वर्टिगो (चक्कर आने) की वजह से हो सकती हैं ये 5 समस्याएं, इस तरह से करें बचाव

वर्टिगो की वजह से व्यक्ति को अन्य समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है। आगे जानते हैं इसके कारण होने वाली कुछ मुख्य समस्याएं   
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वर्टिगो (चक्कर आने) की वजह से हो सकती हैं ये 5 समस्याएं, इस तरह से करें बचाव


अगर, आपको बार-बार चक्कर आते हैं या आसपास की चीजे घूमती हुई महसूस होती है, तो यह वर्टिगो का संकेत हो सकता है। इस रोग में व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इसके कारण अलग-अलग हो सकते हैं। रोग के कारणों के आधार पर व्यक्ति को अलग-अलग लक्षण महसूस हो सकते हैं। अगर, व्यक्ति को सही इलाज न मिले तो ऐसे में गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। वर्टिगो की समस्या में व्यक्ति किसी भी जगह पर चक्कर खाकर गिर जाता है। ऐसे मे उसको चोट लग सकती है। साथ ही, अन्य समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है। आगे जानते हैं वर्टिगों में व्यक्ति को किन समस्याओं का जोखिम अधिक होता है। 

वर्टिगो में हो सकती है ये 5 समस्याएं - Health Complications During Vertigo in Hindi 

गिरने जोखिम बढ़ना

वर्टिगो में व्यक्ति को किसी भी जगह चक्कर आ सकते हैं। इस दौरान वह खुद को स्थिर नहीं रख पाते हैं। ऐसे में बाहर गिरने का खतरा सबसे अधिक होता है। इसकी वजह से उनको सिर व शरीर अन्य नाजुक अंगों पर चोट आ सकती है। 

एंग्जायटी और स्ट्रेस

वर्टिगो में व्यक्ति को एंग्जायटी और स्ट्रेस हो सकता है। बार-बार वर्टिगो  होने पर व्यक्ति बाहर जाने से डरने लगता है। ऐसे में वह स्ट्रेस महसूस कर सकते हैं। इसकी वजह से व्यक्ति भावनात्मक रुप से कमजोर हो सकती है। 

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वेस्टिबुलर माइग्रेन

वर्टिगो अक्सर वेस्टिबुलर माइग्रेन के साथ होता है। यह एक न्यूरोलॉजिकल विकार है जो वर्टिगो, सिरदर्द और वेस्टिबुलर लक्षणों के साथ होता है। इसकी समय पर पहचान कर इसमें महसूस होने वाले लक्षणों को कम किया जा सकता है। 

जीवनशैली प्रभावित होना 

वर्टिगो की वजह से व्यक्ति के जीवनशैली प्रभावित होने लगती है। वर्टिगों में बार-बार चक्कर आने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में कमी आने लगती है। साथ ही, वह लोगों से मिलने में भी कतराने लगते हैं। 

नींद संबंधी समस्याएं 

वर्टिगो की वजह से व्यक्ति को नींद संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इस दौरान व्यक्ति के स्लीप पैर्टन पर असर पड़ता है। व्यक्ति को देर रात तक नींद नहीं आती है। कई बार तो वह डर की वजह से सो नहीं पाते हैं। इसकी वजह से उनको दिनभर थकान व कमजोरी बनी रह सकती है।

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वर्टिगो से बचने के उपाय 

  • वर्टिगों के लक्षणों को कम करने के लिए सरल व्यायाम करें।
  • सोते समय अधिक तकियों का उपयोग न करें। 
  • बिस्तर से उठते समय धीरे-धीरे उठें और खड़े होने से पहले एक या दो मिनट के लिए बिस्तर के किनारे पर बैठें।
  • भारी सामान उठाने के लिए नीचे झुकने से बचें।

वर्टिगो की वजह से व्यक्ति अपने रोजाना के कार्यों को भी सही तरह से नहीं कर पाते हैं। इस दौरान, आने वाले चक्कर की वजह से व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है। लेकिन, इस समस्या की गंभीरता को देखते हुए रोगी को इसके लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। चक्कर आने पर रोगी को तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। साथ ही, डॉक्टर के द्वारा बताए गई जांच करानी चाहिए। इलाज में देरी से रोग से जुड़े अन्य जोखिम का खतरा बढ़ सकता है।

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