
आपने बचपन में ये कहावत जरूर सुनी होगी कि बेटा दूध पीना सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है और दूध पीने से शरीर तंदरुस्त और दिमाग तेज होता है। कई शोध पहले ही दूध को लेकर अध्ययन कर चुके हैं कि इसका हमारी सेहत पर कितना प्रभाव पड़ता है। वे परिजन जिनके बच्चे दूध नहीं पीते हैं या दूध से दूर भागते हैं उनके लिए ये खबर बेहद जरूरी है। दरअसल एक शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि वे बच्चे, जो मलाई वाला दूध पीते हैं उनमें टोन्ड और डबल टोन्ड दूध पीने वाले बच्चों की तुलना जरूरत से ज्यादा वजन या मोटा होने का जोखिम 40 फीसदी तक कम हो जाता है।
सात देशों में किया गया अध्ययन
अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित इस अध्ययन में सात देशों के 28 अध्ययनों का विश्लेषण किया, जिसमें बच्चों के गाय का दूध पीने और जरूरत से ज्यादा वजन व मोटापे का शिकार होने के बीच संबंध के बारे में जानने की कोशिश की गई।
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21 हजार बच्चे हुए शामिल
इस अध्ययन में करीब 21 हजार बच्चों को शामिल किया, जिनकी उम्र एक से लेकर 18 साल के बीच थी। इस अध्ययन में यह बताया गया कि वे बच्चे, जो कम फैट वाला दूध पीते हैं उनमें जरूरत से ज्यादा वजन या मोटापे का शिकार होने का जोखिम भी कम होता है।
मलाई वाले दूध पीएं बच्चे
अध्ययन के मुताबिक, 28 में से 8 अध्ययनों में बताया गया कि वे बच्चे जो मलाई वाला दूध पीते हैं उनमें मोटापे का शिकार या जरूरत से ज्यादा वजन होने का खतरा कम होता है।
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क्या कहते हैं विशेषज्ञ
कनाडा के सैंट माइकल हॉस्पिटल की डॉक्टर और अध्ययन के मुख्य लेखक जोनाथन मैगयुआर का कहना है कि हमने जिन अध्ययनों का विश्लेषण किया वे सभी अवलोकन अध्ययन थे, जिसका अर्थ है कि हम यह सुनिश्चित नहीं कर सकते हैं कि फुल क्रीम दूध यानी के मलाई वाला दूध पीने से बच्चों में अधिक वजन या मोटापे का खतरा कम होगा। फुल क्रीम दूध अन्य कारकों से संबंधित हो सकता है, जो अधिक वजन या मोटापे के जोखिम को कम करते हैं।
कनाडा में बच्चे मोटे
अध्ययन के ये निष्कर्ष कनाडा और अंतर्राष्ट्रीय दिशा-निर्देशों को चुनौती देते हैं, जो बच्चों को जो साल की उम्र में मलाई वाले दूध के बजाए टोन्ड और डबल टोन्ड दूध पीने की सलाह देते हैं। ये सलाह उनमें मोटापे को कम करने के लिए दी गई है। आपको बता दें कि कनाडा और अमेरिका में अधिकतर बच्चे रोजाना गाय का दूध पीते हैं, जो ज्यादातर बच्चों के डाइटरी फैट में एक बहुत बड़ा योगदान दे रहा है।
बेझिझक होकर पीएं फुल क्रीम दूध
जोनाथन ने कहा, ''हमारी समीक्षा में हमने पाया कि दो साल की उम्र के वे बच्चे जिन्होंने टोन्ड या डबल टोन्ड दूध पिया उनमें फुल क्रीम दूध पीने वाले बच्चों के मुकाबले ज्यादा पतला होने की संभावना कम थी और वह ज्यादा पतले भी नहीं थे।'
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