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पुरुषों में हार्मोनल असंतुलन का कारण बनता है तनाव, जानें इसे मैनेज करने के उपाय

आजकल लाइफस्टाइल के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे महिला हो या पुरुष सभी प्रभावित हो रहे हैं। यहां जानिए, पुरुषों में हार्मोनल असंतुलन का कारण और बचाव के तरीके।
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पुरुषों में हार्मोनल असंतुलन का कारण बनता है तनाव, जानें इसे मैनेज करने के उपाय

मॉडर्न लाइफस्टाइल में तनाव आम समस्या बन गया है, जो न केवल मानसिक स्वास्थ्य बल्कि शारीरिक और हार्मोनल संतुलन को भी प्रभावित करता है। खासकर पुरुषों के लिए, लंबे समय तक तनाव के प्रभाव गंभीर हो सकते हैं। तनाव के दौरान शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का उत्पादन बढ़ जाता है, जो टेस्टोस्टेरोन के लेवल को कम कर सकता है। यह हार्मोनल असंतुलन न केवल पुरुषों के यौन स्वास्थ्य पर असर डालता है, बल्कि मांसपेशियों की ताकत, एनर्जी लेवल और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। तनाव के कारण पुरुषों में नींद की समस्या, थकावट और वजन बढ़ने जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं। इस लेख में पीजीआई रोहतक में अपनी सेवाएं दे रहे डॉक्टर विनय सांगवान (Dr Vinay Sangwan, Medical officer) से जानिए, कैसे तनाव पुरुष हार्मोन को प्रभावित करता है और इसे मैनेज करने के लिए क्या उपाय अपनाए जा सकते हैं।

तनाव का पुरुषों के हार्मोन पर प्रभाव

1. हार्मोनल असंतुलन

जब आप तनाव में होते हैं, तो शरीर में कोर्टिसोल का उत्पादन बढ़ जाता है। हाई कोर्टिसोल लेवल शरीर में टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को कम करता है, जिससे पुरुषों में थकान, कम ऊर्जा और यौन इच्छा में कमी हो सकती है।

2. स्पर्म क्वालिटी पर असर

लंबे समय तक तनाव से शुक्राणु उत्पादन और क्वालिटी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे प्रजनन संबंधी समस्याएं यानी फर्टिलिटी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।

इसे भी पढ़ें: आपकी उम्र का टेस्टोस्टेरोन पर क्या असर पड़ता है? डॉक्टर से जानें कब कराएं इसकी जांच

3. मांसपेशियों की ताकत पर असर

टेस्टोस्टेरोन की कमी से मांसपेशियों की ताकत कम हो सकती है और मोटापा बढ़ने लगता है।

हार्मोनल बैलेंस के लिए क्या करें?

1. मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज

हर दिन 10-15 मिनट ध्यान करने से तनाव हार्मोन कोर्टिसोल को कम किया जा सकता है। गहरी सांस लेने वाली एक्सरसाइज और योग से शरीर को शांत किया जा सकता है और तनाव कम होता है।

2. नियमित एक्सरसाइज करें

एरोबिक और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग टेस्टोस्टेरोन स्तर को बढ़ाने में मदद करती हैं।

3. हेल्दी डाइट

जिंक और मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स टेस्टोस्टेरोन उत्पादन में मदद करते हैं। इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फूड्स, जैसे कि फल और सब्जियां शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं और हार्मोनल बैलेंस बनाए रखते हैं। प्रोसेस्ड फूड्स से बचें, जंक फूड और हाई शुगर वाली चीजें कोर्टिसोल को बढ़ा सकती हैं।

4. नींद का खास ध्यान रखें

हर रात 7-8 घंटे की गहरी नींद लेना टेस्टोस्टेरोन स्तर को बनाए रखने के लिए जरूरी है। सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करें और एक नियमित तय समय पर सोने का शेड्यूल बनाएं।

5. कैफीन और अल्कोहल का सेवन सीमित करें

ज्यादा कैफीन और शराब कोर्टिसोल बढ़ा सकते हैं और टेस्टोस्टेरोन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। इनका सेवन कम से कम करें।

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तनाव से बचने के लिए लाइफस्टाइल में करें बदलाव

1. टाइम मैनेजमेंट

बहुत ज्यादा काम का बोझ लेने से बचें और बीच-बीच में ब्रेक लें। इसके अलावा अपने समय को सही से मैनेज करें, जिससे आपके सोने और जागने का समय भी निर्धारित हो सके।

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2. सकारात्मक सोच अपनाएं

खुद को प्रोत्साहित करें और छोटी-छोटी उपलब्धियों का जश्न मनाएं। तनावपूर्ण परिस्थितियों को स्वीकार करें और उनका हल ढूंढने पर ध्यान दें।

3. सोशल कनेक्शन बनाएं

परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने से तनाव को दूर करने में मदद मिलती है। यदि तनाव अधिक बढ़ रहा हो, तो प्रोफेशनल काउंसलिंग लेने में संकोच न करें।

निष्कर्ष

तनाव का प्रभाव न केवल मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है, बल्कि यह हार्मोनल संतुलन और शारीरिक स्वास्थ्य को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। पुरुषों के लिए यह जरूरी है कि वे तनाव को कंट्रोल करें और टेस्टोस्टेरोन स्तर को बनाए रखने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं।

All Images Credit- Freepik

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