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PCOS के लक्षणों को कम करने के लिए अपनाएं ये डाइट और लाइफस्टाइल टिप्स, जानें कैसे रहें हेल्दी

बीते कुछ सालों में महिलाओं में पीसीओएस की समस्या तेजी से बढ़ी है। यहां जानिए, PCOS के लक्षणों को कम करने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल टिप्स।
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PCOS के लक्षणों को कम करने के लिए अपनाएं ये डाइट और लाइफस्टाइल टिप्स, जानें कैसे रहें हेल्दी

आज के समय में तेजी से बदलती लाइफस्टाइल, खराब खानपान और फिजिकल एक्टिविटी में कमी के कारण पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) की समस्या तेजी से बढ़ रही है। महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के कारण यह समस्या उत्पन्न होती है, जिससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। पीसीओएस में पीरियड्स, वजन बढ़ना, चेहरे और शरीर पर अनचाहे बालों का बढ़ना, मुंहासे और त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। पीसीओएस का असर महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। अधिकतर महिलाएं अपने बिजी शेड्यूल के कारण अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पातीं, जिससे यह बीमारी ज्यादा बढ़ जाती है। इस लेख में सीके बिरला अस्पताल, गुरुग्राम की प्रसूति एवं स्त्री रोग की निदेशक डॉ. आस्था दयाल से जानिए, पीसीओएस को कंट्रोल करने के खानपान और लाइफस्टाइल में क्या बदलाव करें?

पीसीओएस के लक्षणों को डाइट और लाइफस्टाइल से कैसे करें मैनेज

पीसीओएस महिलाओं में होने वाली एक सामान्य समस्या है, जो हार्मोनल असंतुलन के कारण होती है। पीसीओएस को सही डाइट और लाइफस्टाइल अपनाकर काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि कैसे सही खानपान और लाइफस्टाइल से पीसीओएस को मैनेज किया जा सकता है।

1. हेल्दी डाइट से मैनेज करें पीसीओएस

पीसीओएस को कंट्रोल करने के लिए बैलेंस डाइट सबसे जरूरी है। ज्यादा शक्कर और प्रोसेस्ड फूड से बचें। ऐसा इसलिए, क्योंकि ये हार्मोनल असंतुलन को और बढ़ा सकते हैं। इसके बजाय, अपनी डाइट में हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और प्रोटीन को शामिल करें। यह शरीर को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करने के साथ ही वजन को कंट्रोल रखने में मदद करेगी, जो पीसीओएस के लक्षणों को कम करने में सहायक होती है।

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2. लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स का सेवन

लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स धीरे-धीरे पचते हैं और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखते हैं, जो कि पीसीओएस के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। आप डाइट में ब्राउन राइस, जौ, क्विनोआ और दलिया जैसी चीजें शामिल कर सकते हैं।

3. नियमित एक्सरसाइज करें

पीसीओएस के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए नियमित एक्सरसाइज बहुत जरूरी है। यह न केवल वजन को कंट्रोल रखने में मदद करता है बल्कि इंसुलिन संवेदनशीलता को भी बढ़ाता है। आप कार्डियो, योग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग जैसी एक्सरसाइज कर सकते हैं। योग पीसीओएस के लक्षणों को कंट्रोल करने में विशेष रूप से सहायक होता है।

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4. हेल्दी फैट का सेवन

संतुलित मात्रा में हेल्दी फैट का सेवन करने से हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। हेल्दी फैट ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो सूजन को कम करने में सहायक होती है। आप अपनी डाइट में जैतून का तेल, अलसी के बीज, अखरोट और चिया सीड्स जैसी चीजें शामिल कर सकते हैं।

5. शुगर का सेवन कम करें

पीसीओएस के मरीजों को शुगर का सेवन कम करना चाहिए। ज्यादा चीनी और मिठाईयों का सेवन आपकी समस्या को बढ़ा सकता है।

6. स्ट्रेस कम करें

पीसीओएस के लक्षणों को मैनेज करने के लिए तनाव को कम करना भी जरूरी है। तनाव हार्मोनल असंतुलन को बढ़ाता है और समस्या को बिगाड़ सकता है। इसके लिए आप मेडिटेशन, योग और प्राणायाम के अभ्यास को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। यह न केवल स्ट्रेस को कम करेगा बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएगा।

7. पर्याप्त नींद लें

नींद का भी पीसीओएस के लक्षणों पर सीधा असर पड़ता है। हर रात 7-8 घंटे की अच्छी नींद लें। यह शरीर को रिचार्ज करने और हार्मोन संतुलन को बनाए रखने में सहायक होती है। नींद की कमी से तनाव और वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है, जो पीसीओएस के लक्षणों को और गंभीर बना सकते हैं।

निष्कर्ष

पीसीओएस के लक्षणों को मैनेज करने के लिए सही डाइट और लाइफस्टाइल का होना जरूरी है। इन सभी उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से पीसीओएस के लक्षणों में कमी आ सकती है। हालांकि, प्रत्येक व्यक्ति की स्थिति अलग होती है, इसलिए अपने डॉक्टर या एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।

All Images Credit- Freepik

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