हमारे समाज में उपवास की परंपरा को स्वास्थ्य की नजर से देखें तो बहुत अच्छी बात है। उपवास करने से आपकी पाचन क्रिया को आराम मिलता है और शरीर का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। उपवास से न तो कोई स्वास्थ्य में गिरावट आती है, न ही स्वास्थ्य पर भारी खतरा होता है। लेकिन इसी उपवास को जब आप अपनी जिद के तहत अनशन में बदल देते हैं तो जाहिर सी बात है ये स्वास्थ्य के लिए भारी खतरा है। अनशन की नजर से स्वास्थ्य पर नजर डालें तो निश्चित रूप से स्वास्थ्य में गिरावट आएगी। रही बात अनशन तोड़ने की तो अनशन बहुत लंबे समय तक करना स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है। आइए जानें स्वास्थ्य पर अनशन के असर के बारे में।
- उपवास करने से शरीर स्वस्थ रहता है, लेकिन लंबे समय तक उपवास करने के लिए फलाहार या एक समय का भोजन या फिर तरल पदार्थों को लेना आवश्यक है।
- उपवास करने से कब्ज , गैस, एसीडिटी, मोटापा इत्यादि समस्याओं से छुटकारा मिलता है लेकिन अनशन लंबे समय तक करने से ब्लड प्रेशर लो हो सकता है।
- अनशन करने से शरीर में विटामिन, प्रोटीन, पानी इत्यादि की कमी हो सकती है जिससे स्वास्थ्य में गिरावट आ जाती है।
- लगातार कई दिन तक अनशन करने से कई प्रकार की बीमारियां हो सकती है।
- अनशन करने से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और चलने-फिरने की क्षमता खत्म होने लगती है। शरीर में बहुत कमजोरी महसूस होने लगती है।
- लंबे समय तक भूखा रहने से आपके शरीर में पोषण की कमी हो सकती है। जिससे आप कुपोषण का शिकार हो सकते हैं।
- शरीर में पानी की या फिर तरल पदार्थों की कमी से डीहाइड्रेशन की समस्या पैदा हो जाती है।
- लंबे समय तक अनशन पर बैठने के बाद अनशन तोड़ने के लिए भी आपको सावधानी बरतनी होगी।
- अनशन तोड़ने के लिए नींबू के पानी या सन्तरे-मौसमी आदि का रस लेना चाहिए।
- अनशन के बाद जंकफूड या हाई कैलोरीयुक्त आहार न लें अन्यथा यह शरीर के लिए हानिकारक होंगे
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