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पुरुषों में इन 5 कारणों से हो सकती है लो-टेस्टोस्टेरोन की समस्या, एक्सपर्ट से जानें क्या करें?

पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। यहां जानिए, पुरुषों में लो-टेस्टोस्टेरोन के कारण क्या हैं?
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पुरुषों में इन 5 कारणों से हो सकती है लो-टेस्टोस्टेरोन की समस्या, एक्सपर्ट से जानें क्या करें?

पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन शारीरिक विकास, यौन स्वास्थ्य, मांसपेशियों की ताकत और एनर्जी लेवल को कंट्रोल करता है। पुरुषों के शरीर में सामान्य स्तर का टेस्टोस्टेरोन न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि यह मानसिक स्थिति और आत्मविश्वास को भी प्रभावित करता है। आजकल की खराब लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों का असर पुरुषों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है, जिसके कारण कई पुरुष टेस्टोस्टेरोन की कमी (लो टेस्टोस्टेरोन) की समस्या का सामना करते हैं। यह समस्या अक्सर उम्र बढ़ने, अनहेल्दी लाइफस्टाइल और तनाव के कारण हो सकती है। टेस्टोस्टेरोन की कमी से शारीरिक थकावट, यौन इच्छा में कमी, मूड स्विंग्स और मांसपेशियों की कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस लेख में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अछल्दा के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर गौरव कुमार से जानिए, पुरुषों में लो-टेस्टोस्टेरोन की समस्या के कारण और इसे कैसे सुधार सकते हैं।

टेस्टोस्टेरोन की कमी के कारण - Common Causes of Low Testosterone in Men

1. बढ़ती उम्र

उम्र बढ़ने के साथ पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन का लेवल स्वाभाविक रूप से कम होने लगता है, जो कि एक सामान्य प्रक्रिया है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन कम होता है, जिससे एनर्जी लेवल में कमी, मांसपेशियों की कमजोरी और यौन स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।

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समाधान: इस समस्या को कंट्रोल करने के लिए पुरुषों को नियमित एक्सरसाइज, सही डाइट और पर्याप्त नींद लेनी चाहिए। साथ ही, हार्मोनल थेरेपी भी एक विकल्प हो सकता है, जिसे डॉक्टर की सलाह से किया जा सकता है।

2. तनाव और लाइफस्टाइल

ज्यादा मानसिक तनाव, नींद की कमी और अनियमित लाइफस्टाइल टेस्टोस्टेरोन के स्तर को प्रभावित कर सकती है। जंक फूड और फिजिकल एक्टिविटी की कमी इस समस्या को और बढ़ा सकते हैं। तनाव कोर्टिसोल नामक हार्मोन का उत्पादन बढ़ाता है, जो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को घटा सकता है। इसके कारण शारीरिक कमजोरी, मूड स्विंग्स और यौन समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

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समाधान: तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान, और प्राणयाम उपयोगी हो सकता है। मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना और मानसिक तनाव को कम करना टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकता है।

3. स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं

डायबिटीज, मोटापा और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां टेस्टोस्टेरोन को प्रभावित कर सकती हैं।

समाधान: यदि आप किसी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें। टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए दवाइयां दी जा सकती हैं। इसके अलावा, सही लाइफस्टाइल अपनाना और नियमित जांच कराना जरूरी है।

4. हार्मोनल असंतुलन

पिट्यूटरी ग्लैंड की समस्या या किसी अन्य हार्मोनल गड़बड़ी के कारण शरीर पर्याप्त टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन नहीं कर पाता। जिसके कारण लो-टेस्टोस्टेरोन की समस्या हो सकती है।

5. शराब और धूम्रपान

ज्यादा शराब का सेवन और धूम्रपान टेस्टोस्टेरोन के बनने की प्रोसेस को धीमा कर सकते हैं।

टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के उपाय

  • कार्डियो और वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज दोनों टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
  • विटामिन D, जिंक और प्रोटीन से भरपूर डाइट लें।
  • हर रात 7-8 घंटे की नींद टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बनाए रखने में मदद करती है।
  • योग, ध्यान और अन्य मानसिक तनाव को कम करने के उपाय अपनाएं।
  • वजन कंट्रोल में रखें और हेल्दी लाइफस्टाइल को मेंटेन करें।

निष्कर्ष

पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की कमी एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसे सही डाइट, एक्सरसाइज और लाइफस्टाइल में सुधार के माध्यम से कंट्रोल किया जा सकता है। यदि टेस्टोस्टेरोन का लेवल ज्यादा कम हो, तो डॉक्टर से परामर्श कर हार्मोनल थेरेपी भी एक विकल्प हो सकती है।

All Images Credit- Freepik

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