व्यक्ति के खानपान और लाइफस्टाइल का असर उनकी स्किन और बालों पर देखने को मिलता है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने शरीर और लुक्स को लेकर बेहद सजग हो गए हैं। फिटनेस और परफेक्ट बॉडी की चाह में कई बार लोग ऐसी आदतें अपना लेते हैं जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होती हैं। इन्हीं में ईटिंग डिसऑर्डर को भी शामि किया जाता है। यह केवल शरीर के भीतर के अंगों को ही नहीं, बल्कि बालों जैसी बाहरी सुंदरता को भी प्रभावित करता है। इस लेख में डॉ विजय सिंघल, सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजी, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट से जानते हैं कि ईटिंग डिसऑर्डर कैसे आपके बालों के टूटने, झड़ने और कमजोर होने का कारण बन सकता है।
ईटिंग डिसऑर्डर क्या है? - What Is Eating Disorder in Hindi
ईटिंग डिसऑर्डर एक मानसिक और शारीरिक समस्या है जिसमें व्यक्ति खाने-पीने के प्रति असामान्य व्यवहार दिखाता है। इसके मुख्य प्रकार को आगे बताया गया है।
- एनोरेक्सिया नर्वोसा (Anorexia Nervosa): व्यक्ति खाने से डरता है और खुद को मोटा समझता है, भले ही उसका वजन सामान्य से कम हो।
- बुलीमिया नर्वोसा (Bulimia Nervosa): व्यक्ति अधिक खा लेता है और फिर उल्टी या दवाओं के ज़रिए खाना निकालने की कोशिश करता है।
- बिंज ईटिंग डिसऑर्डर (Binge Eating Disorder): व्यक्ति बार-बार बहुत अधिक खाना खा लेता है, लेकिन उसके बाद अपराधबोध महसूस करता है।
इन सभी स्थितियों में शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता, जिसका सीधा असर बालों की सेहत पर भी पड़ता है।
बालों को किन पोषण की जरूरत होती है?
हमारे प्रोटीन से बने होते हैं, विशेषकर केराटिन नामक प्रोटीन से बने होते हैं। स्वस्थ और मजबूत बालों के लिए शरीर को जरूरी पोषक तत्वों जैसे प्रोटीन, आयरन, जिंक, बायोटिन, विटामिन डी, और ओमेगा-3 फैटी एसिड की जरूरत होती है। जब व्यक्ति ईटिंग डिसऑर्डर का शिकार होता है, तो ये सारे पोषक तत्व शरीर को नहीं मिल पाते, जिससे बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं और बाल टूटने या झड़ने लगते हैं।
ईटिंग डिसऑर्डर और बालों की सेहत के बीच संबंध - Connection Between Eating Disorder And Hair Loss In Hindi
प्रोटीन की कमी
बालों के बनने में प्रोटीन की अहम भूमिका होती है। ईटिंग डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्ति अक्सर प्रोटीन से भरपूर भोजन से परहेज करता है। इससे शरीर प्रोटीन की कमी झेलता है और बाल कमजोर होकर टूटने लगते हैं।
आयरन की कमी (एनीमिया)
ईटिंग डिसऑर्डर से शरीर में आयरन का स्तर गिर जाता है, जिससे एनीमिया हो सकता है। इससे बालों की जड़ों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, और बाल समय से पहले गिरने लगते हैं।
विटामिन और मिनरल की कमी
विटामिन B, विटामिन D, जिंक और बायोटिन की कमी से बालों का विकास रुक जाता है। यह बालों को पतला और कमजोर बना देता है।
हार्मोनल असंतुलन
ईटिंग डिसऑर्डर से शरीर में हार्मोनल बैलेंस भी बिगड़ता है, खासकर थायरॉइड और इंसुलिन जैसे हार्मोन पर असर पड़ता है। यह भी बालों की सेहत को नुकसान पहुंचाता है।
तनाव और मानसिक अस्थिरता
ईटिंग डिसऑर्डर अक्सर तनाव, अवसाद और आत्म-संवेदना से जुड़ा होता है। मानसिक स्वास्थ्य की खराब स्थिति भी बालों के झड़ने का एक बड़ा कारण होती है।
ईटिंग डिसऑर्डर से प्रभावित व्यक्ति के बालों पर क्या समस्याएं देखने को मिलती है? - Effect On Hair Due To Eating Disorder in Hindi
- बालों का अत्यधिक झड़ना
- स्कैल्प का दिखाई देना
- बालों का पतला और रूखा होना
- ब्रश या हाथ लगाने पर टूट जाना
- नए बालों की ग्रोथ ना होना
यदि आप या आपके किसी करीबी में ये लक्षण नजर आ रहे हैं और साथ में खाने की आदतें भी असामान्य हैं, तो यह ईटिंग डिसऑर्डर का संकेत हो सकता है।
ईटिंग डिसऑर्डर से बालों को नुकसान से कैसे बचाएं? - How to Prevent Hair Loss Due to Eating Disorders?
- अपने खाने में प्रोटीन, आयरन, विटामिन B और D, ओमेगा-3 और ज़िंक जैसे तत्वों को शामिल करें। अंडे, दालें, हरी सब्जियां, नट्स और दूध उत्पाद बालों के लिए लाभकारी होते हैं।
- ईटिंग डिसऑर्डर एक मानसिक स्थिति है, इसलिए मनोचिकित्सक या काउंसलर की मदद लेना ज़रूरी है। थैरेपी के ज़रिए व्यक्ति खुद को बेहतर समझ पाता है।
- अगर बालों के झड़ने की समस्या लगातार बनी रहे, तो डॉक्टर से हॉर्मोनल जांच कराना आवश्यक है।
- मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए योग और ध्यान बहुत फायदेमंद हो सकते हैं। इससे स्ट्रेस कम होता है और बालों का झड़ना भी रुक सकता है।
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ईटिंग डिसऑर्डर एक गंभीर समस्या है, जिसका असर सिर्फ वजन या पाचन पर ही नहीं, बल्कि आपकी सुंदरता खासकर आपके बालों पर भी पड़ता है। अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह स्थायी नुकसान का कारण बन सकता है। संतुलित आहार, मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल और सही जीवनशैली अपनाकर इस समस्या से न केवल बचा जा सकता है, बल्कि खोई हुई सुंदरता को भी वापस पाया जा सकता है।
FAQ
कौन सी बीमारी की वजह से बाल झड़ते हैं?
एलोपेसिया एरीटा की वजह से ज्यादातर लोगों के बाल झड़ सकते हैं। यह एक ऑटोइम्यून रोग होता है। इसमें सिर और शरीर के बाल झड़ने लगते हैं।बाल टूटने का मुख्य कारण क्या होता है?
आज के समय में बाल झड़ना एक आम समस्या बन चुकी है। व्यक्ति के शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी हो, बीमारी या किसी तरह की सर्जरी आदि बाल टूटने का कारण बन सकता है।बालों का झड़ना तुरंत कैसे रोकें?
हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल को फॉलो कर आप बाल झड़ने से तुरंत आराम पा सकते हैं। आहार में पौष्टिक चीजों का सेवन, पर्याप्त नींद, तनाव मुक्त जीवन और पर्याप्त पानी पीने से बालों का टूटना झड़ना कम किया जा सकता है।