बादाम का दूध पौष्टिक, कम कैलोरी वाला पेय पदार्थ है, जो बहुत लोकप्रिय है। यह बादाम से बनाया जाता है और दूध के हेल्दा विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर इसमें अतिरिक्त पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन- ई और विटामिन-डी को इसमें शामिल किया जाता है ताकि इसकी पोषण सामग्री को बढ़ावा दिया जा सके। बाजार में इसकी कुछ किस्में उपलब्ध हैं, और कुछ लोग घर पर अपना खुद का बनाते हैं। यह उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है, जो गाय का दूध नहीं पी सकते हैं और उन्हें लैक्टोज एलर्जी जैसे परेशानी है। पर लॉकडाउन में अगर आप बादाम का दूध बाजार से नहीं खरीद पा रहे हैं, तो आप इसे घर में भी बना सकते हैं। वो कैसे, तो आइए हम आपको बताते हैं इसके बारे में।
लॉकडाउन के दौरान शाकाहारी भोजन संस्कृति ने लोकप्रियता हासिल की है क्योंकि यह विभिन्न विषयों पशु क्रूरता को रोक कर वेगन डाइट की ओर हमें बढ़ाता है। हालांकि, भारत में शाकाहारी दूध का अभी भी व्यापक रूप से उपभोग नहीं किया जाता है क्योंकि डेयरी दूध की तुलना में कीमत अपेक्षाकृत अधिक है।हालांकि, बहुत सारे लोग हैं जो लैक्टोज असहिष्णु हैं और डेयरी उत्पादों का उपभोग नहीं कर सकते हैं। जो लोग कुछ शाकाहारी दूध की कोशिश कर रहे हैं, वो घर में इसे ऐसे बना सकते हैं।
घर पर बादाम दूध बनाने का तरीका
- -कच्चे बादाम को रात भर पानी में भिगो दें।
- -अगले दिन, एक उच्च पाउडर वाले ब्लेंडर में चार कप ताजे ठंडे पानी के साथ भीगे हुए बादाम डालें। इसे चार-पांच मिनट तक ब्लेंड करें जब तक कि यह क्रीमी और स्मूद न हो जाए।
- -एक सूती कपड़े में अब इसे बांध कर इस दूध को छान लें।
- - अच्छे से छानने के लिए कपड़े को ताकत से गाड़ लें।
- - फिर बादाम के दूध को एक एयरटाइट कंटेनर में डालें और फ्रिज में स्टोर करें।
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बचे हुए बादाम के गूदे का क्या करें?
शाकाहारी खाद्य संस्कृति अपव्यय को कम करने को बढ़ावा देती है। इसलिए बादाम से दूध निकालने के बाद, आप इसे कई तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं। आप इसे सेंक सकते हैं या इसे तवे पर भून सकते हैं। इस भुने हुए बादाम अवशेषों को दही और चिया सीड पुडिंग में टॉपिंग के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे आटे के साथ मिलाया जा सकता है जिसका उपयोग रोटियां बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
घर में बना बादाम दूध कब तक चल सकता है?
जैसे पैकेज्ड मिल्क, वेजेन या प्लांट बेस्ड मिल्क की शेल्फ लाइफ तीन दिन से ज्यादा नहीं होती है। तो अच्छा यही होगा कि आप इसे छोटे-छोटे बैचों को बनाया जाए और रेफ्रिजरेटर में स्टोरकिया जाए। वहीं आप चाहे तो इसे जोर भी फ्रेश बना सकते हैं क्योंकि लंबे समय तक इसे रखने से ये इसकी सुंगध आपको अजीब लग सकती है। वहीं गर्मियों में ये ख़ट्टा हो कर खराब हो सकता है।
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बादाम दूध का फायदा
- -बादाम का दूध स्वाभाविक रूप से चीनी में कम होता है, इसलिए ये मधुमेह रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है।
- -बादाम दूध का एक कप (240 मिली) आपके दैनिक विटामिन ई की आवश्यकता का 20-50% प्रदान कर सकता है। विटामिन ई एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो सूजन, तनाव और बीमारी के जोखिम को कम कर सकता है।
- -प्रति सेवारत अपनी दैनिक आवश्यकताओं का 20 से 45% प्रदान करने के लिए बादाम का दूध कैल्शियम से समृद्ध होता है। वहीं हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए कैल्शियम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जिसमें फ्रैक्चर और ऑस्टियोपोरोसिस की रोकथाम शामिल है।
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