
How To Stop Hair Loss in Hindi: बालों का झड़ना बहुत ही आम समस्या है। आमतौर इस समस्या को गंभीरता से नहीं लिया जाता है, क्योंकि अच्छी तरह हेयर केयर करके और सही हेयर प्रोडक्ट के इस्तेमाल से बालों के झड़ने को रोका जा सकता है। लेकिन, हेयर लॉस तब एक समस्या बन जाती है, जब यह आनुवांशिक कारणों से होने लगे। आनुवांशिक कारणों से होने वाला हेयर लॉस आमतौर पर तब नोटिस में आता है, जब व्यक्ति के बाल झड़ने के बाद नए बाल न उगे और गंजापन बढ़ता चला जाए। सवाल है कि क्या हर तरह के हेयर लॉस आनुवांशिक होते हैं? इस संबंध में पंचशील पार्क स्थित मैक्स मल्टी स्पेशलिटी सेंटर के सीनियर कंसल्टेंट-डर्मेटोलॉजी, लेजर और हेयर ट्रांसप्लांटेशन डर्मेटोलॉजी, डॉ रंजन उपाध्याय विस्तार से बता रहे हैं।
क्या हेयर लॉस आनुवांशिक हो सकता है
सबसे पहले आप यह समझें कि कई तरह के हेयर लॉस होते हैं। लेकिन, हर तरह के हेयर लॉस को आनुवांशिक नहीं कहा जा सकता है। वास्तव में, आनुवांशकि वजह से बाल झड़ सकते हैं और यह महज एक प्रकार का हेयर लॉस होता है। बालों का झड़ने की कई वजहें हैं, जैसे विटामिन की कमी, पोषक तत्वों की कमी और ऑटो इम्यून डिस्ऑर्डर, हार्मोनल इंबैलेंस की वजह से हो सकता है। आमतौर पर हार्मोनल में असंतुलन की समस्या, महिलाओं में विशेषरूप से देखी जाती है। इसके अलावा, तनाव की वजह से, डाइट की वजह से, लाइफस्टाइल की वजह से भी हेयर लॉस की समस्या हो सकती है। जैसा कि कुछ देर पहले ही बताया है कि हर तरह का हेयर लॉस हेरेडिटरी नहीं होता है। लेकिन हेरेडिटरी हेयर लॉस ही एकमात्र ऐसा हेयर लॉस है, जो प्रोग्रेसिव होता है। हालांकि आप अपनी लाइफस्टाइल फैक्टर और डाइटरी फैक्टर की मदद से इस तरह के हेयर लॉस को कुछ समय के लिए टाला जा सकता है।
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इससे कैसे बचें
स्ट्रेस को कम करेंः काम को लेकर बहुत ज्यादा तनाव न लें। हमेशा लाइफ को हल्के में लें और अपनी जिंदगी पर हर चीज का अतिरिक्त दबाव डालने की कोशिश न करें। वास्तव में जब आपके तनाव का स्तर बढ़ता है, तो इससे बालों का झड़ना बढ़ने लगता है। बालों के झ़ड़ने को रोकने के लिए तनाव के स्तर को कम करें।
पोषक तत्व की मात्रा बढ़ाएंः बालों के झड़ने की एक बड़ी वजह है कि पोषक तत्वों की कमी। आप अपनी डाइट में उन चीजों को शामिल करें, जिससे बालों को संपूर्ण पोषण मिले। इसमें सबसे अहम है, प्रोटीन। आप अपनी डाइट में प्रोटीन की मात्रा जरूर बढ़ाएं। प्रोटीन की मदद से बालों न सिर्फ झड़ना रुकता है, बल्कि बालों को मजबूती भी मिलती है। प्रोटीन की पूर्ति करने के लिए आप दाल, अंकुरित दालें, कीनोवा, नट्स, सोया और नॉन-वेजीटेरियन फूड जैसे मछली, अंडे आदि का सेवन करें।
मल्टीविटामिन की पूर्ति करेंः बालों का कमजोर होने में मल्टी विटामिन,मल्टीन्यूट्रिशनल और मिनरल की कमी भी एक बड़ी वजह है। इसलिए जरूरी है कि आप इनकी आपूर्ति के लिए अपनी डाइट में उन चीजों को शामिल करें, जिससे आपको पर्याप्त मात्रा में विटामिन, मिनरल्स मिल सके। इसके लिए आप अपनी डाइट में फल, सब्जियां जैसे एवोकोडा, नट्स, दही, चिया सीड्स, सीट्रस फ्रूट, ब्रोकली आदि ले सकते हैं।
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केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट कम लगाएंः कुछ लोग हेयर स्टाइलिंग के लिए तरह-तरह के प्रोडक्ट का यूज करते हैं। रेगुलर बेसिस पर ऐसा करना सही नहीं है। जितना संभव हो, जेल और इसी तरह के अन्य केमिकल प्रोडक्ट का इस्तेमाल कम से कम करें।
हेयर ट्रीटमेंट लेने से बचेंः आज लोग हेयर ट्रीटमेंट बहुत ज्यादा लेते हैं। जैसे केराटीन ट्रीटमेंट और री-बॉन्डिंग आदि। इस तरह के हेयर ट्रीटमेंट के दौरान न सिर्फ केमिकल बेस्ड हेयर प्रोडक्ट का यूज होता है, बल्कि बालों को गर्म भी किया जाता है ताकि बालों को पर्मानेंट स्ट्रेट किया जा सके। इस तरह के ट्रीटमेंट से बाल लॉन्ग टर्म के लिए कमजोर हो जाते हैं। आप स्टीम, ब्लोअर और ड्रायर का यूज करने से भी बचना चाहिए।
सप्ताह में सिर्फ दो बार ऑयलिंग करेंः तेल लगाने के बाद सिर की मसाज करना अच्छी बात होती है। लेकिन सप्ताह में दो बार हेयर ऑयलिंग करना पर्याप्त होता है। इसके अलावा, बालों की मसाज कभी भी बहुत तेज-तेज नहीं की जानी चाहिए। इससे स्कैल्प को नुकसान हो सकता है और बालों के झड़ने की फ्रीक्वेंसी बढ़ सकती है।
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