दीपक भाई समझ नहीं आ रहा है शहर में मैं पैसे कमाने के लिए आया था या बाल गंवाने के लिए? दीपक रोजाना सुबह उठकर अपने रूममेट अभिषेक को यही लाइनें कहता था। दीपक की बातें सुनकर अभिषेक कभी बालों का झड़ना रोकने के लिए आंवला का तेल, कभी नारियल तेल में मेथी मिलाने और कभी सरसों के तेल को गुनगुना करके बालों में लगाने की सलाह दे देता है। लेकिन अभिषेक के सभी नुस्खे आजमाने के बाद भी दीपक के बाल झड़ने बंद नहीं हुए।
ये कहानी सिर्फ दीपक या अभिषेक की नहीं, बल्कि शहर में रहने वाले हर दूसरे इंसान की, जो बालों के टूटने, झड़ने और गिरने से परेशान हैं और दादी-नानी के कहने पर कई प्रकार के तेल का इस्तेमाल कर चुका है। हो सकता है कि आपने किसी के सुझाव पर या सोशल मीडिया पर देखकर कोई महंगा तेल खरीदा है, लेकिन वो आपके बालों के लिए असरदार न हो। इसका कारण है - हेयर पोरोसिटी।
हेयर पोरोसिटी यानी आपके बालों की नमी को सोखने और उसे बनाए रखने की क्षमता। इसी पोरोसिटी के आधार पर तय होता है कि आपके बालों को किस तरह का ऑयल, कंडीशनर या हेयर ट्रीटमेंट की जरूरत है। तो आइए जानते हैं क्या होता है हेयर पोरोसिटी टेस्ट, इसे घर पर करने का तरीका और इसके फायदों के बारे में।
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हेयर पोरोसिटी क्या है?
नई दिल्ली के एलांटिस हेल्थ केयर की एमडी और डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. चांदनी जैन गुप्ता (Dr. Chandani Jain Gupta, MBBS, MD- Dermatologist & Aesthetic Physician , Elantis Healthcare, New Delhi) की मानें, तो हमारे बालों में कई परतें होती हैं। बालों की सबसे बाहर की परत को क्यूटिकल (Cuticle) कहा जाता है। यह परत स्केल्स की तरह होती है जो नमी को अंदर जाने देती है और फिर उसे लॉक भी करती है। अगर ये क्यूटिकल बहुत सख्त होते हैं, तो बालों की नमी स्कैल्प के अंदर नहीं जा पाती है और बालों की क्वालिटी खराब होने लगती है। डॉ. चांदनी जैन कहती हैं कि हेयर पोरोसिटी टेस्ट की खास बात ये है कि इसे घर पर ही आसानी से किया जा सकता है।
घर पर कैसे करें हेयर पोरोसिटी टेस्ट
घर पर हेयर पोरोसिटी टेस्ट के जरिए आसानी से किया जा सकता है। इसके लिए आपको कुछ बेसिक चीजों की जरूरत पड़ेगी।
- इसे करने के लिए सबसे पहले एक कांच का बड़ा बाउल लें।
- बाल में थोड़ा सा सामान्य तापमान का पानी भरें। पूरा बाउल न भरें।
- अब अपने साफ बालों का एक थोड़ा सा स्टैंड लें।
- इसे पानी से भरे बाउल में डालकर 2 से 3 मिनट के लिए छोड़ दें।
- अगर पानी में बाल पानी पर तैरता है, तो बालों की पोरोसिटी लो मानी जाती है।
- पानी में बाल धीरे-धीरे नीचे जाता है तो बाल मीडियम पोरोसिटी के होते हैं।
- पीने में डालते ही बाल अगर तुरंत नीचे चला जाता है, तो इसे हाई पोरोसिटी कहा जाता है।
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लो पोरोसिटी बालों में कौन सा तेल लगाएं
डॉ. चांदनी जैन गुप्ता के अनुसार, जिन बालों की पोरोसिटी काफी लो होती है, उनमें किसी भी प्रकार का तेल, शैंपू और कंडीशनर सही तरीके से अब्जॉर्ब नहीं होती है। तेल लगाते समय बालों में चिपचिपाहट महसूस होती है।
- आर्गन ऑयल : आर्गन ऑयल काफी हल्का होता है। सरसों और नारियल तेल के मुकाबले आर्गन ऑयल तेजी से बालों को सोखता है।
- जोजोबा ऑयल (Jojoba Oil): जोजोबा ऑयल बालों के नेचुरल सीबम से मेल खाता है, नमी लॉक करता है। लो पोरोसिटी बालों में जोजोबा ऑयल लगाने से बाल मुलायम बनाते हैं।
- रोजमैरी ऑयल (Rosemary Oil): रोजमैरी ऑयल ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है और बालों के विकास में मदद करता है।
मीडियम पोरोसिटी में कौन सा तेल लगाएं?
