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Diabetes And Fertility: डायबिटीज प्रजनन क्षमता को कैसे प्रभावित करती है, जानें डॉक्टर से

How Does Diabetes Affect Fertility: डायबिटीज का प्रजनन क्षमता पर बहुत बुरा असर पड़ता है। जरूरी है कि मरीज अपने ब्लड शुगर के स्तर को मैनेज करें।
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Diabetes And Fertility: डायबिटीज प्रजनन क्षमता को कैसे प्रभावित करती है, जानें डॉक्टर से


How Does Diabetes Affect Fertility: डायबिटीज एक गंभीर मेडिकल कंडीशन है। डायबिटीज, पुरुष और महिलाओं दोनों को हो सकता है। डायबिटीज होने पर ब्लड शुगर का स्तर स्थिर नहीं रहता है। कुछ लोगों में ब्लड शुगर का स्तर ज्यादा होता है, तो कुछ लोगों में कम। दोनों ही कंडीशन सही नहीं है। ब्लड शुगर का स्तरसही नहीं होने पर शरीर में कई तरह के हार्मोनल इंबैलेंस हो जाते है, जिसका ओवर ऑल हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। लोगों के जहन में अक्सर यह सवाल कौंधता है कि क्या डायबिटीज प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करती है? अगर हां, तो कैसे? इस संबंध में हमने डॉक्टर से विस्तार से बात की।

डायबिटीज प्रजनन क्षमता को कैसे प्रभावित करती है?- How Does Diabetes Affect Fertility In Men And Women In Hindi

How Does Diabetes Affect Fertility In Men And Women In Hindi

डायबिटीज एक घातक कंडीशन है। डायबिटीज की वजह से कार्डियोवस्कूलर डिजीज हो सकता है, किडनी डैमेज हो सकती है और आंखों की रोशनी भी धुंधली हो सकती है। यही नहीं, डायबिटीज होने पर स्किन से जुड़ी कई तरह की परेशानियां भी देखने को मिलती हैं। जहां तक सवाल उठता है कि डायबिटीज प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती है या नहीं, इस संबंध में मेडिकवर हॉस्पिटल नवी मुंबई के यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले का कहना है, "यह सच है। डायबिटीज की वजह से प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है। यहां तक कि डायबिटीज का पुरुष और महिला दोनों की फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में महिला या पुरुष के लिए मां या पिता बनना एक चैलेंज हो जाता है। सवाल है, कैसे? अगर महिलाओं में ब्लड शुगर का स्तर बैलेंस्ड न रहे या डायबिटीज होने पर इसके प्रति लापरवाही की जाए, तो इससे मेंस्ट्रुएशन साइकिल डिस्टर्ब हो सकता है। ऐसे में, महिला के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में कमी आ जाती है। यह हार्मोन महिला को हेल्दी बने रहने के लिए बहुत जरूरी है। यह फर्टिलिटी के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। इसी तरह, अगर पुरुषों की फर्टिलिटी की बात करें, तो ब्लड शुगर के स्थिर न होने पर उन्हें इरेक्शन से जुड़ी प्रॉब्लम हो सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि ब्लड शुगर के स्थिर न होने के कारण टेस्टेस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है। यह पुरुष हार्मोन है, जो उनमें सेक्सुअल डिजायर को बनाए रखने में मदद करता है।"

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ब्लड शुगर को बैलेंस करने के फायदे- Benefits of Controlled Blood Sugar In Hindi

Benefits of Controlled Blood Sugar In Hindi

ब्लड शुगर के स्तर को बैलेंस करना बहुत जरूरी है। इससे न सिर्फ फर्टिलिटी में सुधार होता है, बल्कि कई अन्य लाभ भी मिलते हैं, जैसे-

महिलाओं में-

  • पीरियड साइकिल रेगुलर रहते हैं और ब्लीडिंग फ्लो भी सही बना रहता है
  • गर्भपात का खतरा कम हो जाता है
  • प्रीटर्म डिलीवरी, स्टिल बर्थ जैसे रिस्क कम हो जाते हैं
  • प्रेग्नेंसी में बच्चे का विकास सही तरह से होता है
  • बर्थ डिफेक्ट होने का खतरा कम हो जाता है

पुरुषों में-

  • इरेक्शन से जुड़ी समस्याओं का रिस्क कम होता है
  • टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को बढ़ावा मिलता है
  • सेक्स ड्राइव बेहतर होती है।

ब्लड शुगर को कैसे मैनेज करें- How To Manage Blood Sugar In Hindi

ब्लड शुगर को मैनेज करने के लिए आप जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलाव कर सकते हैं, जैसे-

  • नियमित रूप से ब्लड शुगर के स्तर को मॉनिटर करें
  • अपनी डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल करें
  • नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटी करें
  • अपने वजन को नियंत्रण में रखने की कोशिश करें
  • नशीले पदार्थों से दूर रहें।

All Image Credit: Freepik

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