पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) महिलाओं में होने वाली एक हार्मोनल असंतुलन की समस्या है। PCOS के कारण महिलाओं का प्रजनन स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। खराब लाइफस्टाइल, अनहेल्दी फूड्स और शारीरिक गतिविधियों में कमी पीसीओएस का कारण बन सकते हैं। दरअसल, पीसीओएस होने के कारण महिलाओं के शरीर में एंड्रोजन हार्मोन में असंतुलन, अनियमित पीरियड्स, बिना कारण वजन बढ़ना और स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य समस्याएं हो सकती है। पीसीओएस को मेनैज करना काफी मुश्किल हो सकता है। लेकिन, पीसीओएस को सही तरह से कम करने के लिए आपको अपने खानपान और लाइफस्टाइल में कई जरूरी बदलाव करना महत्वपूर्ण है। ऐसे में आइए हेल्थ कोच और सर्टिफाइड डाइटीशियन विधि चावला से जानते हैं कि पीसीओएस कम करने के लिए क्या करें?
पीसीओ को स्थायी रूप से घर पर कैसे ठीक करें?
1. संतुलित आहार
इंसुलिन के स्तर को प्रबंधित करने और सूजन को कम करने के लिए संतुलित आहार अपनी डाइट में शामिल करने की कोशिश करें। सब्जियों, फलों, लीन प्रोटीन, साबुत अनाज और स्वस्थ वसा से भरपूर फूड्स का सेवन करें। रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और मीठे खाद्य पदार्थों को सीमित करें, क्योंकि ये इंसुलिन को बढ़ा सकते हैं और पीसीओएस के लक्षणों को ट्रिगर कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: क्या वाकई PCOS और मोटापे से ग्रस्त महिलाओं के शिशुओं की लंबाई कम होती है? जानें डॉक्टर से
2. 7 घंटे की नींद
रोजाना कम से कम 7 घंटे की अच्छी नींद लेने की कोशिश करें, क्योंकि बेहतर नींद तनाव को कम करने और हार्मोन्स को संतुलित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शरीर में कोर्टिसोल के स्तर को कंट्रोल करने और ओवरऑल हेल्थ को बढ़ावा देने के लिए रोजाना रात को 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद लेने का लक्ष्य रखें।
3. सीड साइकलिंग
पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सीड साइकलिंग काफी जरूरी है। यह आपके पीरियड साइकलि को बेहतर रखने और हार्मोन्स को संतुलित रखने में मदद कर सकते हैं। फॉलिक्युलर चरण यानी पीरियड के पहले दिन से 14 वें दिन के बीच 1-2 चम्मच अलसी और कद्दू के बीज खाएं और ल्यूटियल चरण 15 से 28 दिनों तक सूरजमुखी और तिल के बीज खाएं।
4. मून चार्ज्ड वॉटर पिएंं
चांद की रोशनी में रखे पानी को पीने के कई फायदे होते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक, रातभर चांद की रोशनी में पानी रखने से चंद्रमा की सकारात्मक ऊर्जा से पानी चार्ज हो जाता है और यह शरीर के लिए एक बेहतर औषधि के रूप में काम करता है, जो पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है।
इसे भी पढ़ें: क्या PCOS वाली महिलाओं में गर्भपात का जोखिम ज्यादा होता है? एक्सपर्ट से जानें
5. शारीरिक गतिविधियां
रोजाना 30 से 40 मिनट तक ऐसे एक्सरसाइज करें, जिसमें कार्डियोवैस्कुलर गतिविधियां शामिल हो। तेज चलना, साइकिल चलाना, योग या वॉक करने जैसी गतिविधियां करने से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार हो सकती हैं, वजन कंट्रोल में रहता है और तनाव के स्तर को कम करने में मदद मिलती है।
View this post on Instagram
पीसीओएस को कम करने के लिए आप संतुलित आहार का सेवन, पर्याप्त मात्रा में नींद, मून चार्ज्ड वॉटर और शारीरिक गतिविधियों पर फोकस करें। इन चीजों को अपने लाइफस्टाइल में शामिल करने से PCOS के लक्षणों को संतुलित करने में मदद मिल सकती है।
Image Credit: Freepik