मीडियम पोरोसिटी में बाल न तो ज्यादा ड्राय होते हैं और न ही ज्यादा ऑयली। इस तरह के बालों की खास बात ये होती है कि इनमें तेल, शैंपू और विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स जल्दी अब्जॉर्ब हो जाते हैं। नॉर्मल पोरोसिटी बालों में विभिन्न प्रकार के तेल लगाने बहुत ही फायदेमंद होता है।
- नारियल तेल (Coconut Oil) : नारियल के तेल में गुड प्रोटीन और हेल्दी फैट पाया जाता है। बालों में नारियल का तेल लगाने से बाल मजबूत और घने बनते हैं।
- ऑलिव ऑयल (Olive Oil): ऑलिव ऑयल में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड होता है। ये बालो को प्राकृतिक रूप से शाइनी और स्मूथ बनाता है।
- ब्राह्मी तेल, भृंगराज तेल: ब्राह्मी और भृंगराज का तेल बालों की जड़ों को मजबूत बनाकर झड़ना और टूटना रोकता है।
हाई पोरोसिटी में कौन सा तेल लगाएं?
हाई पोरोसिटी में बाल अक्सर ड्राई, फ्रिजी और रफ महसूस होते हैं। इसमें बाल तेजी से उलझते हैं, जिसके कारण उनका टूटना और गिरना ज्यादा होता है। डॉक्टर कहती हैं कि हाई पोरोसिटी बालों के लिए हेवी ऑयल्स जरूरी हैं जो बालों को सील करें और प्रोटीन युक्त हों।
- कास्टर ऑयल (Castor Oil) : नारियल और ऑलिव ऑयल की तुलना में कास्टर ऑयल काफी गाढ़ा होता है। ये बालों में नमी को लॉक करता है, जिससे उलझन कम होती है।
- शिया बटर ऑयल (Shea Butter Oil): हेयर क्यूटिकल को कोट करता है और बालों को सुरक्षा देता है। इससे बाल लंबे और घने बनते हैं।
हेयर पोरोसिटी जानने के फायदे
जब आप अपनी पोरोसिटी जान लेते हैं तो शैंपू, कंडीशनर और ऑयल का सही चुनाव कर पाते हैं।
सही तेल और मॉइस्चराइजर से बालों की बनावट सुधरती है। इससे बालों का टूटना और गिरना कम होता है।
हाई पोरोसिटी बालों में प्रोटीन और नमी की कमी होती है, सही तेल से यह बैलेंस किया जा सकता है।
जब बाल हेल्दी होते हैं तो वो आसानी से स्टाइल किए जा सकते हैं। जिससे बाल दिखने में खूबसूरत लगते हैं।
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निष्कर्ष
बालों की देखभाल में अक्सर हम एक ही नुस्खा सबके लिए इस्तेमाल करते हैं, लेकिन हर किसी की स्किन और हेयर टाइप अलग होती है। हेयर पोरोसिटी को जानना बालों की व्यक्तिगत जरूरतों को समझने का सबसे आसान और सटीक तरीका है। आप चाहे लो पोरोसिटी बालों वाले हों या हाई पोरोसिटी बालों वाले सही तेल का चुनाव आपके बालों की सेहत और खूबसूरती को नया जीवन दे सकता है। इसलिए घर पर हेयर पोरोसिटी टेस्ट करके सही तेल और ब्यूटी प्रोडक्ट का चुनाव करें। इससे बालों की खूबसूरती बढ़ाने में मदद मिलेगी।
FAQ
मैं अपनी हेयर पोरोसिटी कैसे जान सकती हूं?
आप घर पर ही "फ्लोट टेस्ट" करके हेयर पोरोसिटी जान सकते हैं:एक साफ बाल का स्ट्रैंड पानी में डालें।अगर बाल तैरता है तो लो पोरोसिटी, धीरे-धीरे डूबे तो मीडियम, और तुरंत डूबे तो हाई पोरोसिटी।हेयर पोरोसिटी बदल सकती है क्या?
हां, बहुत अधिक केमिकल ट्रीटमेंट, हीट स्टाइलिंग, धूप और गलत हेयर केयर रूटीन से हेयर पोरोसिटी समय के साथ बदल सकती है।