता है बचाव


पुरुषों की सेहत और अन्‍य व‍िषयों के प्रत‍ि उन्‍हें जागरूक करने के ल‍िए हर साल 19 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाया जाता है। इस द‍िवस की कड़ी में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ मेड‍िकल टेस्‍ट, जो पुरुषों की अच्‍छी सेहत सुन‍िश्‍च‍ित कर सकते हैं। इन जांचों को सभी पुरुषों को करवाना चाह‍िए। म‍िलावटी खाना और अनहेल्‍दी लाइफस्‍टाइल के चलते पुरुष, कई बीमार‍ियों का श‍िकार हो जाते हैं। इन बीमार‍ियों से बचने के ल‍िए जागरूक होना जरूरी है। चल‍िए आगे जानते हैं पुरुषों के ल‍िए 5 जरूरी मेड‍िकल टेस्‍ट। 18 से 39 की उम्र में पुरुषों को इन जांचों को जरूर करवाना चाह‍िए। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।

tests for males

1. यौन संचारित रोगों की जांच

यौन संचार‍ित रोगों में एसटीडी सबसे ज्‍यादा फैलने वाला रोग है। आप और आपका पार्टनर सुरक्षित रहें इसके ल‍िए जरूरी है क‍ि लक्षणों पर गौर करें। प्राइवेट पार्ट की सफाई न करना, इंफेक्‍शन, एक से अध‍िक पार्टनर के साथ संबंध बनाने आद‍ि कारणों के कारण एसटीडी जैसे रोग होते हैं। इनसे बचने के ल‍िए जरूरी जांच करवाएं। साथ ही ऐसा माना जाता है क‍ि पुरुषों को शादी से पहले एचआईवी टेस्‍ट करवाना चाह‍िए। एड्स एक जानलेवा बीमारी है इसल‍िए जांच की इसका आसान इलाज है।

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2. शुगर की जांच 

शरीर में शुगर का स्‍तर असंतुल‍ित होने से डायब‍िटीज की समस्‍या हो सकती है। पुरुषों को समय-समय पर डायब‍िटीज की जांच करवानी चाह‍िए। इसके अलावा बीते सालों में देखा गया है क‍ि पुरुषों में हार्ट के मामले तेजी से बढ़े हैं। पुरुषों को द‍िल की बीमार‍ियों का खतरा कम करने के ल‍िए डॉक्‍टर की सलाह पर ईसीजी टेस्‍ट करवाना चाह‍िए।

3. बीपी की जांच 

पुरुषों में 30 से 40 की उम्र के दौरान हाई बीपी की समस्‍या ज्‍यादा होती है। बीपी की समस्‍या के कारण शरीर के अंग प्रभाव‍ित होते हैं और आप बीमार पड़ सकते हैं। साथ ही आपका काम भी प्रभाव‍ित हो सकता है। वहीं कुछ पुरुषों को लो बीपी की समस्‍या होती है। लो बीपी के कारण द‍िमाग, हार्ट आद‍ि अंगों तक ऑक्‍सीजन नहीं पहुंचेगा और ये अंग स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त हो जाएंगे इसल‍िए समय-समय पर बीपी की जांच करवाएं।    

4. पीएसए जांच 

पीएसए एक तरह की खून की जांच है। प्रोस्‍टेट ग्रंथ‍ि के असामान्‍य तौर पर बढ़ने के कारण पुरुषों में प्रोस्‍टेट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। प्रोस्‍टेट कैंसर से बचने के ल‍िए डॉक्‍टर खून में मौजूद प्रोस्‍टेट स्‍पेस‍िफ‍िक एंटीजन का स्‍तर चेक करते हैं। पीएसए, प्रोस्‍टेट ग्रंथ‍ि में बनने वाला एक प्रोटीन है। इसकी मात्रा पुरुषों की उम्र और स्‍वास्‍थ्‍य पर न‍िर्भर करती है।

5. टेस्टिकुलर कैंसर की जांच 

टेस्‍ट‍िकुलर कैंसर, पुरुषों में होने वाला एक प्रकार का कैंसर है। ये कैंसर अंडकोष में व‍िकस‍ित होता है। अंडकोष, पुरुष प्रजनन प्रणाली का ह‍िस्‍सा है। कैंसर र‍िसर्च यूके की मानें, तो 20 से 39 की उम्र में इस कैंसर के होने की संभावना पुरुषों में सबसे ज्‍यादा होती है। कैंसर से बचाव के ल‍िए समय पर जांच जरूरी है। कैंसर के लक्षण नजर आने पर जांच जरूर करवाएं। हर बार महसूस होने वाले लक्षण कैंसर के नहीं होते इसल‍िए जांच की जरूरत पड़ती है। 

उम्‍मीद है आपको जानकारी पसंद आई होगी। लेख को ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों तक पहुंचाएं। 

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