How to use Coriander Seeds to Control Hypothyroidism Weight Gain: हाइपोथायरायडिज्म एक ऐसी स्थिति है जिसमें थायरॉयड ग्रंथि सही तरीके से काम नहीं करती है। इसके कारण हार्मोन का उत्पादन नहीं हो पाता या कम होता है। थायरॉयड ग्रंथि के सही तरीके से काम न करने का असर हमारे मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है। इसकी वजह से वजन और मोटापा बढ़ने की समस्या देखी जाती है। वजन बढ़ने के साथ ही शारीरिक सुस्ती, थकान, बालों का झड़ना, स्किन का ड्राई और त्वचा से जुड़ी कई परेशानियां भी होती हैं। हाइपोथायरायडिज्म के कारण बढ़ते हुए वजन को कम करने के लिए जीवनशैली और खानपान में सुधार की जरूरत होती है।
इन दिनों आप भी हाइपोथायरायडिज्म के कारण बढ़ते हुए वजन से परेशान हैं, तो इसे मैनेज करने में धनिया के बीज आपकी मदद कर सकता है। धनिया के बीज में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो थायरॉयड को संतुलित करके, वजन को मैनेज करने में मदद करते हैं। हाइपोथायरायडिज्म के मरीजों को धनिया के बीजों का सेवन कैसे करना चाहिए और क्या फायदे मिलते हैं, इस विषय पर न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन सिमरन भसीन ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। आइए जानते हैं इसके बारे में...
हाइपोथायरायडिज्म में कैसे फायदेमंद है धनिया के बीज?- How are coriander seeds beneficial in hypothyroidism?
डाइटिशियन सिमरन भसीन का कहना है कि हाइपोथायरायडिज्म के मरीजों के लिए धनिया के बीजों का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। धनिया के बीज के पोषक तत्व मेटाबॉलिज्म को संतुलित करके शरीर की सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
इसे भी पढ़ेंः आयुर्वेद के अनुसार नट्स और सीड्स खाने का सही तरीका क्या है? एक्सपर्ट से जानें
View this post on Instagram
1. ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करता है धनिया- Coriander reduces oxidative stress
धनिया के बीज एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जिसमें क्वेरसेटिन और अन्य पॉलीफेनोल शामिल हैं। ये यौगिक थायराइड कोशिकाओं पर ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके थायराइड हार्मोन उत्पादन का समर्थन करने में मदद करते हैं। यह थायराइड हार्मोन (T3 और T4) के संश्लेषण को बढ़ा सकता है, जो आमतौर पर हाइपोथायरायडिज्म के दौरान कम हो जाता है। ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने से वजन और मोटापा घटाने में मदद मिलती है।
इसे भी पढ़ेंः आयुर्वेद में नहीं है चिकन-मटन खाने की मनाही, एक्सपर्ट ने बताया क्या है नॉनवेज खाने का नियम
2. धनिया के बीज सुधारते हैं पाचन क्रिया- Coriander seeds improve digestion
हाइपोथायरायडिज्म में खराब पाचन एक आम समस्या है। धनिया के बीज पाचन एंजाइमों के स्राव को उत्तेजित करते हैं और आंत के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि रोजाना धनिया के बीजों का सेवन करने से शरीर में आयोडीन और सेलेनियम का अवशोषण बढ़ाने में मदद मिलती है। जिससे थायराइड फंक्शन को बेहतर बनाने में मदद मिलती है और पाचन क्रिया भी दुरुस्त होती है। जब पाचन क्रिया ठीक तरीके से काम करती है, तो वजन तेजी से घटता है।
3. सूजन को कम करते हैं धनिया के बीज- Coriander seeds reduce inflammation
अक्सर हाइपोथायरायडिज्म में वॉटर रिटेंशन और सूजन की समस्या देखी जाती है। वॉटर रिटेंशन तब होता है जब आपके शरीर के कुछ हिस्सों में जरूरत से ज्यादा तरल पदार्थ जमा हो जाता हैं। वॉटर रिटेंशन की स्थिति को सुधारने में भी धनिया के बीज बहुत फायदेमंद होते हैं। धनिया के बीजों में मूत्रवर्धक गुण होते हैं, जो शरीर के सूजन को कम करने में मदद करते हैं। जिससे कम को कम करने में मदद मिलती है।
इसे भी पढ़ेंः क्या वाकई थायराइड के मरीजों को गोभी-ब्रोकली जैसी क्रूसिफेरस सब्जियां नहीं खानी चाहिए? जानें एक्सपर्ट से
4. मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मददगार है धनिया के बीज- Coriander seeds are helpful in increasing metabolism
धनिया के बीज मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं। हाइपोथायरायडिज्म के कारण शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे कैलोरी बर्न करने की क्षमता कम हो जाती है। धनिया के बीज मेटाबॉलिज्म को तेज कर कैलोरी बर्न करने में सहायता करते हैं, जिससे वजन नियंत्रित रहता है।
हाइपोथायरायडिज्म में कैसे करें धनिया के बीज का सेवन?- How to consume coriander seeds in hypothyroidism?
हाइपोथायरायडिज्म से होने वाली वजन बढ़ने की समस्या को धनिया के बीज समेत अन्य प्राकृतिक तरीके से कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन इसका इलाज भी जरूरी है। अगर आप या आपके परिवार का कोई सदस्य हाइपोथायरायडिज्म की समस्या से जूझ रहा है, तो इसके लिए डॉक्टर से बात जरूर करें।
Image Credit: Freepik.com