वर्तमान समय में धूम्रपान करना स्टाइल का एक प्रतीक बन चुका है, इसके साथ ही युवा पीढ़ी में इसे तनाव को कम करने और सामाजिक रूप से जुड़ाव बनाने का एक आसान तरीका समझा जाता है। ऑफिस का ब्रेक हो या दोस्तों के साथ पार्टी, सिगरेट पीना एक सामान्य आदत बनता जा रहा है। धूम्रपान सिर्फ फेफड़ों के लिए हानिकारक नहीं है, बल्कि यह शरीर के कई अन्य जरूरी अंगों को भी नुकसान पहुंचाता है। खासतौर पर पुरुषों में यह प्रजनन क्षमता यानी फर्टिलिटी को प्रभावित करता है, जिससे न सिर्फ उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, बल्कि फैमली प्लानिंग में भी मुश्किलें आती हैं। इस लेख में पीजीआई रोहतक में अपनी सेवाएं दे रहे डॉक्टर विनय सांगवान (Dr Vinay Sangwan, Medical officer) से जानिए, धूम्रपान का पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य यानी रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर क्या प्रभाव पड़ता है।
धूम्रपान का पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर प्रभाव -Impact Of Smoking On Male Reproductive Health In Hindi
1. शुक्राणु की क्वालिटी पर असर
धूम्रपान का पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर पहला असर शुक्राणु की गुणवत्ता यानी क्वालिटी पर पड़ता है। सिगरेट के धुएं में मौजूद हानिकारक केमिकल शुक्राणुओं की क्वालिटी को प्रभावित करते हैं। इनमें डीएनए नुकसान, कम गतिशीलता और मोटिलिटी की समस्या शामिल है। इसकी वजह से शुक्राणु निषेचन क्षमता में कमी आ सकती है, जो गर्भधारण की संभावना को कम कर देता है।
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2. शुक्राणु उत्पादन की समस्या
धूम्रपान से पुरुषों में शुक्राणु उत्पादन में कमी आ सकती है। सिगरेट में मौजूद केमिकल जैसे निकोटिन शरीर में प्रवेश करके टेस्टोस्टेरोन जैसे प्रमुख हार्मोन के उत्पादन को प्रभावित करते हैं। यह टेस्टिकल्स की कार्यक्षमता को कम कर सकता है और शुक्राणुओं की संख्या में कमी कर सकता है। यही कारण है कि धूम्रपान करने वाले पुरुषों में शुक्राणु की संख्या सामान्य से कम पाई जाती है।
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3. हार्मोन असंतुलन
धूम्रपान से पुरुषों के शरीर में हार्मोनल असंतुलन भी हो सकता है, जो उनके प्रजनन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। सिगरेट पीने से टेस्टोस्टेरोन के स्तर में गिरावट आ सकती है, जिससे पुरुषों की यौन इच्छाओं और प्रजनन क्षमता में कमी आ सकती है। इसके अलावा, धूम्रपान से शरीर में कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन का स्तर भी बढ़ सकता है, जो पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
4. यौन स्वास्थ्य पर असर
धूम्रपान के कारण पुरुषों में यौन स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी शुरू हो सकती हैं। कई पुरुषों को धूम्रपान करने से यौन उत्तेजना और इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि धूम्रपान से रक्त संचार में कमी हो सकती है। यह यौन जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित करता है और पुरुषों के आत्मविश्वास को भी कम करता है।
धूम्रपान छोड़ने के फायदे
धूम्रपान छोड़ने के बाद शुक्राणुओं की गुणवत्ता में सुधार देखा गया है। इससे रक्त संचार बेहतर होता है, टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ता है और हार्मोनल संतुलन फिर से स्थिर हो सकता है। इसके अलावा, धूम्रपान छोड़ने से पुरुषों के यौन स्वास्थ्य में भी सुधार होता है।
निष्कर्ष
धूम्रपान पुरुषों की फर्टिलिटी पर गंभीर प्रभाव डालता है। यह शुक्राणु की गुणवत्ता, संख्या, गतिशीलता और डीएनए को प्रभावित करता है, जो गर्भधारण में रुकावट डाल सकता है। इसके अलावा, धूम्रपान से पुरुषों के हार्मोनल असंतुलन आता है, जो उनके यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इसलिए, यदि आप प्रजनन स्वास्थ्य को सुधारना चाहते हैं, तो धूम्रपान छोड़ना सबसे अच्छा कदम होगा।
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