डायबिटीज और वेट लॉस की समस्या से दुनियाभर में कई लोग गुजर रहे हैं। डायबिटीज में जहां लोग शुगर कंट्रोल करने के लिए परेशान रहते हैं तो वेट लॉस करने वाले अपने एक-एक कैलोरी को गिनते रहते हैं ताकि उनका वजन घटने की जगह बढ़ न जाए। ऐसी स्थिति में जब बात आती है आम खाने की तो अक्सर लोग इससे बचते हैं। जबकि, ऐसा नहीं है। अगर आप कुछ टिप्स को अपना लें तो आप आम भी खा लेंगे और आपको इसे खाने का नुकसान भी नहीं होगा। हाल ही में सेलिब्रेटी न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखिजा (Pooja Makhija) ने आम खाने के तरीके को सोशल मीडिया पर शेयर किया और बताया कि अगर आप इस तरह से आम खाएं तो आसानी से वेट लॉस कर पाएंगे या फिर डायबिटीज की समस्या को भी मैनेज कर पाएंगे। कैसे, जानते हैं इस बारे में विस्तार से। साथ ही हमने इस बारे में Nutritionist Ashwini Kumar, Diet Care Clinic, Lucknow से भी बात की जिन्होंने बताया कि डायबिटीज और वेट लॉस में आम खाते समय किन बातों का ख्याल रखें।
डायबिटीज और वेट लॉस में आम खाना-Mango in diabetes and weight loss
सेलिब्रेटी न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखिजा बताती हैं कि आम को डायबिटीज और वेट लॉस में खाते समय आपको कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए। जैसे कि पहले तो यह समझें कि आम खाना इन दोनों ही स्थितियों में नुकसानदेह नहीं है। आम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भले ही ज्यादा हो लेकिन इसका ग्लाइसमेक लोड कम है। आम का ग्लाइसेमिक लोड (mango glycemic load) 8 या 9 है। इसका मतलब है कि इसे खाने से शुगर स्पाइक नहीं होता और शरीर इसे धीमे-धीमे पचाता है। अब बात अगर फाइबर की करें तो इसमें आम फाइबर और रफेज से भरपूर है और इसका सेवन डायबिटीज और मोटापा दोनों ही स्थिति में नुकसानदेह नहीं है। इसके अलावा आम में 83% पानी होता है जो कि सेहत के लिए फायदेमंद ही है। इसके अलावा आम में विटामिन ए और सी होता है जिससे स्वास्थ्य स्थितियां बेहतर ही होती हैं। इसके अलावा इसमें पॉलिफेनॉल्स भी होते हैं जो कि शरीर के अलग-अलग अंगों के लिए फायदेमंद है।
अब बात डाइटिशियन अश्वनी कुमार की करें तो आम मौसमी फल है जिसका सेवन किसी के लिए भी नुकसानदेह नहीं है। बस आपको इसके ग्लाइसेमिक इंडेक्स और ग्लाइसेमिक लोड के बारे में जानना चाहिए। आम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 51 है लेकिन ग्लाइसेमिक लोड 8 के आस-पास है, यानी कि अगर आप इसे संतुलित तरीके से आपको इसका नुकसान नहीं होगा। इससे न आपका शुगर स्पाइक होगा और न ही आपका मोटापा बढ़ेगा। इसके अलावा कुछ टिप्स को अपनाने और आम खाने के तरीके के बदलाव करने से आप इन दोनों ही स्थितियों में बिना नुकसान के इस फल को खा पाएंगे।
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डायबिटीज और वेट लॉस करने वाले कैसे खाएं आम-How to have mango in diabetes and weight loss
सेलिब्रेटी न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखिजा बताती हैं कि आम खाने का सही तरीका यह है कि आप आम को कभी भी अकेले न खाएं। एक आम से ज्यादा न खाएं। साथ ही जब भी आम खाएं इसके साथ कुछ प्रोटीन और हेल्दी फैट के साथ सेवन करें। जैसे कि आम खाते समय आप अलसी के बीजों को खा सकते हैं। इसके अलावा आप अखरोट और बादाम के साथ भी खा सकते हैं। ऐसा करने से आपके शरीर को तमाम प्रकार न्यूट्रिएंट्रस मिल जाएंगे और आपको शुगर नहीं बढ़ेगा।
डाइटिशियन अश्वनी कुमार, कहते हैं कि आन का सेवन सीमित मात्रा में करें यानी आधा कप या 1 छोटा आम का टुकड़ा ही खाएं। आम में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो तृप्ति और वजन प्रबंधन में मदद कर सकता है लेकिन जब भी आप आम खाएं इसे बिलकुल नेचुरल तरीके से काटकर खाएं। चीनी के अवशोषण को धीमा करने के लिए आम को प्रोटीन या फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों के साथ मिलाकर खाएं जैसे कि सेलिब्रेटी न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखिजा ने बताया।
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कब और कैसे खाएं आम
आम को कभी भी वर्कआउट के बाद खाएं क्योंकि इस दौरान मेटाबॉलिज्म तेज होता है और खाना तेजी से पच जाता है। ऐसे में आम खाना आसानी से पच सकता है। इसके अलावा हमेशा आम को इसे नेचुरल तरीके से खाएं। कभी भी आमरास और आम की स्मूदी बनाकर न पिएं। इससे आम के फाइबर का नुकसान होता है और फिर इसका सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
इसके अलावा चीनी की मात्रा कम करने के लिए पके लेकिन सख्त आम चुनें। ज्यादा पके आमों से बचें, क्योंकि इनमें शुगर ज्यादा होता है। इसके अलावा रोज आम खाने से बचें। आम खाएं पर कम मात्रा में खाएं ताकि न शुगर बढ़े और न ही आपको अपने वजन बढ़ने की चिंता हो।
FAQ
आम खाने के कितनी देर बाद पानी पीना चाहिए?
आम खाने के तुरंत कुछ भी लेने से बचना चाहिए। जैसे कि आम खाने के बाद पानी पीने में भी लगभग 35 से 40 मिनट का गैप रखना चाहिए। ताकि, शरीर आण को प्रोसेस करके इसे पचा लें और इसके बाद आप जो भी खाएं, आपको इससे नुकसान न हो। इसके अलावा आम खाने के बाद दही, दूध, चाय और मीट-मछली के सेवन से बचें।क्या आम एसिडिटी बढ़ाते हैं?
आम खाने से आपको एसिडिटी हो सकती है। इसके दो कारण हो सकते हैं। पहले तो जिन लोगों को आम के विटामिन सी से एलर्जी है उन्हें गैस की समस्या हो सकती है। जिनका पाचन क्रिया स्लो है उन्हें एसिडिटी की दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा आम का फाइबर कई बार कब्ज की समस्या भी पैदा कर सकता है जिससे आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है।क्या आम शरीर की गर्मी बढ़ाते हैं?
आम शरीर की गर्मी तो नहीं बढ़ाते लेकिन अगर आम को पानी में भिगोकर, उसके बाद नहीं खा रहे हैं तो आम के अंदर की अपनी गर्मी आपके पेट का ताप बढ़ा सकती है जिससे आपको दिक्कत हो सकती है। तो, आम को हमेशा रातभर पानी में भिगोने के बाद ही खाएं।