कोरोना काल का खतरा अभी पूरी टला नहीं था कि ऐसे में कोविड 19 के नए वेरिएंट E5.1 ने दुनियाभर में अपने पैर पसारने शुरु कर दिए हैं। यह वेरिएंट अब तक कुल 51 देशों में फैल चुका है। ऐसे में कुछ युवाओं में कोविड होने के बाद हार्ट अटैक या फिर अन्य समस्याओं के चलते मौत के मामले भी देखे गए हैं। ऐसे में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने अब युवाओं में कोविड के बाद मौत होने पर नजर बना रखी है।
ICMR डायरेक्टर जनरल ने कही ये बात
दरअसल, आईसीएमआर द्वारा कोविड होने के तुरंत बाद युवाओं में होने वाली मौत के पीछे की वजह जानने की कोशिश की जा रही है। ताकि इंसान की शरीर में बनने वाली एंटीबॉडीज या फिर किसी प्रकार के बदलाव के जरिए मौत के पीछे का कारण पता लग सके। डॉ. राजीव बेहल, डायरेक्टर जनरल के मुताबिक हम बिना किसी कारण होने वाली मौत का पता लगाना चाहते हैं और इसके लिए 18 वर्ष से 45 वर्ष के युवाओं पर नजर रखी जा रही है क्योंकि मौत के आंकड़े इस एज ग्रुप में अधिक हैं।
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40 सेंटर्स से लिया जाएगा डेटा
कोविड के बाद होने वाली मौत के पीछे का कारण पता लगाने के लिए ICMR द्वारा 40 सेंटर्स से कोविड के बाद ठीक हो चुके और इससे मरने वाले मरीजों का डेटा लिया जाएगा। इसमें पिछले एक साल में 18 से 45 वर्ष की उम्र के लोगों की सूची बनाई जाएगी। इसके आधार पर मौत के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सकेगा।
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कोविड नहीं होने पर भी दिख सकते हैं लक्षण
हाल ही में जारी हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक शख्श में कोविड टेस्ट नेगिटिव आने के बाद भी कोविड के लक्षण दिखे। यही नहीं एक हफ्ते बाद टेस्ट कराने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है और उसकी तबियत गंभीर रूप से खराब हो जाती है।