क्या आप भी अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं? आपका वजन भी लगातार बढ़ता जा रहा है? अगर हां, ताे इसे सामान्य समझकर नजरअंदाज करने की भूल बिल्कुल न करें। जिस तरह से लगातार कम हाेता वजन किसी न किसी बीमारी का लक्षण हाेता है, उसी तरह लगातार बढ़ता वजन भी किसी बीमारी का संकेत हाे सकता है। ऐसे में इसे नजरअंदाज करने के बजाय आपकाे कुछ जरूरी हेल्थ चेकअप या टेस्ट करवाने चाहिए। जांच से पता चल सकता है कि आखिर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं या नहीं। चलिए डॉक्टर रमन कुमार से जानते हैं वजन बढ़ने पर कौन-से जरूर टेस्ट करवाने चाहिए ( Important Health Tests Unexplained Weight Gain) -
1. पीसीओएस (PCOS)
आजकल महिलाओं में लगातार बढ़ता वजन पीसीओएस का कारण भी हाे सकता है। आजकल के खराब लाइफस्टाइल की वजह से लड़कियाें और महिलाओं में यह समस्या बेहद सामान्य हाे गई है। पीसीओएस यानी पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्राेम पहले 30-35 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में देखने काे मिलती थी, लेकिन अब छाेटी उम्र की लड़कियाें में भी यह समस्या देखने काे मिल रही है। पीसीओएस की समस्या हाेने पर भी लड़कियाें काे वजन तेजी से बढ़ने लगता है, ऐसे में जरूरी है कि वजन या माेटापा बढ़ने पर आप पीसीओएस की जांच जरूर करवा लें। माेटापा कई बीमारियाें का कारण बन सकता है।
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2. ब्लड शुगर लेवल की जांच (Blood Sugar Level)
लगातार बढ़ता वजन डायबिटीज का भी लक्षण हाे सकता है। अगर आपकाे वजन बढ़ने के साथ ही बार-बार पेशाब भी आती है, ताे हाे सकता है कि आपका शुगर लेवल बढ़ा हाे। इस स्थिति में आपकाे अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच करवानी चाहिए, इससे पता चलेगा कि आप डायबिटीज के पेशेंट है या नहीं। ज्यादा भूख लगना और थकावट महसूस हाेना भी डायबिटीज का संकेत हाे सकता है। इसलिए अगर आपका वजन बढ़ रहा है, ताे ब्लड शुगर की जांच जरूर करवाएं।
3. थायरॉइड फंक्शन टेस्ट (Thyroid Function Test)
लगातार बढ़ता वजन और लगातार कम हाेता वजन दाेनाें ही थायरॉइड के लक्षण हाे सकता है। लेकिन अधिकतर मामलाें में थायरॉइड हाेने पर वजन में वृद्धि हाेती है। महिलाओं में अकसर ही यह समस्या देखने काे मिलती है। 40 साल से अधिक उम्र की महिलाएं इससे ज्यादा पीड़ित हाेती है। अगर वजन बढ़ने के साथ ही बालाें के झड़ने और नाखून टूटने की समस्या हाेती है, ताे ये सभी लक्षण थायरॉइड के हाे सकते हैं। इसके लिए आपकाे थायरॉइड फंक्शन टेस्ट करवाना चाहिए। थायरॉइड के लक्षणाें काे नजरअंदाज न करें।
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4. लिपीड प्राेफाइल टेस्ट (Lipid Profile Test)
आजकल हृदय राेगियाें की संख्या में लगातार इजाफा हाे रहा है। ज्यादातर माेटे लाेग हृदय राेग से परेशान रहते हैं। अगर आपका वजन भी बढ़ रहा है, ताे हाे सकता है कि आप हृदय राेग से पीड़ित हाे। ऐसे में लिपीड प्राेफाइल टेस्ट करवाने की सलाह दी जाती है। लिपीड प्राेफाइल टेस्ट ट्राइग्लिसराइड और बैड काेलेस्ट्रॉल के लेवल की जांच करने के लिए जरूरी हाेता है। दरअसल, बैड काेलेस्ट्रॉल रक्त वाहिकाओं में जमा हाे सकता है, जिससे हृदय प्रभावित हाे सकता है। ऐसे में यह टेस्ट जरूरी हाेता है।
अगर आपका वजन भी लगातार बढ़ रहा है, ताे आप इन टेस्ट काे जरूर करवाएं। साथ ही डॉक्टर से भी कंसल्ट करें, इस स्थिति में डॉक्टर आपकाे जरूरी टेस्ट करवाने की सही सलाह देंगे।
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