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डीजेनेरेटिव डिस्क डिजीज का इलाज कैसे होता है? जानें डॉक्टर से

Degenerative Disc Disease Treatment: डीजेनेरेटिव डिस्क डिजीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें रीढ़ की हड्डी में मौजूद एक या एक से अधिक डिस्क कमजोर हो जाती हैं, जानें इसका इलाज।
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डीजेनेरेटिव डिस्क डिजीज का इलाज कैसे होता है? जानें डॉक्टर से


Degenerative Disc Disease Treatment: खानपान में गड़बड़ी और खराब जीवनशैली बीमारियों का सबसे बड़ा कारण है। हमारे शरीर में होने वाली ज्यादातर बीमारियां निष्क्रिय जीवनशैली और खराब खानपान के कारण होती हैं। हड्डियों की कमजोरी हो या हार्ट से जुड़ी बीमारी इन सबके पीछे हार्ट से जुड़ी स्थितियां जिम्मेदार होती हैं। डीजेनेरेटिव डिस्क डिजीज (Degenerative Disc Disease in Hindi) भी इन्हीं कारणों से होने वाली गंभीर बीमारी है। यह स्थिति रीढ़ की हड्डी से जुड़ी होती है और गंभीर होती है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं, डीजेनेरेटिव डिस्क डिजीज के इलाज के बारे में।

डीजेनेरेटिव डिस्क डिजीज क्या है?

डीजेनेरेटिव डिस्क डिजीज के इलाज के बारे में जानने से पहले आपको इससे जुड़ी जरूरी बातें जान लेनी चाहिए। हम सभी जानते हैं, रीढ़ की हड्डी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो हमें सीधा खड़े रहने, झुकने, मुड़ने और संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। रीढ़ की हड्डी की हड्डियों के बीच स्थित सेडिमेंट जैसी संरचनाओं को डिस्क कहा जाता है। ये डिस्क एक कुशन के रूप में काम करती हैं, जो रीढ़ की हड्डी को लचीलापन प्रदान करती हैं और वर्टेब्रा के बीच घर्षण को कम करती हैं।

Degenerative Disc Disease Treatment

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वाशी स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक्स और रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ प्रमोद भोर ने बताया कि, “डीजेनेरेटिव डिस्क डिजीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें रीढ़ की हड्डी में मौजूद एक या एक से अधिक डिस्क कमजोर हो जाती है और घिसने लगती हैं। यह स्थिति उम्र बढ़ने के साथ प्राकृतिक रूप से हो सकती है, लेकिन कभी-कभी चोट या जरूरत से ज्यादा जोर लगाने से भी हो सकती है।”

डीजेनेरेटिव डिस्क डिजीज के लक्षण

डीडीडी के कुछ प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं-

  • पीठ में तेज दर्द
  • खड़े होने या बैठने में दिक्कत
  • रीढ़ की हड्डी में जकड़न
  • कमर में तेज दर्द
  • कमजोरी और हाथ पैर सुन्न होना

डीजेनेरेटिव डिस्क डिजीज का इलाज

डीजेनेरेटिव डिस्क डिजीज का इलाज मरीज की स्थिति और बीमारी के आधार पर किया जाता है। हर मरीज में इसका इलाज अलग-अलग हो सकता है। आमतौर पर डॉक्टर मरीजों को कुछ दवाओं का सेवन करने की सलाह देकर बेड रेस्ट पर भेज देते हैं। डीजेनेरेटिव डिस्क डिजीज का इलाज कुछ इस तरह से होता है-

बिना सर्जरी के इलाज: ऐसे मरीज जिनकी स्थिति गंभीर नहीं होती है, उनका इलाज बिना सर्जरी के किया जाता है। इस स्थिति में डॉक्टर मरीज के दर्द को कम करने, सूजन कम करने और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने पर ध्यान देते हैं।

एपिड्यूरल स्टेरॉयड इंजेक्शन (Epidural Steroid Injection): गंभीर दर्द के मामलों में, डॉक्टर रीढ़ की हड्डी के आसपास के क्षेत्र में सूजन कम करने के लिए स्टेरॉयड का इंजेक्शन दे सकते हैं। हालांकि, इन इंजेक्शनों को बार-बार नहीं लगाया जाता है।

दर्द निवारक दवाएं: ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक दवाएं जैसे कि इबुप्रोफेन या नेपरोक्सन शुरुआती दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकती हैं। मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने के लिए मांसपेशी relaxants भी निर्धारित की जा सकती हैं।

सर्जरी: गंभीर रूप से परेशान मरीजों का इलाज सर्जरी के माध्यम से किया जाता है। इस स्थिति में सर्जरी भी कई तरह से की जाती है। डॉक्टर मरीज की शारीरिक जांच और स्थिति के आधार पर सर्जरी करते हैं।

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डिजनेरेटिव डिस्क रोग के मरीजों को खुद की देखभाल करने की बेहद जरूरत होती है। इसके लिए आप मसल्स को स्ट्रेंथ देने वाली फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें। साथ ही पौष्टिक आहार खाएं व धूम्रपान न करें। एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं और स्वस्थ रहें।

(Image Courtesy: freepik.com)

 

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