हम सभी जानते है कि हमारे लिए प्लास्टिक का उपयोग बेहद नुकसानदायक है लेकिन हम सीधे तौर पर तो प्लास्टिक के उपयोग से बचते है। जैसे कई लोग प्लास्टिक की थैलियों की जगह कपड़े या कागज से बने थैलियों का इस्तेमाल करते है। हम पैकेटबंद खाना खाने से बचते है, जो एक अच्छी कोशिश है लेकिन क्या आपको पता है कि जाने अनजाने में आप अपने खाने में ऐसे कई माइक्रोप्लास्टिक का इस्तेमाल करते है, जिसके उपयोग या सेवन से आपको कई हानिकारक नुकसान हो सकता है। इससे आपके पेट में इंफेक्शन और पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा यह इनफर्टिलिटी और रक्त परिसंचरण तंत्र प्रभावित हो सकता है। बच्चों में माइक्रोप्लास्टिक के सेवन से मस्तिष्क विकास और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती है। इन बीमारियों से बचने के लिए आपको अपने आहार और रोजमर्रा के जीवन में माइक्रोप्लास्टिक के इस्तेमाल को कम या खत्म करने की जरूरत है। इसके लिए आप कुछ आसान उपाय अपना सकते है।
माइक्रोप्लास्टिक क्या होता है (What is Microplastic)
माइक्रोप्लास्टिक, प्लास्टिक के छोटे-छोटे टुकड़े होते हैं जिनका आकार पांच मिलीमीटर से कम होता है। ये माइक्रोप्लास्टिक हमारे पर्यावरण में तब प्रवेश करते हैं जब प्लास्टिक के बड़े हिस्से कई प्रक्रियों द्वारा छोटे कणों में टूट जाते हैं। इसके अलावा, इन कणों को जानबूझकर माइक्रोबीड्स के रूप में बनाया जाता है, जिनका उपयोग कॉस्मेटिक उत्पादों में एक्सफोलिएंट के रूप में किया जाता है। क्या आपको पता है कि आप जो सिंथेटिक कपड़े पहनते है, उनसे भी पर्याप्त मात्रा में माइक्रोप्लास्टिक पैदा होते हैं। छोटे आकार के कारण माइक्रोप्लास्टिक्स हवा के द्वारा भी हमारे अंदर प्रवेश कर सकते है। इससे आपके फेफड़े और लीवर में कई बीमारियां हो सकती है।
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खाने से माइक्रोप्लास्टिक कैसे दूर करें (How Avoid Microplastic in Foods)
1. प्लास्टिक बोतल का उपयोग
आमतौर पर लोग पानी पीने के लिए प्लास्टिक बोतलों का उपयोग करते है क्योंकि यह आसानी से उपलब्ध होते है और सस्ते भी होते है। हम कहीं भी बाहर जाते है, तो पानी की बोतल खरीद लेते है लेकिन क्या आपको पता है कि यह पानी की बोतलें पैक करके लंबे समय तक रखी रहती है और अलग-अलग तापमान के झेलने के कारण पानी में रसायन या माइक्रोप्लास्टिक की मात्रा बढ़ सकती है और यह आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। कई बार प्लास्टिक के बोतल से पानी पीने से आपके पेट में दर्द की समस्या हो सकती है। इससे बचने के लिए आप गिलास या नल से पानी पीने की कोशिश करें।
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2. कोल्ड ड्रिंक कैन
आज के समय में हम जूस पीने की जगह कोल्ड ड्रिंक पीना ज्यादा पीते है। किसी भी पार्टी या दोस्तों के साथ बाहर जाने पर भी आप कैन से कोल्ड ड्रिंक पीते है लेकिन इसका इस्तेमाल आपके लिए खतरनाक हो सकता है। यह कैन बीपीए प्लास्टिक से बने होते है, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है। कई विज्ञापन कंपनियां बीपीए फ्री कैन बोतलों का प्रचार भी करती है लेकिन फिर वे बीपीए की जगह किसी और प्लास्टिक का इस्तेमाल कर कैन बोलत बनाती है। इसमें कई तरह के माइक्रोप्लास्टिक हो सकते है। कोल्ड ड्रिंक का सेवन भी आपके लिए सही नहीं होता है।
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3. नमक का इस्तेमाल
नमक हमारे खाने का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है लेकिन समुद्री सागर से बनने वाले नमक आपके लिए हानिकारक हो सकते है। दरअसल समुद्र में प्लास्टिक गंदगी बढ़ती जा रही है और इससे वहां भी कई तरह के माइक्रोप्लास्टिक पाए जाते है। नमके अधिक सेवन से हाई ब्लड प्रेशर के अलावा अन्य बीमारियां भी आपको घेर सकती है। इससे बचने के लिए खाने में लो सोडियम या सेंधा नमक का उपयोग अधिक करें। इसमें समुद्र की तुलना में कम माइक्रोप्लास्टिक पाए जाते है।
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4. पैकेट बंद सामान
प्लास्टिक ने हमारे जीवन को काफी सरल बना दिया है। पानी से लेकर खाने की सामान तक सभी प्लास्टिक पैक आने लगे है। अलग-अलग तापमान और स्टोरेज के कारण इन सामानों में मौजूद माइक्रोप्लास्टिक अभिक्रिया कर रसायन बना सकते है, जो आपके लिए जहर का काम कर सकते है। इसलिए बाहर से खाना मंगवाने की जगह खुद घर पर ताजा खाना बनाएं और खाएं। साथ ही माइक्रोवेव में भी खाना गर्म न करें।
5. सीफूड
कई लोगों को सीफूड बहुत पसंद होता है लेकिन सीफूड में भी माइक्रोप्लास्टिक पाए जाते है। समुद्री प्लास्टिक प्रदूषण बढ़ने के कारण उसमें रहने वाले जलीय जीवों पर भी इसका असर पड़ता है। इसमें पाए जाने वाले माइक्रोप्लास्टिक और नैनोप्लास्टिक आपके पेट में जाकर नुकसान कर सकते है।
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6. टी बैग का इस्तेमाल
आजकल चायपत्ती की जगह लोग टी बैग्स का इस्तेमाल करते है क्योंकि इसका उपयोग करना आसान होता है। टी बैग्स को पॉलीप्रोपाइलीन की मदद से बनाया जाता है, जिसे गर्म पानी में डालने पर यह क्रिया कर आपकी चाय में माइक्रोप्लास्टिक मिलाने का काम करता है। इसलिए टीबैग की जगह चायपत्ती का इस्तेमाल करें। साथ ही प्लास्टिक कप के उपयोग से भी बचें।
इन छोटे-मोटे उपायों को अपनाकर आप अपने दैनिक जीवन में माइक्रोप्लास्टक को कम कर सकते है और स्वस्थ रहने की ओर एक और कदम बढ़ा सकते है। इन उपायों के अलावा आपको प्लास्टिक से बने कपड़े और कॉस्मेटिक्स का उपयोग भी नहीं करना चाहिए। इसके अलावा सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग भी न करें।