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मेनोपॉज के दौरान क्‍यों आता है रात में पसीना? जानें वजह और बचाव के उपाय

जब महिलाओं में 45 से 55 वर्ष की उम्र में पीर‍ियड्स खत्‍म हो जाते हैं, तो मेनोपॉज की प्रक्र‍िया होती है। इस दौरान रात को ज्‍यादा पसीना आ सकता है।
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मेनोपॉज के दौरान क्‍यों आता है रात में पसीना? जानें वजह और बचाव के उपाय

Night Sweats in Menopause: मेनोपॉज (Menopause) की स्‍टेज महिलाओं में आमतौर पर 45 से 55 वर्ष की आयु के बीच होता है। इस दौरान, शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। इस वजह से कई शारीर‍िक और मानस‍िक लक्षण महसूस होने लगते हैं। इनमें से एक है रात में पसीना आना। रात में पसीना आने से नींद में खलल पड़ता है। जब एस्ट्रोजन का स्तर गिरता है, तो यह शरीर के तापमान को संतुलित करने की प्रक्रिया को प्रभावित करता है, जिससे ज्‍यादा गर्मी और पसीना न‍िकलने की समस्‍या हो सकती है। इसके अलावा, तनाव, आहार और जीवनशैली में बदलाव के कारण भी रात को पसीना आने की समस्‍या बढ़ सकती है। मेनोपॉज के दौरान, यह लक्षण महिलाओं की नींद को प्रभाव‍ित करता है इसल‍िए इसका इलाज करना जरूरी है। इस लेख में हम जानेंगे मेनोपॉज के दौरान रात में पसीना आने की समस्‍या को दूर करने के उपाय। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।  

1. शरीर के तापमान को कंट्रोल करें- Control Your Body Temperature 

night sweats in menopause

सोने के कमरे का तापमान ठंडा रखें। फैन या एयर कंडीशनर का इस्‍तेमाल करें ताकि कमरे में ठंडी हवा बनी रहे। कॉटन या लिनेन जैसे प्राकृतिक फाइबर की चादरों को चुनें, क्योंकि ये पसीने को सोखने में मदद करते हैं। शरीर का तापमान कम रहेगा, तो पसीना ज्‍यादा नहीं आएगा।

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2. स्वस्थ आहार लें- Eat Healthy Diet 

अपने आहार में अधिक ताजा फल और सब्जियों को शामिल करें। इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर मौजूद होते हैं जो शरीर को ठंडा रखने में मदद कर सकते हैं। तेज मसालेदार खाद्य पदार्थों का सेवन न करें, कैफीन और एल्कोहल का सेवन कम करें, क्योंकि ये शरीर के तापमान को बढ़ा सकते हैं।

3. हाइड्रेशन का ध्यान रखें- Maintain Hydration

शरीर के तापमान को कंट्रोल करने के ल‍िए दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। हाइड्रेटेड रहने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है और पसीने की मात्रा कम हो सकती है। अगर मेनोपॉज के दौरान, पसीना ज्‍यादा आता है, तो यह उपाय असरदार साब‍ित हो सकता है।

4. एक्‍सरसाइज करें- Do Regular Exercise 

नियमित रूप से हल्के व्यायाम, जैसे योग या चलने की प्रैक्‍ट‍िस करें, ऐसा करना शरीर के ल‍िए फायदेमंद हो सकता है। यह तनाव को कम करने और हार्मोन संतुलन में मदद कर सकता है। सुबह 1 घंटे सैर करें और घर पर हल्‍की एक्‍सरसाइज करें। योग और स्‍ट्रेच‍िंग की मदद ले सकते हैं।

5. तनाव कम करें- Reduce Your Stress 

योग, प्राणायाम और ध्यान से मानसिक तनाव कम करने में मदद मिलती है, जो मेनोपॉज में नाइट स्वेट्स को कम कर सकता है। तनाव कम करने के ल‍िए मेड‍िट‍ेशन की मदद लें। डीप ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज की मदद से भी तनाव को कम करने में मदद म‍िलती है। तनाव कम करने के साथ-साथ पर्याप्‍त नींद लेना भी जरूरी है। इससे शरीर को आराम म‍िलता है। एक न‍ियम‍ित स्‍लीप रूटीन बनाएं ताक‍ि शरीर की बायोलॉज‍िकल क्‍लाॅक कंट्रोल रहे।

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