खानपान में ज्यादा फैट वाली चीजें शामिल करने बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा, जानें एक्सपर्ट की राय

अगर आपके खाने में फैट की मात्रा बहुत ज्यादा रहती है (खासकर तेल, घी, फास्ट फूड्स आदि), तो आपको हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।
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खानपान में ज्यादा फैट वाली चीजें शामिल करने बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा, जानें एक्सपर्ट की राय

ह्रदय से जुड़ी बीमारियों में खानपान का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। हाल ही में हुए एक शोध के मुताबिक़ अगर आप फैट की अधिकता वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं तो यह खतरनाक हो सकता है। फैट की अधिक मात्रा वाले आहार का सेवन हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाने का काम करता है। फ़ास्ट फ़ूड जैसे पिज़्ज़ा, बर्गर आदि के खाने से भी दिल का दौरा पड़ने का ख़तरा बढ़ जाता है। ऐसे में ह्रदय रोग से पीड़ित लोगों को इनके सेवन से परहेज रखना चाहिए। बायोकेमिकल और बायोफिजिकल रिसर्च कम्युनिकेशंस में प्रकाशित एक रिसर्च पेपर में, शोधकर्ताओं ने यह जानकारी दी है। यूनिवर्सिटी ऑफ़ रीडिंग की एक टीम ने इस विषय पर अध्ययन और शोध कर यह बताया है कि हाई फैट वाले आहार का सेवन करने से दिल की कोशिकाओं पर ऑक्सीडेटिव तनाव बढ़ जाता है जिसकी वजह से हार्ट अटैक का ख़तरा ऐसे लोगों में कई गुना अधिक हो जाता है। इस विषय को लेकर हमने ज्यादा जानकारी के लिए बातचीत की दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ के के कपूर से, आइये जानते हैं उन्होंने इस विषय पर क्या जानकारियां साझा की।

heart health

द‍िल की सेहत के ल‍िए हान‍िकारक है फैट (Fat is not good for heart health)

रीडिंग यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम ने यह शोध चूहों पर किया है, इस शोध में दी गयी जानकारी के मुताबिक फैट की अधिक मात्रा वाले भोजन की वजह से दिल की कोशिकाओं पर इसका असर पड़ता है। यह शोध करने वाली टीम ने बताया कि उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से ह्रदय की कोशिकाओं पर गहरा प्रभाव पड़ता है, रिसर्च के दौरान इसके सेवन से कोशिकाओं में 1.8 गुना की वृद्धि देखी गयी है। हालांकि इस विषय को लेकर यह टीम अभी भी शोध और अध्ययन कर रही है। ह्रदय रोग के विशेषज्ञों का भी यह मानना है कि फैट की अधिक मात्रा वाले भोजन का सेवन हमारे दिल के लिए अच्छा नही माना जाता है। इसके लगातार सेवन से दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ जाती है।

हाई फैट डाइट का दिल से जुड़ी बीमारियों पर असर (How High Fat Diet affect Heart)

choose healthy food

दिल से जुड़ी बीमारियों में खानपान का संतुलित होना बेहद जरूरी होता है। अनियंत्रित खानपान से दिल की बीमारियों का ख़तरा बढ़ जाता है, हाई फैट आहार के सेवन से दूर रहकर हृदय रोग से जुड़े खतरे को कम किया जा सकता है। हाई फैट डाइट का ह्रदय पर पड़ने वाले असर को समझने के लिए सबसे पहले हमें यह जानना जरूरी होता है कि फैट के कितने प्रकार होते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक फैट दो तरह के होते हैं पहला संतृप्त वसा (Saturated Fat) और दूसरा असंतृप्त वसा (Unsaturated Fat)।  सैचुरेटेड फैट या संतृप्त वसा डेयरी उत्पाद जैसे मक्खन, क्रीम और पनीर आदि में पाया जाता है इसके अलावा यह बीफ, पोर्क, पिज्जा, डेयरी डेसर्ट, बेकन, हैम्बर्गर और कुकीज़ जैसे फ़ास्ट फ़ूड में भी होता है। इसे सेहत और हार्ट दोनों के लिए नुकसानदायक माना जाता है। 

