
How to Control Pitta in Winter in Hindi: पित्त हमारे शरीर में मौजूद तीनों दोषों में से एक है, जो मेटाबॉलिज्म और शरीर में होने वाले बदलावों को नियंत्रित करने का काम करता है। पित्त अग्नि से संबंधित होता है, यह भोजन को पचाने का काम करता है। लेकिन कई बार गर्म तासीर का खाना खाने, तनाव में रहने, धूप के संपर्क में अधिक आने की वजह से शरीर में पित्त दोष बढ़ जाता है। कई लोगों को लगता है कि सर्दियों में पित्त नहीं बढ़ता है, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। सर्दी के मौसम में भी पित्त बढ़ सकता है। सर्दी में बढ़े हुए पित्त को शांत करके लिए आप अपनी जीवनशैली में बदलाव कर सकते हैं। तो चलिए, जानते हैं सर्दियों में पित्त बढ़ने पर क्या करें?
मीठे फलों का सेवन करें
सर्दियों में रंग-बिरंगे फल मार्केट में मौजूद होते हैं। कई लोग खट्टे फल खाना पसंद करते हैं, तो कई मीठे फल खाते हैं। अगर सर्दियों में आपका पित्त असंतुलित हो गया है, तो आपको खट्टे फलों से पूरी तरह से परहेज करना चाहिए। पित्त को संतुलन में लाने के लिए आपको मीठे फलों का सेवन करना चाहिए। सर्दियों में मीठे फल खाने से आपको काफी रिलैक्स महसूस हो सकता है।
गर्म मसालों का सेवन करने से बचें
सर्दियों में हम सभी काली मिर्च, अदरक, दालचीनी, लौंग जैसे मसालों को अपने खाने में शामिल करते हैं। इन सभी की तासीर बेहद गर्म होती है। ऐसे में अगर आप इनका सेवन करेंगे, तो इससे शरीर में गर्मी और पित्त बढ़ेगा। इसलिए अगर सर्दियों में आपका पित्त असंतुलित हो गया है, तो आपको गर्म मसालों का सेवन करने से बचना चाहिए।
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पानी ज्यादा पिएं
सर्दियों में हम अकसर कम पानी पीते हैं। जबकि जिन लोगों की पित्त प्रकृति होती है, उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पीना चाहिए। अगर सर्दियों में आपका पित्त बढ़ गया है, तो आपको भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए। पानी पीने से आपका पित्त संतुलन में रहेगा, साथ ही पेट को ठंड भी मिलेगी।
ध्यान लगाएं
ध्यान लगाना संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अगर आपकी पित्त प्रकृति है, तो ध्यान लगाने से कई समस्याओं में आराम मिल सकता है। ध्यान लगाने से पित्त को संतुलित किया जा सकता है। इससे शरीर की गर्मी को कम करने में मदद मिल सकती है। खासकर, सर्दियों में लोग योग या मेडिटेशन करना जरूरी नहीं समझते हैं, लेकिन आपको पित्त को शांत रखने के लिए मेडिटेशन जरूर करना चाहिए।
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योग और प्राणायाम करें
रोजाना योग और प्राणायाम करने से भी असंतुलित पित्त को शांत किया जा सकता है। शीतली प्राणायाम पित्त दोष वाले लोगों के लिए काफी लाभकारी होती है, क्योंकि यह गर्मी को कम करके पेट को ठंड पहुंचाती है। आपको रोजाना योग करके, शीतली प्राणायाम करके सर्दियों में अपने पित्त को कम करने में मदद मिल सकती है।