थायराइड सभी उम्र, लिंग को होने वाली एक बेहद सामान्य समस्या बन गई है। लेकिन पुरुषों की तुलना में महिलाओं को थायराइड का अधिक (thyroid in female) सामना करना पड़ता है। थायराइड एक लाइलाज बीमारी है, लेकिन एलोपैथी में दवाइयों की मदद से थायराइड हॉर्मोन में बदलाव से होने वाली समस्याओं में कमी की जा सकती है। थायराइड गले में सामने की तरफ स्थित एक ग्रंथि है, जो थायराइड हॉर्मोन का उत्पादन करती है। थायराइड हॉर्मोन का अधिक या कम उत्पादन कई तरह की समस्याओं का कारण बनता है। ऐसे में इस हॉर्मोन को नियंत्रण में रखना बहुत जरूरी होता है। थायराइड हॉर्मोन को कंट्रोल में रखने के लिए दवाइयों के साथ ही स्वस्थ आहार का सेवन भी बहुत जरूरी है। आप सोच रहे होंगे कि हेल्दी डाइट या स्वस्थ आहार से थायराइड हॉर्मोन को कैसे कंट्रोल में रखा जा सकता है? इस बारे में जानने के लिए हमने मणिपाल हॉस्पिटल, विजयवाड़ा के एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉक्टर गिरिधर अदापा (Dr.Giridhar Adapa, Endocrinologist, Manipal Hospitals, Vijayawada) से बातचीत की। डॉक्टर गिरिधर बताते हैं कि थायराइड को ठीक करने के लिए कोई विशिष्ट या खास भोजन नहीं है, लेकिन उचित चयापचय या मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने के लिए स्वस्थ भोजन महत्वपूर्ण है। हेल्दी डाइट से थायराइड हॉर्मोन को कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है।
हेल्दी डाइट से कैसे कंट्रोल में रहता है थायराइड हॉर्मोन (How to reduce thyroid levels with food)
डॉक्टर गिरिधर अदापा बताते हैं कि थायराइड हॉर्मोन को कंट्रोल में रखने के लिए (how to control thyroid in hindi) भोजन का काफी महत्व होता है। नियमित रूप से हेल्दी डाइट लेने से थायराइड हॉर्मोन को आसानी से कंट्रोल में रखा जा सकता है।
- डॉक्टर गिरिधर बताते हैं कि हाई प्रोटीन डाइट (high protein diet in thyroid) हाइपोथायरायडिज्म के रोगियों के लिए काफी बेहतर होता है, यह मेटाबॉलिज्म या चयापचय को बढ़ाने में मदद करता है।
- थायराइड मरीजों के लिए आयोडीन से भरपूर डाइट भी जरूरी होता है। थायराइड के लिए स्वस्थ भोजन फोर्टिफाइड आयोडीन नमक डालें। आयोडीन शरीर के लिए जरूरी मिनरल्स या खनिज है। फोर्टिफाइड नमक, मछली, अंडे और डेयरी प्रोडक्ट आयोडीन से भरपूर खाद्य पदार्थ हैं। इनके सेवन से थायराइड हॉर्मोन को काफी हद तक नियंत्रण में रखा जा सकता है।
- सेलेनियम और जिंक थायराइड के रोगियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। नट्स या ड्राय फ्रूट्स, बीज, अंडे, मछली और फलियां (मटर, राजमा) सेलेनियम के काफी अच्छे सोर्स हैं। चिकन में जिंक काफी अच्छी मात्रा में होता है। सेलेनियम और जिंक को डाइट में शामिल करने से थायराइड हॉर्मोन को सक्रिय या एक्टिव करने में मदद मिलती है।
- थायराइड हॉर्मोन को कंट्रोल में रखने के लिए विटामिन-डी और कैल्शियम रिच डाइट बहुत जरूरी है। थायराइड रोगियों के लिए विटामिन-डी और कैल्शियम जरूरी है।
- थायराइड रोगियों को अपनी डाइट में रंग-बिरंगे फलों और सब्जियों को जरूर शामिल करना चाहिए। इनमें काफी अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होता है। थायराइड हॉर्मोन को कंट्रोल में रखने के लिए एंटीऑक्सीडेंट डाइट बहुत फायदेमंद होती है।
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थायराइड के मरीजों को इन चीजों से परहेज करना चाहिए (avoid food or diet in thyroid)
जैसे कि थायराइड मरीजों के लिए हेल्दी डाइट लेना बहुत जरूरी होता है। इसकी मदद से वे अपने मेटाबॉलिज्म को बढ़ा सकते हैं और थायराइड हॉर्मोन को कंट्रोल में रख सकते हैं। लेकिन थायराइड के मरीजों थायराइड हॉर्मोन को कंट्रोल में रखने के लिए कुछ चीजों से परहेज भी करना जरूरी होता है।
- थायराइड के रोगियों को बहुत अधिक गोइट्रोजन खाद्य पदार्थ जैसे पालक, गोभी, फूल गोभी और ब्रोकली से बचना चाहिए।
- सोया और सोया प्रोडक्ट से थायराइड हॉर्मोन अनियंत्रित हो सकता है। इसलिए इन खाद्य पदार्थों से बचें।
- अधिक तले-भूने, संतृप्त वसा और ट्रांस फैट के सेवन से भी बचें। इनके सेवन से थायराइड हॉर्मोन असंतुलित हो सकता है।
- चाय और कॉफी भी थायराइड के मरीजों को लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए आपको इससे बचना चाहिए।
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डॉक्टर गिरिधर बताते हैं कि थायराइड हॉर्मोन को कंट्रोल में रखने के लिए जितना जरूरी हेल्दी डाइट लेना है, उतना ही जरूरी अनहेल्दी डाइट से बचना भी है। हेल्दी डाइट लेने और अनहेल्दी डाइट से दूरी बनाकर काफी हद तक थायराइड रोगी अपने मेटाबॉलिज्म को बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही शारीरिक रूप से भी सक्रिय रहें।
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