
एस्ट्रोजन हार्मोन को वैसे तो फीमेल हार्मोन कहा जाता है पर ये पुरुष और महिला दोनों में पाया जाता है। प्रेगनेंसी और शरीर के अन्य फंक्शन के लिए ये एक जरूरी हार्मोन है। इस लेख में हम एस्ट्रोजन हार्मोन की जरूरत पर बात करेंगे। एस्ट्रोजन हार्मोन के असंतुलित होने से मूड में बदलाव, हॉट फ्लैशेज जैसी समस्या हो सकती है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
image source: arthritis.com
एस्ट्रोजन हार्मोन क्या है? (What is Estrogen hormone in hindi)
हमारे शरीर में कई तरह के हार्मोन पाए जाते हैं जिनमें से एस्ट्रोजन एक जरूरी हार्मोन है। शरीर के विकास और सामान्य क्रियाओं के लिए ये हार्मोन जरूरी है। वैसे तो पुरुष और महिला दोनों में ये हार्मोन मौजूद होता है पर जैसे पुरुषों में जैसे टेस्टेस्टेरोन मुख्य होता है उसी तरह महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन मुख्य माना जाता है। एस्ट्रोजन हार्मोन, प्लेसेंटा और ओवरी में बनता है।
एस्ट्रोजन की कमी होने पर क्या लक्षण नजर आते हैं? (Symptoms of low estrogen)
एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी होने पर या असंतुलित होने पर कई लक्षण नजर आ सकते हैं जैसे हॉट फ्लैशेज की समस्या, मूड में बदलाव आना, फर्टिलिटी कम होना या कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होना ये सभी एस्ट्रोजन का स्तर कम होने के लक्षण हैं।
इसे भी पढ़ें- क्या आप भी सुबह के आलस और नींद से हैं परेशान? जानें सुबह जल्दी उठने और दिनभर एनर्जेटिक रहने के 5 टिप्स
एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ाने के लिए क्या करें? (How to increase estrogen hormone)
एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ाने के लिए आपको शरीर में फायटोएस्ट्रोजन (phytoestrogen) की मात्रा बढ़ानी चाहिए। ये खाने में भी पाया जाता है। आपको फलियों का सेवन करना चाहिए इससे शरीर में फायटोएस्ट्रोजन का स्तर बढ़ता है। फायटोएस्ट्रोजन का स्तर बढ़ाने के लिए सोयाबीन, मटर, पिंटो, सेम की फली का सेवन करना चाहिए। ब्रोकली, फूलगोभी, फ्लैक्स सीड्स आदि का सेवन भी आप कर सकते हैं।
एस्ट्रोजन का क्या काम है? (Function of estrogen hormone in hindi)
image source: datocms
एस्ट्रोजन एक जरूरी हार्मोन है जो शरीर में कई फंक्शन्स को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है जैसे-
- एस्ट्रोजन हार्मोन की मदद से एग फॉलिकल बढ़ाने में मदद मिलती है।
- एस्ट्रोजन हार्मोन क मदद से यूट्रस की लाइनिंग को प्रोटेक्शन मिलता है।
- ब्रेस्ट टिशू के लिए भी एस्ट्रोजन हार्मोन बहुत जरूरी है, स्तनपान करवाने के लिए भी एस्ट्रोजन हार्मोन के महत्व को जरूरी माना जाता है।
- एस्ट्रोजन हार्मोन मां की सेहत और शिशु के विकास के लिए जरूरी हार्मोन माना जाता है।
प्रेगनेंसी में एस्ट्रोजन की भूमिका अहम है
- अगर एस्ट्रोजन का स्तर कम है तो उसका बुरा असर प्रेगनेंसी की प्रक्रिया पर पड़ सकता है। गर्भ में पल रहे शिशु पर इसका बुरा असर पड़ सकता है।
- लो एस्ट्रोजन लेवल की वजह से मिसकैरेज, ओवरी में एग कम बनने जैसी दिक्कत हो सकती है।
- पूरी प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव होता रहता है और एस्ट्रोजन का स्तर बदलता रहता है।
- एस्ट्रोजन हार्मोन की मदद से गर्भपात के खतरे को कम किया जाता है और महिलाएं प्रेगनेंसी के 9 महीने आसानी से पूरा कर पाती है।
- एस्ट्रोजन का स्तर न सिर्फ गर्भवती महिलाएंं बल्कि होने वाले शिशु के लिए भी जरूरी होता है। एस्ट्रोजन हार्मोन की मदद से भ्रूण को पोषण मिलता है अगर प्रेगनेंसी के दौरान एस्ट्रोजन का स्तर कम है तो भ्रूण कपोषित हो सकता है।
इसे भी पढ़ें- फ्राइड (तेल में तले) फूड्स को हेल्दी बनाने के लिए आजमाएं ये 6 ट्रिक्स, रहेंगे सेहतमंद
पुरुषों के लिए क्यों जरूरी है एस्ट्रोजन? (Function of estrogen for males)
ऐसा नहीं है कि केवल महिलाओं के लिए ये हार्मोन जरूरी है इस हार्मोन की जरूरत पुरुषों को भी होती है। एस्ट्रोजन से पुरुषों की भी रिप्रोडक्टिव हेल्थ इफेक्ट होती है। अगर पुरुषों में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बहुत कम होगा तो इरेक्टाइल डिसफंक्शन, इंफर्टिलिटी, लो स्पर्म क्वॉलिटी की समस्या हो सकती है।
शरीर में एस्ट्रोजन की कमी की जांच करने के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट करवाते हैं जिससे एस्ट्रोजन के तत्व एस्ट्रिओल और अल्फा फेटीप्रोटीन की जांच की जाती है। इसके अलावा एचसीजी के लिए भी टेस्ट किया जाता है, आप चाहें तो इसे करवा सकते हैं।
main image source: npr.org, rochester