नए पेरेंट्स शिशु की देखभाल में रखें इन 4 बातों का ध्यान, छोटी सी गलती पड़ सकती है भारी

नवजात शिशु को अतिरिक्त देखरेख की जरूरत होती है, वरना उसे स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं नवजात शिशु की देखरेख के कुछ तरीके।

Meera Tagore
Written by: Meera TagoreUpdated at: Mar 19, 2023 16:00 IST
नए पेरेंट्स शिशु की देखभाल में रखें इन 4 बातों का ध्यान, छोटी सी गलती पड़ सकती है भारी

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How To Take Care Of Your New Born Baby In Hindi : आपको बहुत-बहुत बधाई। घर में नन्हे बच्चे की किलाकारियां गूंजने लगी हैं। हालांकि इसके साथ ही पेरेंट्स को कई तरह की तैयारियां कर लेनी चाहिए, क्योंकि अब आपकी जिंदगी पूरी तरह बदलनी वाली है। अपने नए जन्मे शिशु का पूरा ख्याल रखना है और यह जिम्मेदारी आजीवन बनी रहती है। अगर जन्म के शुरुआती दिनों की बात करें, तो पेरेंट्स को अपने बच्चे को पकड़ने, उसे खिलाने-पिलाने को लेकर बहुत ज्यादा कॉन्शस रहना चाहिए। आपकी जरा सी लापरवाही नए जन्मे शिशु को स्वास्थ्य समस्याएं दे सकती हैं।

how to take care of new born baby

शिशु को पकड़ने से पहले हाथ धोएं

घर में जब नन्हा मेहमान आता है, तो उसके आते ही घर में रिश्तेदारों, पड़ोसियों और जानने वालों की भीड़ जमा हो जाती है। हालांकि यह अच्छी बात है क्योंकि इससे घरवालों की खुशियां बढ़ती है। लेकिन दिक्कत की बात तब होती है, जब बच्चे को कोई बिना हाथ धोए अपने गंदे हाथों से उसे गोद में उठा लेता है। ध्यान रखें कि शिशु इस दुनिया के संपर्क में पहली बार आया है। उसके लिए हर चीज नई है, यह माहौल भी नया है और फिलहाल उसका इम्यून सिस्टम भी कमजोर है। ऐसे में अगर आप उसे बिना हाथ धोए बच्चे को अपनी गोद में उठा लेते हैं, तो इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञ भी सलाह देते हैं कि जब भी बच्चे को गोद में उठाएं, अपने हाथों को धो लें या फिर सैनीटाइज कर लें।

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गर्दन और सिर का रखें खास ख्याल

चूंकि नई मां के लिए अपने शिशु को संभालना एक किसी चुनौती की तरह होता है। ऐसे में उन्हें अनुभवी मांओं की मदद लेनी चाहिए या घर के किसी बुजुर्ग व्यक्ति से शिशु को गोदी में कैसे उठाते हैं, यह सीखना चाहिए। शिशु को जब भी अपनी गोद में उठाएं, उसकी गर्दन और सिर का खास ख्याल रखें। दरअसल, नए जन्मे शिुश अपने सिर का भार संभाल नहीं पाते, ऐसे में अगर आपने उसकी गर्दन और सिर में सपोर्ट नहीं दिया, तो उसके सिर किसी एक दिशा की ओर मुड़ सकता है। इससे उसके गर्दन में लचक आ सकती है या फिर सिर में चोट भी लग सकती है।

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शिशु को हिलाए नहीं

अक्सर हमारे यहां महिलाएं अपने शिशु को सुलाने या खिलाने के लिए उसे गोद में झूला झुलाने की कोशिश करती हैं। गोद में झूला झुलाने का मतलब है कि शिशु के शरीर को जोर-जोर से हिलाना। बेशक आपको लग सकता है कि आप उसे धीरे-धीरे हिला रहे हैं। लेकिन शिशु के लिए वह तेज-तेज होता है। हिलाने के दौरान शिशु को झटका लग सकता है। झटका लगने की वजह से उसके मस्तिष्क में रक्तस्राव हो सकता है और उसकी मृत्यु भी हो सकती है। इसलिए आप उसे जोर-जोर से हिलाने से बचें।

नहलाते समय रहें सावधान

वैसे तो नए जन्मे शिशु को बड़े बच्चों की तरह नहीं नहलाया जाता है। उन्हें स्पंज किया जाता है। अमूमन हमारे यहां महिलाएं शिशु के शरीर को पोंछने के लिए सूती कपड़े का इस्तेमाल करती हैं। इसके बावजूद अगर आपको अपने शिशु को नहलाना ही है, तो इस दौरान बहुत ज्यादा सावधान रहें। उसके सिर पर मग के जरिए पानी भरकर न डालें। अच्छा यही रहेगा कि आप किसी अनुभवी महिला की इस संबंध में मदद लें। ध्यान रखें कि अगर आपने उसे गलत तरीके से नहलाया, तो उसे सांस लेने में समस्या हो सकती है, उसके कान, नाक और मुंह में पानी जा सकता है। ये सब स्थितियां नवजात शिशु के लिए स्वास्थ्य समस्याएं खड़ी कर सकती हैं।

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