Hairline Microblading Technique For Baldness: हर किसी को घने और काले बालों का शौक होता है। लेकिन बालों की केयर न करने के कारण, हेयर फॉल बढ़ जाता है। धीरे-धीरे हेयर फॉल, गंजेपन में बदल जाता है। गंजेपन के कारण स्कैल्प में खाली पैचेज नजर आने लगते हैं, हेयरलाइन बढ़ जाती है। यह हेयरलाइन समय के साथ पीछे होने लगती है या असमान नजर आती है। जो लोग अपने बालों को ज्यादा टाइट बांधते हैं, उनकी जड़ों पर दबाव पड़ता है। इस कारण से बाल झड़ने लगते हैं। वहीं कुछ लोगों में जेनेटिक कारणों से गंजेपन के लक्षण नजर आते हैं। हार्मोनल बदलाव, बढ़ती उम्र, पोषक तत्वों की कमी, साफ-सफाई की कमी आदि कारणों से भी गंजेपन की समस्या हो सकती है। गंजेपन को छुपाना चाहते हैं, तो हेयरलाइन माइक्रोब्लैडिंग तकनीक की मदद ले सकते हैं। इस तकनीक में गंजेपन के कारण नजर आने वाली खाली स्पेस को रंग से भर दिया जाता है। यह तकनीक फिलहाल लोगों के बीच इतनी पॉपुलर नहीं है। लेकिन जो लोग इसका लाभ उठाना चाहते हैं, वह इसके फायदे और नुकसान जानना चाहेंगे। तो चलिए फिर देर कैसी। जानते हैं हेयरलाइन माइक्रोब्लैडिंग तकनीक के फायदे, नुकसान और प्रक्रिया। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ देवेश मिश्रा (Dr. Devesh Mishra) से बात की।
हेयरलाइन माइक्रोब्लैडिंग क्या है?- What is Hairline Microblading
यह एक कॉस्मेटिक प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया की मदद से त्वचा में रंग डाला जाता है। सुई की मदद से डाला गया रंग, बालों की तरह ही नजर आता है। इस तकनीक का इस्तेमाल आइब्रो को भरने के लिए भी किया जाता है। जिन लोगों में गंजेपन के कारण स्कैल्प नजर आने लगता है, उन्हें इस तकनीक को लेने की सलाह दी जाती है।
हेयरलाइन माइक्रोब्लैडिंग कैसे काम करता है?- How Hairline Microblading Works
हेयरलाइन माइक्रोब्लैडिंग को अर्ध-स्थायी टैटू भी कहा जाता है। इस तकनीक को करने के लिए पहले देखा जाता है कि कितने हिस्से में बाल नहीं है। फिर खाली दिख रही जगह पर बालों की तरह के स्ट्रोक बनाए जाते हैं। कॉस्मेटिक रंगद्रव्य को डर्मिस में एम्बेड किया जाता है। इस प्रक्रिया में 2 से 3 घंटों का समय लग सकता है।
हेयरलाइन माइक्रोब्लैडिंग के लाभ- Hairline Microblading Benefits
- हेयरलाइन माइक्रोब्लैडिंग की मदद से स्कैल्प पर नजर आने वाले पैचेज को छुपाया जा सकता है।
- जिन लोगों के बाल पतले होते हैं, वह इस तकनीक की मदद से घने बाल पा सकते हैं।
- माइक्रोब्लेड बाल दिखने में असली बालों की तरह ही होते हैं, ऐसे में यह गंजेपन को छुपाने का अच्छा तरीका है।
- जो लोग हेयर ट्रांसप्लांट नहीं कराना चाहते, उनके लिए यह तकनीक फायदेमंद हो सकती है।
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हेयरलाइन माइक्रोब्लैडिंग के नुकसान- Hairline Microblading Side Effects
इस तकनीक के कुछ नुकसान भी हैं-
- यह एक महंगी तकनीक है। इसकी कीमत 21 से 25 हजार के बीच हो सकती है।
- इस प्रक्रिया को बार-बार कराना पड़ेगा। यह हेयर फॉल या गंजेपन का परमानेंट इलाज नहीं हो सकता।
- कुछ लोगों को इस तकनीक के इस्तेमाल से खुजली, रैशेज जैसी समस्या हो सकती है।
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