2 तरह के फैट (Two types of fat)

असंतृप्त वसा के दो प्रकार होते हैं, पहला मोनोअनसैचुरेटेड (Monounsaturated Fat)और दूसरा पॉलीअनसेचुरेटेड (Polyunsaturated Fat), सामान्य रूप से इसे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना गया है।  मोनोअनसैचुरेटेड (Monounsaturated Fat) मूंगफली, पीनट बटर, बादाम, हेज़लनट्स, काजू, पिस्ता और जैतून, मूंगफली, कुसुम, सूरजमुखी के तेल में अच्छी मात्रा में होता है। ह्रदय से जुड़ी बीमारियों में संतृप्त वसा के सेवन नुकसानदायक होता है। पॉलीअनसेचुरेटेड (Polyunsaturated Fat) अलसी के बीज, अखरोट, मूंगफली, कद्दू के बीज और सोयाबीन के तेल, मछली आदि में पाया जाता है। हाई फैट डाइट का दिल से जुड़ी बीमारियों पर असर इस प्रकार से होता है।

  • लंबे समय तक हाई फैट डाइट के सेवन से लाल रक्त कोशिकाओं पर असर होता है।
  • लाल रक्त कोशिओं पर पड़ने वाले असर के दिल से जुड़ी बीमारियों के बढ़ने का ख़तरा होता है।
  • हाई फैट डाइट के सेवन से शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी और सफेद रक्त कोशिकाओं की मात्रा बढ़ती है।

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हाई फैट डाइट को ऐसे करें नियंत्रित (How to Manage High Fat Diet)

low fiber diet

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हाई फैट डाइट लेने से पहले कुछ बातों को ध्यान में रखने की जरूरत है। वैसे तो शरीर में फैट की कितनी मात्रा होनी चाहिए इसकी कोई निश्चित मात्र नही है लेकिन इसके सेवन से पहले सेहत से जुड़ी बातें ध्यान में होनी चाहिए। सबसे पहले हाई फैट डाइट के सेवन से जुड़े नुकसान को ध्यान में रखते हुए हमें अपनी डाइट में संतृप्त वसा (Saturated Fat) की मात्रा कम करनी चाहिए। जितना हो सके डाइट में  पॉलीअनसेचुरेटेड और मोनोअनसैचुरेटेड फैट को शामिल करें। वजन का बढ़ना भी दिल से जुड़ी बीमारियों को दावत देता है इसलिए फैट के सेवन से पहले इसे जरूर याद रखें।

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हाई फैट डाइट के नकारात्मक प्रभाव (Side Effects of High Fat Diet)

side effects of high fat

दिल से जुड़ी बीमारियों के अलावा हाई फैट डाइट का अधिक सेवन हमारे स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक हाई फैट डाइट का सेवन वजन बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाता है। हाई फैट डाइट के सेवन से कम उम्र में वजन बढ़ने का कारण होता है और वजन बढ़ने से शरीर में कई अन्य बीमारियों के होना का ख़तरा भी होता है। सेहत के लिए नुकसानदायक माने जाने वाले फैट के सेवन से होने वाले प्रमुख नुकसान इस प्रकार से हैं।

  • वजन बढ़ना या मोटापे की समस्या
  • डायबिटीज का ख़तरा
  • दिल से जुड़ी बीमारियों का ख़तरा
  • किडनी से जुड़ी समस्याओं का ख़तरा
  • मस्तिष्क के लिए नुकसानदायक
  • स्लीप अप्निया जैसी समस्या का जन्म

हमें उम्मीद है कि हाई फैट डाइट के लगातार सेवन से होने वाले नुकसान और इसका दिल से जुड़ी बीमारियों पर पड़ने वाले असर से जुड़ी यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। दिल से सम्बंधित बीमारियों में डॉक्टर संतुलित खानपान की सलाह देते हैं। संतुलित खानपान और नियमित व्यायाम से इन बीमारियों के खतरे से बचा जा सकता है। दिल से जुड़ी किसी भी बीमारी में चिकित्सक की सलाह लिए बिना कोई कदम नही उठाना चाहिए।

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