गर्मियों में आमतौर पर लोगों को बहुत प्यास लगती है और लोग नॉर्मल दिनों से ज्यादा पानी पीते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बाकी मौसम की तुलना में गर्मियों में धूप से शरीर के साल्ट्स और इलेक्ट्रोलाइट्स का ज्यादा अवशोषण होता है। शरीर बड़ी तेजी से अपनी नमी खोकर डिहाइड्रेट होने लगती है। ऐसे में आप सिर्फ पानी पीकर ही शरीर को हाइड्रेट रखने की कल्पना नहीं कर सकते हैं। आपको इसके लिए कुछ और भी चाहिए। न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने इसके लिए एक आसान उपाय बताया है, जिसकी मदद से आप अपने आप को इस भीषण गर्मी में भी हाइड्रेट रख सकते हैं। तो आइए जानते हैं क्या है ये उपाय।
क्यों लगती है हमें बार-बार प्यास
न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर बताया कि कैसे हाइड्रेशन आपको बार-बार लगने वाली प्यास को बुझाने में मदद कर सकता है। लवनीत बत्रा बताती हैं कि जबकि पानी का सेवन दिन में कम से कम तीन से चार लीटर होना चाहिए, लेकिन शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने के लिए एक सरल तरकीब है कि पानी आधारित फल हों जो पेट को ठंडा भी रख सकें और शरीर को आवश्यक मात्रा में हाइड्रेशन प्रदान कर सकें। पर क्या सादा पानी काफी है? नहीं। न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा के अनुसार सादे पानी पीने से पसीने के माध्यम से सोडियम और पोटेशियम के नुकसान के कारण आपको बार-बार प्यास लग सकती है। वहीं बार बार प्यास लगने के पीछे एक बड़ा कारण इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन भी हो सकता है।
गर्मी के खाने और पानी में पिंक साल्ट लें
न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बताती हैं कि कैसे दिन के दौरान एक चुटकी गुलाबी नमक के साथ भोजन और पानी लेना पूरे दिन आपको हाइड्रेट महसूस करा सकता है। दरअसल गुलाबी नमक (pink salt for body hydration) शरीर के पीएच स्तर को संतुलित करने और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए जाना जाता है। गुलाबी हिमालयन नमक रासायनिक रूप से टेबल नमक के समान है। इसमें 98 प्रतिशत तक सोडियम क्लोराइड होता है। इसमें पोटेशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम होते हैं। ये नमक को इसकी हल्की गुलाबी रंगत देते हैं। भोजन या पेय में एक चुटकी गुलाबी नमक मिलाने से शरीर को तरल पदार्थ का संतुलन बनाए रखने और निर्जलीकरण को रोकने में मदद मिल सकती है।
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रेगुलर नमक से है ज्यादा फायदेमंद
कुछ लोगों का मानना है कि नियमित रूप से इस्तेमाल होने वाले नमक की तुलना में गुलाबी हिमालयन नमक सोडियम में कम है। हालांकि, दोनों प्रकारों में लगभग 98 प्रतिशत सोडियम क्लोराइड होता है। चूंकि गुलाबी नमक में अक्सर टेबल नमक की तुलना में बड़े क्रिस्टल होते हैं, इसलिए इसमें तकनीकी रूप से प्रति चम्मच कम सोडियम होता है। इसमें टेबल नमक की तुलना में स्वाद भी बेहतर होता है, यानी कि नॉर्मल वाले नमक की तुलना में आप इसे कम खाएंगे पर भरपूर स्वाद पाएंगे।
पिंक साल्ट का कैसे करें इस्तेमाल
- - खाना पकाने के हिस्से के रूप में
- -मौसमी फलों के साथ
- -जूस और पानी में मिला कर पीना।
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शरीर को पिंक साल्ट की आवश्यकता क्यों है?
पिंक साल्ट शरीर में कई तरह के खनिज प्रदान कर सकते हैं। वहीं इसे लेने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जैसे कि
- -मांसपेशियों को सिकोड़ना और शिथिल को करना
- - इलेक्ट्रोलाइट के संतुलन बनाए रखना और निर्जलीकरण को रोकना
- -तंत्रिका तंत्र के आवेगों को भेजना
- -निम्न रक्तचाप को रोकना
- -शोध में बताया गया है कि नमक खाने से संक्रमण का खतरा कम हो सकता है और हानिकारक बैक्टीरिया मर सकते हैं।
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