ग्राइप वॉटर आमतौर पर छोटे बच्चों को दिया जाता है। इसका इस्तेमाल कई सदियों से वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में किया जा रहा है। यह एक आयुर्वेदिक दवा है, जो छोटे बच्चों को पेट से जुड़ी परेशानी होने पर दी जाती है। ग्राइप वॉटर के सेवन से बच्चों में होने वाली गैस की परेशानी, डाइजेशन और उबकाई जैसी समस्याएं ठीक रहती है। ग्राइप वॉटर सौंफ, लौंग, कैमोइल, इलायची और अन्य जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है। दांत आने पर होने वाले पेट दर्द से राहत दिलाने के लिए शिशुओं को ग्राइप वॉटर दिया जाता है। हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि इससे शिशुओं को किसी तरह का कोई फायदा नहीं होता है। मार्केट में आने वाले ज्यादातर ग्राइप वॉटर सोडियम बाइकार्बोनेट और जड़ी-बूटियों के इस्तेमाल से बनाया जाता है, जिससे शिशुओं को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। अधिक सोडियम बाइकार्बोनेट शिशुओं को देने से भले ही नुकसान पहुंच सकता है, लेकिन पेट में गैस होने पर सोडियम बाइकार्बोनेट देने से गैस पेट से बाहर निकल जाता है। आइए जानते हैं इसके क्या फायदे और नुकसान हैं-
कॉलिक यानी पेट दर्द में (Gripe Water For Colic)
नवजात शिशुओं में कॉलिक की समस्या बहुत ही आम है। कॉलिक समस्या होने पर शिशु काफी देर तक रोते हैं। पेट में दर्द की वजह से बच्चे लगातार 2 से 3 घंटे तक रोते रहते हैं। इस समस्या को कोई अचूक इलाज नहीं है, लेकिन इससे राहत पाने के लिए ग्राइप वाटर आपकी मदद कर सकता है। ग्राइप वॉटर के सेवन से कॉलिक की समस्या से राहत पा सकते हैं।
गैस की समस्या को दूर करे ग्राइप वॉटर (Gripe water for Gas)
अगर आपके शिशु को गैस की समस्या रहती है और इस वजह से वो बहुत ही ज्यादा रोता है, तो इस स्थिति में उन्हें ग्राइप वॉटर पिलाएं। पेट दर्द और पेट में होने वाले गैस की समस्याओं से निजात दिलाने में ग्राइप वॉटर आपकी मदद कर सकते हैं। पेट में गैस होने पर शिशु को 1 छोटे चम्मच से ग्राइप वॉटर दें, इससे काफी राहत मिल सकता है।
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डकार लाने के लिए
दूध पीने के बाद अगर आपका बच्चा डकार नहीं करता या फिर ऊपर से दूध नहीं निकालता है, तो ऐसी स्थिति में भी ग्राइप वॉटर देना चाहिए। ग्राइप वॉटर पीने से शिशुओं को डकार होती है, जिससे आगे होने वाली समस्याओं से बचा जा सकता है।
दांत आने पर
शिशुओं को जब दांत निकलता है, तो उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। ऐसे में अक्सर आपको ग्राइप वॉटर पिलाने की सलाह दी जाती है। इस स्थिति में ग्राइप वॉटर उनके लिए फायदेमंद होता है।
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हिचकी आने पर
अगर आपका बच्चा बहुत ही ज्यादा हिचकी करता है, तो ऐसी स्थिति में ग्राइप वॉटर उनके लिए फायदेमंद है। पेट में होने वाली समस्याओं की वजह से ही आपके शिशु को हिचकी आती है। इसलिए उन्हें रात के समय 1 चम्मच ग्राइप वॉटर दें। इससे पेट की समस्या दूर होती है। साथ ही हिचकी भी कम आएगी।
ग्राइप वाटर के नुकसान (Side effects of Gripe Water)
ग्राइप वॉटर वैसे तो सभी बच्चों के लिए सुरक्षित माना जाता है, लेकिन कुछ स्थिति में एलर्जी रिएक्शन होने की संभावना भी होती है। ऐसे में आपको एलर्जी रिएक्शन पर ध्यान देने की जरूरत है।
- आंखें गिली दिखना
- जीभ और होंठों पर सूजन आना
- एलर्जी की शिकायत होना
- खुलजी होना
- उल्टी होना
- सांस लेने में घरघराहट हो सकती है।
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