बच्‍चों को हेल्‍दी रखने के ल‍िए दें पर्सनल हाइजीन के ट‍िप्‍स, जानें सही तरीका

बच्‍चों को पर्सनल हाइजीन के बारे में स‍िखाना चाहते हैं तो कुछ अच्‍छे ट‍िप्‍स जरूर अपनाएं ताक‍ि बच्‍चे अपनी परेशानी खुलकर आपसे शेयर कर सकें 
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बच्‍चों को हेल्‍दी रखने के ल‍िए दें पर्सनल हाइजीन के ट‍िप्‍स, जानें सही तरीका

पर्सनल हाइजीन को लेकर बच्‍चे सेंस‍िट‍िव होते हैं। आपको बच्‍चे को पर्सनल हाइजीन स‍िखाने के ल‍िए खास ट‍िप्‍स फॉलो करनी चाह‍िए ताक‍ि वो आसानी से ब‍िना झ‍िझक के पर्सनल हाइजीन ट‍िप्‍स फॉलो कर सकें। इससे फर्क नहीं पड़ता क‍ि आपका बच्‍चा क‍ितना बड़ा है पर आपको उसकी बेहतर सेहत के ल‍िए हर उम्र में उसे हाइजीन के प्रत‍ि गाइड करना है और इस पर चेक रखना है क‍ि आपका बच्‍चा हमेशा उन ट‍िप्‍स को फॉलो करे। पर्सनल हाइजीन का मतलब बस इतना है क‍ि अपनी बॉडी के सेंस‍िट‍िव एर‍िया का ख्‍याल कैसे रखा जाए। आपको बच्‍चे को उसकी ही भाषा में साफ-सफाई के गुर स‍िखाने होंगे ज‍िनमें आप नीचे बताए जा रहे ट‍िप्‍स को फॉलो करना चाह‍िए।   

kid health

इंट‍िमेट हाइजीन के बारे में बच्‍चों को क्‍या बताएं? (Intimate hygiene of kids)

माता-प‍िता होने के नाते हमें बच्‍चों की हाइजीन का ख्‍याल रखना जरूरी होता है और जब बात पर्सनल हाइजीन की आती है तो ये ज‍िम्‍मेदारी ज्‍यादा बड़ी है क्‍योंक‍ि पर्सनल हाइजीन हमारी पूरी सेहत का बेस है। आप बच्‍चे के शरीर का ख्‍याल रखने के ल‍िए उसे समय-समय पर हेल्‍थ ट‍िप्‍स के बारे में बताते रहें।

  • इंट‍िमेट हाइजीन में आपको बच्‍चों को इंट‍िमेट एर‍िया को क्‍लीन करने का तरीका बताना है।
  • इसके अलावा आपको बच्‍चे को ये भी स‍िखाना है क‍ि बच्‍चे कैसे पर्सनल एर‍िया को इंफेक्‍शन मुक्‍त कैसे रख सकते हैं।  
  • आपको बच्‍चे को मेल और फीमेल हाइजीन के बीच का फर्क भी समझाना चाह‍िए ताक‍ि वो अपने शरीर को बेहतर तरीके से समझ पाएं।  

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इंट‍िमेट हाइजीन को लेकर बच्‍चों से बात करें 

बच्‍चों से इंट‍िमेट हाइजीन को लेकर आपको बात करनी चाह‍िए। आप बच्‍चे को जानकारी देंगे तो उन्‍हें क‍िसी भी तरह की झ‍िझक महसूस नहीं होगी और वो आपसे खुलकर अपनी बात कह पाएंगे। आपको बच्‍चे से खुलकर बात करने के ल‍िए उन्‍हें अपने साथ ब‍िठाकर फ्रैंक करना होगा, अगर आपका बच्‍चा आपसे डरता है तो खुलकर कभी आपसे बात नहीं कर पाएगा। 

हाइजीन ट‍िप्‍स फॉलो न करने के नुकसान बताएं 

आपको बच्‍चे को हाइजीन ट‍िप्‍स फॉलो न करने के नुकसान के बारे में बताना चाह‍िए। अगर बच्‍चे को इस बात की जानकारी रहेगी क‍ि इन ट‍िप्‍स को फॉलो न कर पाने के कारण उन्‍हें इसके बुरे पर‍िणाम झेलने पड़ सकते हैं तो बच्‍चे हाइजीन ट‍िप्‍स को फॉलो कर लेंगे। अगर बच्‍चों को पहले से इसके बारे में पता होगा क‍ि उनकी हेल्‍थ के ल‍िए पर्सनल हाइजीन कितनी जरूरी है तो वो हाइजीन ट‍िप्‍स को न स‍िर्फ फॉलो करेंगे बल्‍क‍ि सेहत के प्रत‍ि पहले से ज्‍यादा जागरूक होंगे।         

इज्‍यूकेशन टूल्‍स (Use educational tools)

आपको बच्‍चे को पर्सनल हाइजीन के बारे में स‍िखाना है तो आप एज्‍यूकेशन एड्स यानी श‍िक्षा को स‍िखाने वाले टूल्‍स का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। आप बच्‍चों को ई-बुक्‍स, ग्राफ‍िक्‍स या वीड‍ियो की मदद से पर्सनल हाइजीन ट‍िप्‍स के बारे में स‍िखा सकते हैं। कई ऐसी बुक्‍स हैं ज‍िनमें फोटो और डायग्राम मौजूद होते हैं और इनकी मदद से आप बच्‍चे को वॉशरूम जाने का तरीका या साफ-सफाई बरकरार रखने के आसान ट‍िप्‍स स‍िखा सकते हैं।  

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कम उम्र में ही स‍िखा दें हाइजीन ट‍ि‍प्‍स 

आपको बच्‍चे को कम उम्र में ही हाइजीन का सही तरीका स‍िखा देना चाह‍िए। आपको बच्‍चे को 3 से 5 साल की उम्र के बीच ही बॉथरूम यूज करने का तरीका, हाथों को साफ करना आद‍ि आदतें डाल देना चाह‍िए। वहीं 6 से 9 साल की उम्र के बीच बच्‍चे को आपको हाइजीन से जुड़ी सभी जरूरी बातों की जानकारी देनी चाह‍िए। अगर आपका बच्‍चा इसके बाद ही हाइजीन ट‍िप्‍स फॉलो नहीं कर पा रहा है तो आपको चेक करना है क‍ि बच्‍चे को क‍िसी तरह की कोई शारीरि‍क समस्‍या तो नहीं है।    

इन ट‍िप्‍स को फॉलो करके आप बच्‍चे को पर्सनल हाइजीन की सही जानकारी दे सकते हैं।     

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