खाने के बाद कई घरों में हरी सौंफ का सेवन किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि खाने के बाद सौंफ खाने से खाना पचने में आसानी होती है। साथ ही यह रिफ्रेशमेंट के लिए भी काफी अच्छा होता है। साथ ही इससे स्वास्थ्य को कई फायदे हो सकते हैं। डायट मंत्रा क्लीनिक की डायटीशियन बताती हैं कि सौंफ के नियमित रूप से सेवन से कई तरह की बीमारियों जैसे- सांस से जुड़ी परेशानी, ब्लड प्रेशर, कैंसर से बच सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं हरी सौंफ के फायदे (Green Fennel Benefits) और सौंफ खाने का सही समय क्या है?
हरी सौंफ में पाए जाने वाले पोषक तत्व? (Green Fennel Nutrient )
हरी सौंफ में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। जैसे- विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन के, जिंक, पोटैशियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम, आयरन, फाइबर जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह सभी पोषक तत्व स्वास्थ्य के लिए काफी फायदंमेद हो सकते हैं। वजन कम करने से लेकर पाचन को दुरुस्त करने में सौंफ आपकी मदद कर सकता है।
सौंफ कब खाना चाहिए?
डायटीशियन का कहना है कि सौंफ का सेवन आप किसी भी वक्त कर सकते हैं। यह आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। लेकिन अगर आप पाचन संबंधी विकारों को दूर करना चाहते हैं, तो खाने के बाद सौंफ जरूर खाएं। वहीं, सांसों को फ्रेश रखने के लिए रात में सोने से पहले 1 चम्मच सौंफ लें। इससे आपको काफी फायदा होगा।
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हरी सौंफ के फायदे ( Benefits of Green Fennel in Hindi)
1. सांसों को करे तरोताजा
हरी सौंफ में एक खास तरह का एसेंशियल ऑयल होता है, जिसमें एंटीबैक्टीरियल गुण पाया जाता है। यह जीवाणुरोधी गुण सांसों को तरोताजा करने में आपकी मदद करता है। वहीं, सौंफ स्वाद में मीठा होता है, जो लार के स्त्राव को बढ़ाती है। इससे हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट होता है। इसके सेवन से सांसों की दुर्गंध कम होती है। एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आप अपनी सांसों को तरोताजा करना चाहते हैं, तो नियमित रूप से खाने के बार 5 से 10 हरी सौंफ का सेवन करें।
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2. पाचन को करे दुरुस्त
हरी सौफ में मौजूद एसेंशियल ऑयल पाचक रसों और एंजाइमों के स्त्राव को बढ़ाने में आपकी मदद करता है। जिससे आपके पाचन में सुधार होता है। इसके अलावा हरी सौंफ में एनेथोल (anethole), फेनचोन (fenchone) और एस्ट्रैगोल (estragole) होते हैं, जो एंटीस्पास्मोडिक (antispasmodic) और एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) के गुणों से भरपूर होता है। सौंफ में मौजूद यह गुण कब्ज, अपच और सूजन से जुड़ी परेशानी को दूर करने में मददगार हो सकता है। इसके अलावा सौंफ में फाइबर भी मौजूद होता है, जो पाचन स्वास्थ्य के लिए काफी बेहतर हो सकता है। नियमित रूप से हरी सौंफ का सेवन करने से हृदय स्वास्थ्य को भी बढ़ाया जा सकता है।
3. ब्लड प्रेशर में करे सुधार
हरी सौंफ के बीज में पोटैशियम भरपूर रूप से होता है, जो आपकी नसों में फ्लूड के रेगुलेट को बढ़ाता है। ऐसे में आपका हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर कंट्रोल हो सकता है। रिसर्च के मुताबिक, हरी सौंफ का बीज लार (saliva) में नाइट्राइट (Nitrite) के स्तर को बढ़ाती है। नाइट्राइट एक प्राकृतिक तत्व है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकता है।
4. अस्थमा रोगियों के लिए फायदेमंद
हरी सौंफ में फाइटोन्यूट्रिएंट्स (phytonutrients) की उच्च मात्रा होती है, जो साइनस की समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद करती है। नियमित रूप से इस छोटे से बीज का सेवन करने से ब्रोन्कियल को आराम मिलता है, जो अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के लक्षणों को कम करने में आपकी मदद कर सकता है।
5. स्तनपान को बढ़ावा
हरी सौंफ में एनेथोल (Anethole) की मौजूदगी होती है, जो ब्रेस्ट मिल्क के स्त्राव को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकती है। दरअसल, एनेथोल (Anethole) ब्रेस्ट मिल्क के स्त्राव को बढ़ाने के लिए गैलेक्टागॉग्स (galactagogues) को उत्तेजित करता है। एनेथोल की मदद से स्तनपान को बढ़ावा मिल सकता है। ऐसे में अगर आप अपने शिशु को स्तनपान करा रही हैं, तो नियमित रूप से खाने के बाद सौँफ का सेवन करें।
6. ब्लड को करे प्यूरीफाई
ब्लड को साफ करने में हरी सौंफ आपके लिए मददगार हो सकते हैं। इसमें मौजूद तेल और फाइबर आपके रक्त को शुद्ध करने में असरदार होते हैं। साथ ही यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में आपकी मदद करते हैं।
7. कैंसर को करे बचाव
हरी सौँफ के नियमित रूप से सेवन करने से कैंसर जैसी गंभीर परेशानी से बचा जा सकता है। कई रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि हरी सौंफ में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो फ्री-रेडिकल्स के प्रभावों को कम कर सकते हैं। साथ ही यह ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मददगार हो सकते हैं। ऐसे में हरी सौंफ कैंसर के जोखिमों को कम करने में आपकी मदद कर सकता है।
8. आंखों की रोशनी बढ़ाए
आंखों की रोशनी को बढ़ाने में हरी सौंफ काफी फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, इसमें विटामिन ए और एसेंशियल विटामिन होता है, जो आंखों के लिए काफी फायदेमंद होता है। हरी सौंफ के अर्क का सेवन करने से ग्लूकोमा जैसी परेशानी को कम किया जा सकता है।
9. वजन घटाने में असरदार
सौंफ फाइबर से भरपूर होता है, जो वजन को घटाने में आपकी मदद कर सकता है। दरअसल, इसमें फाइबर होता है, जो बार-बार भूख लगने की परेशानी को कम करने में आपकी मदद करता है। इतना ही नहीं, यह आपके मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ाता है, जिससे आपके शरीर का वजन संतुलित रह सकता है। नियमित रूप से हरी सौंफ का सेलन करने से काफी हद तक वजन कम कर सकते हैं। हालांकि, सौंफ खाने के साथ आपको नियमित रूप से एक्सरसाइज और सही डाइट की आवश्यकता होती है।
10. गैस की परेशानी को करे दूर
हरी सौंफ का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है। इसमें मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण गैस की परेशानी को कम करने में मददगार होती है। अगर आपको हमेशा गैस और कुपच की परेशानी होती है, तो खाने के बाद 1 चम्मच हरी सौंफ का सेवन जरूर करें।
सौंफ स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके सेवन से गैस, कुपच, वजन बढ़ने जैसी परेशानियों को दूर किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि अगर आपको किसी तरह की परेशानी है, तो एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। ताकि इससे होने वाली किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सके।