How To Protect Your Vision From Myopia: समय के लोगों को आंखों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दूर की चीजे दिखाई न देने को मायोपिया कहा जाता है। यह भी आंखों की रोशनी से जुड़ी एक आम समस्या है। इस समस्या के कई कारण हो सकते हैं। वैसे, अधिकतर लोगों को इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। मायोपिया किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती हैं। इसमें आपकी आंखों की पुतली और कॉर्निया प्रभावित होती है, इस वजह से जब बाहर की रोशनी या प्रकाश आंखों पर पड़ता है तो उस स्थिति में फोकस करने में परेशानी होती है। इलैक्ट्रॉनिक गैजेट का अधिक इस्तेमाल करना या घर के अंदर रहने वालों को मायोपिया की समस्या हो सकती है। इस लेख में आई केयर सेंटर वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉक्टर संजीव गुप्ता से आगे जानते हैं कि मायोपिया में आंखों के बचाव के लिए कुछ उपाय करने चाहिए।
मायोपिया (निकट दृष्टि दोष) से बचने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय - How To Protect Your Vision From Myopia In Hindi
स्क्रीन से नियमित ब्रेक लें
मायोपिया से अपनी आंखों का बचाव करने के सबसे प्रभावी तरीका है, इलैक्ट्रॉनिक गैजेट से दूरी (Limit Uses Of Electronic Gadget) बनाए रखना। इसके लिए आप 20-20-20 नियम को अपना सकते हैं। इसमें आप हर 20 मिनट में कम से कम 20 सेकंड के लिए 20 फुट दूर किसी चीज देखें। यह प्रैक्टिस आंखों की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करती है और आंखों के तनाव को कम करती है।
बाहरी गतिविधियां बढ़ाएं
मायोपिया का जोखिम कम करने के लिए आप घर से बाहर समय बिताएं। नेचुरल लाइट (Work on Natural Light) और अलग-अलग दूरी की चीजों को ध्यान से देखने से आंखों पर पड़ने वाले दबाव को कम किया जा सकता है। पढ़ते समय थोड़े-थोड़े समय के लिए आप ब्रेक ले सकते हैं। बाहर टहलें या खेलना शुरु करें।
उचित प्रकाश में पढ़ाई करें
पढ़ते या काम करते समय उस जगह का उचित प्रकाश की व्यवस्था (Proper Room Light In Reading) होनी चाहिए। इससे आंखों के तनाव को कम किया जा सकता है। साथ ही, मायोपिया में होने वाली दृष्टि हानि से बचा जा सकता है। कमरे में ज्यादा कम या अधिक रोशनी आंखों के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
नियमित आंखों की जांच कराएं
विजिन को बेहतर बनाए रखने और मायोपिया के शुरुआती लक्षणों का पता लगाने के लिए नियमित रूप से जांच (Regular Eye Checkup) कराएं। इससे आंखों में होने वाले बदलावों को समय रहते पता लगाया जा सकता है। साथ ही, इसका इलाज किया जा सकता है।
डाइट में पौष्टिक आहार शामिल करें
डाइट में लिया जाने वाला पोषण आंखों के लिए महत्वपूर्ण (Important Diet For Eyes) भूमिका निभाता है। विटामिन और मिनरल्स को डाइट में शामिल कर आंखों की रोशनी को खराब होने से बचाया जा सकता है। इसके लिए आप डाइट में आगे बताए बदलाव कर सकते हैं।
- विटामिन ए: रेटिना के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक होता है। इसके लिए डाइट में गाजर, शकरकंद और पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें।
- विटामिन सी: यह एंटीऑक्सीडेंट जो आंखों को नुकसान से बचाने में मदद करता है। खट्टे फलों, स्ट्रॉबेरी और शिमला मिर्च में अधिक मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है।
- विटामिन ई: आंखों की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है। यह नट्स, सीड्स और पालक में पाया जाता है।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड: आंखों के समग्र स्वास्थ्य का समर्थन करता है और सूखी आंखों के लक्षणों को कम करता है। यह सैल्मन और अलसी जैसी वसायुक्त मछलियों में पाया जाता है।
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How To Protect Your Vision From Myopia: दूर का दिखाई न देने पर आप तुरंत नेत्र चिकित्सक से मिलें। इन लक्षणों को अनदेखा नहीं करना चाहिए। इससे आंखों की रोशनी खराब हो सकती है। साथ ही, अन्य रोगों होने की संभावना हो सकती है।