बच्चों को सॉलिड फूड या सब्जियां खिलाने की कोशिश करना काफी मुश्किल होता है। लेकिन एक अध्ययन के मुताबिक यदि बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग करवाई जाए तो बच्चों में हरी सब्जियों को पसंद करने और खाने की संभावना बढ़ सकती है। फिलाडेल्फिया के मोनल केमिकल सेंसेस सेंटर के शोधकर्ताओं ने ये निष्कर्ष निकाला है कि ब्रेस्टफीडिंग करने वाले बच्चों ने दूध के जरिये सब्जियों का स्वाद भी लिया है। जब भी एक बच्चा सॉलिड फूड खाना शुरू करता है तो कई सब्जियों का स्वाद उसको बहुत स्ट्रांग लगता है जबकि ब्रेस्टफीडिंग के बाद अगर उन्हें ऐसा कुछ खाने को दिया जाए तो उन बच्चों को वो स्वाद ज्यादा स्ट्रांग नहीं लगता।
फिलाडेल्फिया के मोनल केमिकल सेंसेस सेंटर की प्रमुख स्टडी की लेखक और एक बायोसाइकोलॉजिस्ट जूली मेनेला का कहना है कि हर बच्चे का सेंसरी अनुभव अलग होता है लेकिन पहले फूड का फ्लेवर इस बात पर निर्भर करता है कि मां क्या खाती है। जब एक गर्भवती महिला सब्जियां खाती है तो उनके एमनिओटिक फ्लूइड और ब्रेस्टमिल्क में सब्जियों का फ्लेवर आ जाता है। ये बच्चे को सब्जियों के स्वाद की आदत डाल देता है।
रिसर्च में पाया गया कि जिन बच्चों की मां ने शुरुआती चरण में जूस पीना शुरू कर दिए था उनके बच्चों को गाजर फ्लेवर का सीरियल ज्यादा पसंद आया था।
Read More Health News In Hindi