Importance Of Potassium Rich Foods During Ramadan in Hindi: रमजान का पवित्र महीना चल रहा है। दुनिया भर में मुसलमान पूरी महीने रोजा रखते हैं और पूरे दिन यानी सुबह से लेकर शाम तक पानी की एक बूंद भी अपने मुंह में नहीं डालते हैं। उपवास के दौरान यानी दिन के समय कुछ भी न खाने या पीने के कारण शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं, जिससे शरीर में हाइड्रेशन की कमी, कमजोरी और पोषक तत्वों में कमी होने लगती है। रोजा खोलने के दौरान और शुरू करने से पहले लोग अपने खानपान का खास ध्यान रखते हैं, लेकिन अक्सर एक जरूरी पोषक तत्व यानी पोटैशियम को अनदेखा कर देते हैं। ऐसे में आइए डायटेटिक प्लेस की फाउंडर और न्यूट्रिशनिस्ट साक्षी सिंह से जानते हैं कि रमजान में पोटैशियम से भरपूर फूड्स का क्या महत्व है? (potassium rich food importance)
उपवास के दौरान पोटैशियम का महत्व - Importance Of Potassium Rich Foods During Ramadan in Hindi
रमजान के दौरान रोजा रखने से शरीर में खाने और तरह पदार्थों के कम सोवन के कारण शरीर में पोटैशियम की कमी आ जाती है। रोजा रखने के कारण लोगों की शरीर डिहाइट्रेड हो जाती है, खासकर तब जब व्यक्ति रोजा खोलने के बाद खुद को सही तरह से हाइड्रेट नहीं रखता है। ऐसे में पोटैशियम )What is the importance of eating potassium), एक इलेक्ट्रोलाइट होने के कारण, शरीर के फ्लूड संतुलन को कंट्रोल करने के लिए सोडियम के साथ मिलकर काम करता है। ऐसे में शरीर में पोटैशियम की कमी के कारण मांसपेशियों में ऐंठन, थकान और चक्कर आना जैसी समस्याएं बढ़ जाती है। पोटैशियम हमारे शरीर की मांसपेशियों के सही (What is the most important thing in Ramadan) तरह से कामकाज के लिए भी जरूरी है। रमजान के दौरान, जब कई व्यक्ति रोजा खोलने के घंटों के दौरान शारीरिक रूप से ज्यादा एक्टिव होता है, तो मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी की समस्या बढ़ जाती है। इसके अलावा, पोटैशियम हार्ट से जुड़े स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, जिससे व्यक्तियों के लिए शरीर में पोटैशियम के स्तर को बनाए रखना में मदद करता है।
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पोटैशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ - Potassium Rich Foods in Hindi
रमजान के दौरान पर्याप्त मात्रा में पोटैशियम का सेवन करने के लिए, सहरी और इफ्तार दोनों में पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना बहुत जरूरी है। ऐसे में आप पोटैशियम के इन बेहतरीन स्रोतों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं-
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- केला: इसमें पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है, जो उपवास तोड़ने के लिए एक आसान और बेहतरीन विकल्प (What is the best food to eat during Ramadan) है। केले को आप अपनी डाइट में स्मूदी, दलिया या दही में मिलाया खाया जा सकता है।
- शकरकंद: इसमें पोटैशियम की मात्रा ज्यादा होती है और इसे डाइट में अलग-अलग तरह से शामिल किया जा सकता है, जैसे स्टू, सूप या साइड डिश के रूप में।
- पालक और पत्तेदार साग: पालक, केल और स्विस चार्ड जैसी पत्तेदार सब्जियां पोटैशियम के बेहतरीन सोर्स हैं। इन्हें आप अपनी डाइट में सलाद, सूप में मिलाकर शामिल कर सकते हैं। साथ ही सहरी या इफ्तार के दौरान साइड डिश के रूप में भी इसका सेवन किया जा सकता है।
- एवोकाडो: एवोकाडो पोटैशियम से भरपूर होता है, जो सलाद, सैंडविच और स्मूदी के रूप में डाइट में किया जा सकता है।
- टमाटर: ताजे टमाटर या टमाटर के पेस्ट का इस्तेमाल कई तरह के व्यंजनों में किया जा सकता है, क्योंकि ये पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो आपके सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
- डेयरी उत्पाद: दही, दूध और पनीर में पोटैशियम की मात्रा ज्यादा होती है, और यह इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकते है। इनका सेवन सहरी के दौरान पूरे दिन हाइड्रेशन और एनर्जी लेवल को बनाए रखने के लिए किया जा सकता है।
- खरबूजा और तरबूज: इन हाइड्रेटिंग फलों में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है और इफ्तार के दौरान इसका सेवन आपके शरीर को ताजगी देता है, जिससे आप लंबे समय तक हाइड्रेटेड रहते हैं।
निष्कर्ष
पोटैशियम एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो रमजान के दौरान स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। यह शरीर के हाइड्रेशन, मांसपेशियों को बेहतर तरीके से काम करने और दिल के स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। सहरी और इफ्तार दोनों में पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करके, व्यक्ति अपने शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी को रोक सकता है, जिससे थकान और कमजोरी से राहत मिल सकती है।
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