प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह की समस्याओं से गुजरना पड़ता है। आजकल के लाइफस्टाइल और खान-पान की वजह से गर्भवती महिलाएं उल्टी, कब्ज, ब्लड प्रेशर, वजन बढ़ने जैसी कई परेशानियों को झेलती है। खाने-पीने में पोषक तत्वों की कमी के चलते अक्सर महिलाओं को गर्भ में पल रहे शिशु से जुड़ी दिक्कतें भी होने लगती हैं। राष्ट्रीय पोषण सप्ताह (National Nutrition Week) के मौके पर हम कई ऐसे लोगों के अनुभव आपके साथ शेयर कर रहे हैं, जिनके जीवन में न्यूट्रिशिनिस्ट की सलाह से कई पॉजिटिव बदलाव देखने को मिले। इसी कड़ी में आज बात कर रहे हैं, स्टैफी गुप्ता की। इनकी प्रेग्नेंसी के सफर को फरीदाबाद के क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स की एक्जिक्यूटिव न्यूट्रिशनिस्ट मनप्रीत कौर पॉल ने काफी आसान कर दिया था।
स्टैफी की समस्या
स्टैफी को प्रेग्नेंसी की शुरूआत से ही उल्टी और कब्ज की समस्या हो रही थीं, लेकिन उन्होंने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया कि दूसरी तिमाही में ये परेशानियां खुद-ब-खुद सुलझ जाएंगी। स्टैफी की दूसरी तिमाही में भी ये समस्या जस की तस बनी रही। कब्ज की परेशानी तो इस कदर बढ़ गई थी कि वह दवाइयों का इस्तेमाल करने लगी थी। स्टैफी का वजन भी लगातार बढ़ रहा था और दिक्कत की बात ये थी कि शिशु के वजन में कोई बढ़ोतरी नहीं हो रही थी। स्टैफी काफी परेशान हो गई, हालांकि उन्होंने परिवार के बताए नुस्खे भी आजमाए लेकिन वे नुस्खे भी काम नहीं कर रहे थें। स्त्रीरोग विशेषज्ञ ने उन्हें न्यूट्रिशनिस्ट से मिलने की सलाह दी। स्टैफी की समस्या का समाधान फरीदाबाद के क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स की एक्जिक्यूटिव न्यूट्रिशिनिस्ट मनप्रीत कौर पॉल से मिलकर हुआ।
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स्टैफी को न्यूट्रिशनिस्ट ने दी सलाह
मनप्रीत कौर पॉल ने बताया,“ जब मैं स्टैफी से मिली, तो महसूस किया कि उसकी डाइट में फाइबर की कमी है। इसके साथ ही वह अपने दिन की शुरुआत गर्म पानी से करती थीं, इस वजह से उन्हें उल्टी की समस्या हो रही थीं। मैंने सबसे पहले स्टैफी को सलाह दी कि वह खाने के पोर्शन को कम करें। दिन में छोटे-छोटे मील लें। साथ ही खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ाए। उनका वजन भी तेजी से बढ़ रहा था, जबकि अल्ट्रासाउंड में बच्चे का वजन ज्यादा नहीं था। इस परेशानी को कम करने के लिए मैंने स्टैफी का डाइट प्लान बनाया, ताकि आगे चलकर उन्हें कोई परेशानी न हो।”
स्टैफी का डाइट प्लान
कब्ज की समस्या खत्म करने के लिए न्यूट्रिशनिस्ट मनप्रीत ने फाइबर की मात्रा बढ़ा दी। स्टैफी के खाने में उबले हुए स्प्राउट्स, भुने चने, मखाने, तीन बीन का सलाद (काबुले चने, राजमा और लोबिया), क्विनोआ और रागी के आटे की रोटियां शामिल की। उल्टी को रोकने के लिए मनप्रीत ने स्टैफी को कुछ भी सूखा जैसे कि 2 बिस्कुट, सूखे मेवे या टोस्ट खाने की सलाह दी। दरअसल उल्टी का ट्रिगर तला या चिकना खाना होता है, जिसे सुबह नहीं खाना चाहिए। इसके अलावा सूखी अदरक की कैंडी भी उल्टी को रोकने में मदद करती है।
स्टैफी की सबसे बड़ी समस्या उसका तेजी से बढ़ता वजन था, जिसे रोकना बहुत जरूरी था। इसके लिए स्टैफी को चीनी युक्त खाना, जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक्स जैसे सभी तरह के भोजन का सेवन न करने की सलाह दी गई। प्रोटीन जैसे कि पनीर, दालें और दूध से बनी चीजों को डाइट में शामिल करने की सलाह दी ताकि स्टैफी का पेट भरा रहे और उसका जंक खाने का मन न करे। न्यूट्रिशनिस्ट मनप्रीत ने स्टैफी के खाने में कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, फाइबर और प्रोबायोटिक्स के साथ-साथ संतुलित मात्रा में फैट्स शामिल किया। उन्हें खाने के बाद 10-15 मिनट सैर करने की भी सलाह दी, ताकि उनका शूगर लेवल नियंत्रित रहे।
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स्टैफी को मिली मदद
न्यूट्रिशनिस्ट मनप्रीत की हर सलाह को स्टैफी ने पूरे ध्यान से फॉलो किया। इससे न सिर्फ उन्हें परेशानियों से निजात मिली, बल्कि उनके बच्चे का वजन भी बढ़ गया। उन्हें डिलीवरी में भी कोई दिक्कत नहीं आई। अब बच्चे का जब सॉलिड फूड शुरू करना था, तब भी स्टैफी ने मनप्रीत कौर से सलाह ली और अपने बच्चे को न्यूट्रिशनिस्ट द्वारा बताई गई डाइट ही दे रही हैं। स्टैफी कहती है,“अगर किसी गर्भवती महिला को डाइट से जुड़ी परेशानी हो, तो बिना किसी झिझक के न्यूट्रिशनिस्ट की मदद लेनी चाहिए।”
न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह
अगर गर्भवती महिलाओं को कब्ज या उल्टी की समस्या हो, तो कुछ बातों का ध्यान रखें।
- खाने के तुरंत बाद लेटने से बचें। कम से कम आधे घंटे तक न लेटें।
- अगर गर्भवती महिलाओं को उल्टी महसूस हो, तो सुबह किसी भी तरह की तरल चीज पीने से बचें।
- उल्टी से बचने के लिए बिस्कुट या टोस्ट लें।
- सूखी अदरक या अदरक की चाय/पानी से भी उल्टी को रोका जा सकता है।
- भोजन में कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, फाइबर, प्रोबॉयोटिक्स और संतुलित मात्रा में फैट्स लें।